पार्थिव शरीर पहुंचते ही मचा कोहराम, अंतिम यात्रा में अमर रहे लगे नारे
Etah News - जलेसर के गांव नाहरपुर में एयरफोर्स जवान आकाश दीक्षित का पार्थिव शरीर पहुंचा। उनकी शहादत पर गांव में मातम छाया है। अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए, जहां शहीद को राजकीय सम्मान दिया गया। आकाश की...

जलेसर। असम के जोराहट में तैनात एयरफोर्स के जवान आकाश दीक्षित का पार्थिव शरीर रविवार को गांव नाहरपुर में पहुंचा। पार्थिव शरीर गांव पहुंचते ही घरवालों में कोहराम मच गया। गांव में मातम छाया हुआ है। हजारों की तादाद में लोग शहीद के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। हर एक की आंखे नम थी। अंतिम यात्रा के दौरान जब तक सूरज चांद रहेगा, तब तक आकाश का नाम रहेगा के नारे भी लगे। एयरफोर्स की टुकड़ी, प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों की सलामी के बाद गमगीन माहौल में शहीद का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। कोतवाली जलेसर के गांव नाहरपुर निवासी जयप्रकाश दीक्षित के 25 वर्षीय बेटे आकाश दीक्षित लगभग छह वर्ष पूर्व एयरफोर्स में भर्ती हुए थे। आकाश चार भाई बहनों में सबसे बड़े थे। इनसे छोटी एक बहन और दो भाई हैं। बहन की शादी करने की तैयारी में थे। फरवरी माह में छुट्टी लेकर आकाश गांव आये थे। लेकिन आकाश के शहीद हो जाने से सारी योजनाएं धरी रह गई हैं। इनकी शादी बीते वर्ष मार्च महीने में हुई थी। शहीद की पत्नी साक्षी है। पति की मौत के बाद परिवार में रो-रोकर बुरा हाल है। 2019 में एयरफोर्स में भर्ती हुए थे और वर्तमान में असम में तैनात थे। तीन दिन पहले असम में इनकी मौत हुई थी।
-तीन दिनों से आकाश के घर नहीं सुलगा चूल्हा
जलेसर। 24 अप्रैल को आकाश दीक्षित की मौत हो जाने की जानकारी मिली थी। आकाश की मौत होने की जानकारी मिलने के बाद से ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। तीन दिन से घर में चूल्हा तक नहीं सुलगा है। पूर्व सीओ विनोद बिहारी शर्मा ने बताया कि एयर फोर्स के जवान आकाश की मौत कैसे हुई इसकी अभी तक इस बारे में कोई सटीक जानकारी नहीं मिल सकी है। उनका पुत्र भी असम में ही एयर फोर्स में विंग कमांडर है। घटना की जानकारी का प्रयास किया जा रहा है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।