नवादा शहर होगा चकाचक, 2.50 करोड़ से होगी डस्टबिन की खरीदारी
नवादा, हिन्दुस्तान संवाददाता। नवादा नगर परिषद क्षेत्र अब चकाचक होगा। कचरा संग्रह के लिए नवादा नगर परिषद द्वारा 2.50 करोड़ रुपए खर्च कर डस्ट बिन की खरीदारी करेगा।

नवादा, हिन्दुस्तान संवाददाता। नवादा नगर परिषद क्षेत्र अब चकाचक होगा। कचरा संग्रह के लिए नवादा नगर परिषद द्वारा 2.50 करोड़ रुपए खर्च कर डस्ट बिन की खरीदारी करेगा। चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए पारित बजट में डस्ट बिन की खरीदारी के लिए इस राशि का प्रावधान किया गया है। नगर परिषद कचरा प्रबंधन के लिए डस्टबिन क्रय करने की तैयारी में है। नगर परिषद द्वारा शहर में स्वच्छता बनाए रखने के लिए यह उपक्रम किया जाएगा। कचरा प्रबंधन के लिए नगर परिषद द्वारा शहर में कचरे को इकट्ठा करने और उसका प्रबंधन करने के लिए डस्टबिन की खरीद की जानी है, जिसक मूल उद्देश्य शहर में स्वच्छता बनाए रखना। कचरे की कई प्रकृति रहने के कारण नगर परिषद गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग इकट्ठा करने के लिए अलग-अलग प्रकार के डस्टबिन की खरीद कर सकती है जबकि नगर परिषद डस्टबिन को शहर के विभिन्न स्थानों पर या घरों में भी वितरित कर सकती है। नवादा नगर परिषद में डस्टबिन क्रय कर कचरा प्रबंधन और स्वच्छता के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाने की तैयारी है ताकि कूड़ा-कचरा से कराह रहे शहर को पूरी तरह से निजात मिल सके। नवादा नगर परिषद ने शहर को स्वच्छ बनाने की पहल के तहत स्वच्छता जागरूकता पर भी जोर देगा। डस्टबिन का उपयोग लोगों को कचरे के उचित निपटान के बारे में जागरूक करने में मदद करेगा, जिससे लोग स्वच्छता को लेकर तत्पर रहेंगे। चूंकि कहीं न कहीं नगर परिषद आम जनों के सहयोग को भी अपेक्षित मानता है ताकि नगर को साफ-सुथरा रखने में सहूलियत रहे। 127 तरह के कचरों का होगा निस्तारण घरों, बाजारों व दुकानों से निकलने वाले 127 तरह के कचरों का निस्तारण करने पर ध्यान केन्द्रित कर नग परिषद डस्ट बिन की खरीदारी पर अमल करेगा। नगर परिषद की मुख्य पार्षद पिंकी कुमारी ने बताया कि अलग-अलग प्रकार के कचरे के निस्तारण को लेकर सारी तैयारी की जा रही है। गीला व सूखे कचरे को अलग से एकत्रित करने के लिए अलग-अलग डस्ट बिन की खरीदारी की जाएगी। जिस कचरे के अंदर नमी होती है, उसे गीले कूड़े में रखा जाएगा जबकि जिस कूड़े में नमी नहीं होती है, उसे सूखे कचरे में रखा जाएगा। इसके बाद जलने वाले कचरे को अलग से इकट्ठा कर ठोस कचरा प्रबंधन किया जाने की तैयारी है। गीले कचरे का होगा उठाव, शहर को मिलेगी सड़ांध से मुक्ति गीले कचरे का उठाव नगर परिषद की प्राथमिकता है ताकि शहरवासियों को सड़ांध से मुक्ति मिल सके। गीले कचरे से वर्मी कंपोस्ट बनाने में भी सहायता मिलेगी। इसके लिए हरे डस्टबिन में रखे पदार्थों का उपयोग किया जाएगा। इसमें रसोई घर और बगीचे से निकलने वाले कचरे को रखा जाएगा। इसमें सब्जी, फल के छिलके, पका खाना, बचा हुआ खाना, अंडे का छिलका, मुर्गा, मछली की हड्डियां, सड़े, खराब फल, सब्जियां, टी बैग, कॉफी, पेड़ से झड़ी हुई पत्तियां एवं उसकी टहनियां, फूल और इससे बनी माला, घासफूस, कूड़े वाली घास आदि रखे जाएंगे। सूखे कचरे के उठाव से शहर होगा प्रदूषण मुक्त सूखे कचरे से उठने वाले धूल-गर्द प्रदूषण की समस्या खड़ी करते हैं। इसके उठाव की व्यवस्था हो जाने से शहर के लोगों को प्रदूषणमुक्त वातावरण मिल सकेगा। जनस्वास्थ्य का वायस साबित होने वाले सूखे कचरे के डस्ट बिन में साफ प्लास्टिक, प्लास्टिक कवर, बोतल, बक्सा, वस्तु, चिप्स और चॉकलेट कवर, रैपर, प्लास्टिक कप, दूध-दही का खाली पैकेट, पेपर, रैपर, मैगजीन, स्टेशनरी, रद्दी मेल, कार्ड बोर्ड, कार्टन या मोटे कागज का डिब्बा, पिज्जा बॉक्स, पेपर कप और प्लेट, टेट्रा पैक, धातु, मेटल, लोहे की पन्नी से बना डब्बा, मेटल का फैन, डिब्बा, रबड़, थर्मोकॉल, पुराना पोछा, गद्दा, सौंदर्य प्रसाधन, लकड़ी, बाल, नारियल का छिलका आदि उठाए जाएंगे। इस डस्ट बिन का रंग नीला होगा। अपशिष्ट पृथक्करण के लिए होगा अलग रंग का डस्ट बिन अपशिष्ट पृथक्करण के लिए अलग रंग का डस्ट बिन खरीदा जाएगा। कचरे को अलग-अलग रखना बहुत ज़रूरी है। मुख्य पार्षद पिंकी कुमारी ने बताया कि अगर हर घर में हर कोई कचरे को सही कंटेनर में डालने का ध्यान रखे, तो उसे रीसाइकिल करना आसान हो जाएगा, जिसका पूरे पर्यावरण पर बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। रंगीन रीसाइकिलिंग डिब्बे हमारे लिए अपने दैनिक जीवन में प्रकृति की देखभाल करना आसान बनाते हैं। रीसाइकिलिंग डिब्बों के रंग इस गतिविधि को सहज बना सकें और आम आदमी के दैनिक जीवन में बाधा नहीं डाल सकें, इसका विशेष ध्यान रखते हुए डस्ट बिन की खरीदारी होगी। ------------------------ आउटडोर पब्लिक स्पेस के लिए होगी डस्ट बिन की खरीदारी नवादा। आउटडोर पब्लिक स्पेस के लिए डस्ट बिन की खरीदारी कई मायनों में शहरवासियों की सहूलियतों को बढ़ाने में सक्षम होगा। नगर परिषद की मुख्य पार्षद पिंकी कुमारी ने बतया कि म्यूनिसिपल क्रॉस्क वाले सामुदायिक डिब्बे बाहर स्थित रहेंगे, जो छोटे अपशिष्ट कंटेनरों की सीमाओं के विपरीत, आवश्यक मौसम अनुकूल कठोर निर्माण, आसान बैग अस्तर परिवर्तन और पर्याप्त क्षमता, अतिप्रवाह को रोकने में सक्षम होगा। शहर की अनूठी जरूरतों और जगह के लिए उपयुक्त एक सही साइज का और विशेषता वाला डस्टबिन एक कुशल अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली का एक आवश्यक साधन बनेगा। शहरवासियों द्वारा उत्पन्न कचरे की मात्रा, प्लेसमेंट स्थान की बाधाएं, वांछित ढक्कन कार्यक्षमता, आवश्यक स्थायित्व और दृश्य अपील आदि का ध्यान रख कर डस्ट बिन की खरीदारी पूरी की जाएगी।
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