मेरठ में पकड़ा गया घूसखोर सरकारी अफसर, जमीन आवंटन के नाम पर मांगे थे 50 हजार
मेरठ में एंटी करप्शन टीम ने आवास विकास कार्यालय में तैनात कनिष्ठ सहायक को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को ट्रैप करने के बाद टीम ने पुलिस के हवाले किया।

यूपी के मेरठ में एंटी करप्शन टीम ने आवास विकास कार्यालय में तैनात कनिष्ठ सहायक को बुधवार दोपहर 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को ट्रैप करने के बाद टीम ने नौचंदी पुलिस के हवाले किया। एंटी करप्शन के इंस्पेक्टर की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया है। वहीं, इस मामले में बाकी लोगों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
जिले के जागृति विहार सेक्टर-7 के रहने वाले जगानंद का जागृति विहार एक्सटेंशन-2 में भवन संख्या 5/171 आवंटित हुआ था। कुछ समय के बाद जगानंद भवन की किश्त जमा नहीं करा पाया और आवंटन निरस्त हो गया था। बाद में जगानंद ने पुनर्जीवन योजना के तहत भवन का दोबारा आवंटन कराने के लिए प्रयास किया। इस काम के लिए उत्तरप्रदेश आवास विकास परिषद के शास्त्रीनगर सेक्टर-9 स्थित कार्यालय में संपर्क किया।
आरोप है कि यहां संपत्ति विभाग में कार्यरत कनिष्ठ सहायक प्रमित कुमार निवासी ए-135 सोमदत्त सिटी ने मकान आवंटन-पुनर्जीवन कराने के नाम पर 50 हजार रुपये की रकम मांगी। बातचीत के दौरान 15 हजार रुपये में काम करना स्वीकार किया गया। जगानंद ने इस मामले में शिकायत एंटी करप्शन टीम से कर दी। टीम ने केमिकल लगे नोट जगानंद को बुधवार दोपहर को दिए और इसके बाद आवास विकास कार्यालय भेज दिया। जब प्रमित कुमार ने रिश्वत ली तो एंटी करप्शन टीम ने आरोपी को दबोच लिया। आरोपी को नौचंदी थाने लाया गया। साक्ष्य संकलन के बाद एंटी करप्शन के इंस्पेक्टर दुर्गेश कुमार की ओर से प्रमित कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार की धाराओं में नौचंदी थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया।
इंस्पेक्टर दुर्गेश कुमार ने बताया कि एंटी करप्शन टीम ने आवास विकास के शास्त्रीनगर स्थित कार्यालय से कनिष्ठ सहायक को 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। मुकदमा नौचंदी थाने में दर्ज कराया गया है। आरोपी को एंटी करप्शन कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा।