किसानों ने उठाया बकाया गन्ना और दुग्ध मूल्य का मुद्दा
Deoria News - देवरिया में किसान दिवस के दौरान किसानों ने करोड़ों का बकाया गन्ना और दूध मूल्य का भुगतान न करने का मुद्दा उठाया। किसानों का 34 करोड़ गन्ना मूल्य बकाया है, जबकि 10 करोड़ का भुगतान हुआ है। इसके अलावा,...

देवरिया, निज संवाददाता। विकास भवन के गांधी सभागार में आयोजित किसान दिवस में किसानों ने करोड़ों का बकाया गन्ना मूल्य तथा एक करोड़ से अधिक का दुग्ध मूल्य का भुगतान नहीं करने का मुद्दा उठाया। चीनी मिल पर किसानों का 34 करोड़ गन्ना मूल्य बकाया है। अभी तक मिल ने 10 करोड़ का भुगतान किया है। तीन वित्तीय वर्ष का दूध समितियों का एक करोड़ बकाया है। किसानों ने जंगली जानवरों से फसलों को होने वाले नुकसान से बचाने की योजना लागू करने की मांग की। बुधवार को किसान दिवस का आयोजन जिला विकास अधिकारी रविशंकर राय की अध्यक्षता में किया गया। इसमें विभिन्न विभागों द्वारा किसानों के लिए संचालित योजनाओं की जानकारी दी गई। उप कृषि निदेशक सुभाष मौर्य ने पिछले किसान दिवस की शिकायतों की आख्या प्रस्तुत की। बताया कि अभी तक 59 प्रतिशत किसानों ने फार्मर रजिस्ट्री नहीं कराई है। शीघ्र ही अपने नजदीकी सहज जन सेवा केंद्र या मोबाइल से पंजीकरण करा लें, अन्यथा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त से वंचित हो जायेंगे। सोलर पंप योजना में किसानों से चालान और प्रपत्र जमा करने को कहा गया। किसान नेताओं ने कहा कि 44 करोड़ के गन्ने में अभी तक 10 करोड़ का भुगतान किया गया और 34 करोड़ रूपया बकाया है। किसान रमेश मिश्र ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2022-23, 2023-24 व 2024-25 का दुग्ध मूल्य का एक करोड़ बकाया है। चालू वित्ती वर्ष में लाखों रूपया बकाया है, लेकिन सीएम डेश बोर्ड पर पूर्ण भुगतान दिखा दिया गया है। किसान नेता विनय सिंह ने बरियारपुर के जेई द्वारा किसानों के विद्युत कनेक्शन मामलों में रुचि नहीं लेने की शिकायत की। किसान नेता राघवेन्द्र प्रताप शाही ने कृषि योजनाओं का लाभ किसानों को न मिलने की शिकायत की। जिला कृषि अधिकारी मृत्युंजय कुमार सिंह ने बताया कि जिले में खाद की कोई कमी नहीं है। हरी खाद हेतु ढैंचा बीज की 500 क्विंटल मांग की गई है, जो शीघ्र ही बीज गोदामों पर उपलब्ध कराई जाएगी। किसानों हरी खाद के साथ ढ़ैचा बीज उत्पादन पर भी जोर दिया। सीवीओ डा.एके वैश्य ने बताया कि 3000 पशुओं के बीमा का लक्ष्य है। देशी नस्ल की गायों पर 50 प्रतिशत तक अनुदान दिया जायेगा। जिला उद्यान अधिकारी राम सिंह ने आम, लीची, केला, ड्रैगन फ्रूट, मखाना, कटहल, आंवला व अमरूद की बागवानी पर मिलने वाले अनुदान की जानकारी दी। कृषि विज्ञान केंद्र, मल्हना के प्रभारी ने बताया कि फल एवं सब्जी की खेती को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।