50 लाख रुपए से अधिक के हैं तहसील से गायब टैबलेट
Deoria News - देवरिया, निज संवाददाता। सदर तहसील से गायब टैबलेट का मामला अब और तूल पकड़ने

देवरिया, निज संवाददाता। सदर तहसील से गायब टैबलेट का मामला अब और तूल पकड़ने लगा है। नायब नाजिर समेत तीन को जेल भेजने के बाद पुलिस की विवेचना तेज हो गई है। उधर गायब टैबलेट की कीमत लगभग 50 लाख रुपये आंकी जा रही है। अगर जल्द टैबलेट बरामद नहीं होते हैं तो संबंधित कर्मचारियों से ही वसूली की प्रक्रिया भी पूरी की जाएगी। स्वामी विवेकानंद सशक्तीकरण योजना से छात्रों को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस करने के लिए टैबलेट दिया जाता है। सदर तहसील के महाविद्यालयों के छात्रों को टैबलेट वितरण करने के लिए वहां टैबलेट दिया गया था। जहां से 330 टैबलेट गायब हो गए।
इस मामले में जांच में प्रथम दृष्टया दोषी नायब नाजिर राकेश श्रीवास्तव पाए गए। उनके विरुद्ध गबन का केस दर्ज कराया गया है। इस मामले में नायब नाजिर के अलावा शहर के अबूबकर नगर निवासी कैश व रुद्रपुर कोतवाली के भभौली निवासी पंकज मौर्या को गिरफ्तार कर पुलिस जेल भेज चुकी है। पुलिस अभी तक केवल 13 टैबलेट ही बरामद कर सकी है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि एक टैबलेट की कीमत लगभग 17 हजार रुपये है। ऐसे में गायब हुए सभी टैबलेट की कीमत 50 लाख से अधिक है। अगर जल्द बरामदगी नहीं होती है तो विभागीय स्तर पर गबन के आरोपी कर्मियों से ही टैबलेट की कीमत वसूल की जा सकती है। मामला गंभीर है, इसलिए जिला प्रशासन की तरफ से शासन को भी इसकी रिपोर्ट भेजी जा रही है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि अगर ठीक से पुलिस ने मामले की विवेचना की तो कई विभागीय अधिकारी भी जांच के घेरे में आ जाएंगे। गायब टैबलेट की बरामदगी को सर्विलांस का लिया जा रहा सहारा गायब टैबलेट की बरामदगी के लिए पुलिस लगातार हाथ-पांव मार रही है। पुलिस ने गायब टैबलेट की ईएमआई नंबर को ले लिया है। अब सर्विलांस के जरिये ईएमआई को माध्यम बनाकर गायब टैबलेट की बरामदगी में जुट हुई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अगर वह टैबलेट आन हुए होंगे, तभी उनकी बरामदगी संभव हो पाएगी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।