शादियों में अब डीजे नहीं बजेगा, गुर्जर समाज की पंचायत में बनी सहमति, कई और फैसले लिए गए
यूपी के देवबंद में गुर्जर समाज की पंचायत में शुक्रवार को शानदार फैसला लिया गया। शादी समारोह में डीजे नहीं बजाने पर सहमति बन गई। इसके अलावा फिजूलखर्ची रोकने के लिए भी कई फैसले लिए गए।

देवबंद में तहसील क्षेत्र के गांव दुगचाड़ा के बाद अब शुक्रवार को गांव चोंदाहेड़ी में गुर्जर समाज की पंचायत में समाज मे फैली कुरीतियों पर चर्चा की गई। इस दौरान पंचायत में निर्णय लिया कि अब समाज के विवाह समारोह में डीजे बजाने के साथ फिजूलखर्ची पर सख्ती से प्रतिबंध लगाने पर सहमति बनी। डीजे पर रोक लगाने की मुहिम इसलिए भी जरूरी है क्योंकि इससे ध्वनि प्रदूषण का भी संकट रहता है। औसत से ज्यादा आवाज में इसके बजने के कारण कई लोगों की मौत की खबरें बीच-बीच में आती रहती हैं। बारात में डीजे के कारण अस्पतालों और उन लोगों को परेशानी होती हैं जिनके घर पर बुजुर्ग बच्चे या कोई बीमार होता है। इस सहमति की हर तरफ तारीफ हो रही है।
शुक्रवार को उत्तराखण्ड बार्डर से सटे देवबंद तहसील के गांव चोंदाहेड़ी में रमेश पंवार के निवास पर आयोजित गुर्जर समाज की पंचायत में जनपद समेत उतराखंड क्षेत्र के भी गुर्जर समाज के लोग शामिल हुए। पंचायत में समाज मे फैली कुरीतियों पर चर्चा की गई। लंबी चली पंचायत में निर्णय लिया कि अब समाज में होने वाले विवाह समारोह में जहां डीजे नहीं बजाया जाएगा। वहीं फिजूलखर्ची को भी प्रतिबंधित किया गया। हालांकि पूर्व की पंचायत में मंढा भोज में दाल-चावल बनाने सहित पांच मुद्दों पर मोहर लगी थी।
पंचायत में राजसिंह, सचिन सलेमपुर, परविंदर मिरगपुर, यशपाल, मदन, कृष्ण, कल्याण सिंह, बिट्टू लंबरदार, सेठपाल, संदीप और रविंद्र आदि ने बच्चों को शिक्षित करने, दहेज प्रथा पर रोक, नशा मुक्ति और कम बरात ले जाने आदि मुद्दों पर अपने प्रस्ताव रखे। वक्ताओं ने कहा कि शादी समारोह में फिजूलखर्ची के कारण समाज का गरीब वर्ग परेशान है और आर्थिक तंगी झेल रहा है। अध्यक्षता अनूप सिंह और संचालन अनिल सिंह ने किया। इस दौरान सहेंद्र प्रधान, पदम् सिंह, मनोज पंवार, ओमपाल मुखिया, अमित शिवपुर, कृपाल सिंह और मदन सिंह सहित गुर्जर समाज के बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।