आपदा होने पर भागने की नहीं जरुरत, जहां है जैसे भी वहां पर जमीन पकड लें
Etah News - पहलगाम में हत्या के बाद तनाव बढ़ गया है। सभी जिलों में अघोषित अलर्ट है। पुलिस ने कहा है कि ऐसी स्थिति में भागदौड़ से बचना चाहिए और जमीन पर लेटकर सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। लोगों को जागरूक करने के...

पहलगाम में हुई हत्या के बाद तनाव की स्थिति को देखते हुए युद्ध जैसे हालात बन रहे हैं। ऐसे में हर जिले में अघोषित अलर्ट जैसा माहौल है। युद्ध के दौरान होने वाली अनहोनी की घटनाओं से बचने के लिए हर किसी को जानकारी होनी चाहिए कि हमें क्या करना है। इसके लिए पुलिस की ओर से कहा गया है कि ऐसा कुछ होने पर भागदौड़ नहीं करनी चाहिए। हिन्दुस्तान से हुई वार्ता के दौरान एसएसपी श्याम नारायण सिंह ने बताया कि युद्ध के समय में हर किसी को बचाव करना चाहिए। अगर कोई अनहोनी होती तो भागने से बचना चाहिए।
जिस भी स्थान पर जहां पर भी हो वहीं पर जमीन को पकड़कर लेट जाना चाहिए। इससे खतरा कम होने की संभावना है। पेट के बल लेटने से बहुत से खतरों बचा जा सकता है। लोगों को जागरुक करने के लिए एनसीसी और एनएसएस के छात्रों की मदद ली जाएगी। इन लोगों के माध्यम से जिले भर के लोगों को जागरुक किया जाएगा। युद्ध संबंधी जानकारी हर किसी को हो सके। जब हर किसी को यह जानकारी होगी तो अनहोनी के समय लोग अपना बचाव कर सके। फायर फाइटर के लिए उपलब्धता के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। सभी बच्चों को भी यह सिखाया जाए। इसके लिए स्कूलों में भी जागरुक किया जाएगा। ब्लैक आउट कैसे होगा बताएंगे युद्ध की स्थिति में कैसे ब्लैक आउट होता है इसे लोगों को बताया जाएगा। अगर युद्ध होता है तो रात के समय कहीं पर भी कोई लाइट नहीं जलेगी। रात के समय में भी अंधेरा रहेगा। इससे कोई भी दुश्मन देश हमारी जानकारी नहीं ले सके। अगर सायरन की आवाज आए तो सभी को अपने-अपने घरों की बत्ती को बंद कर पूरी तरह से अंधेरा कर लेना है। विद्युत विभाग गुल करेगा क्षेत्र की बिजली ब्लैक आउट के दौरान जहां पर माक ड्रिल किया जाएगा। उस क्षेत्र के लोगों को पहले ही समझा दिया जाएगा। ब्लैक आउट के सायरन बजने के बाद तत्काल विद्युत विभाग उस क्षेत्र की बिजली को गुल कर देगा। विद्युत गुल होते ही उस क्षेत्र के लोगों को अपने इन्वर्टर से चलने वाले उपकरणों को भी बंद करना होगा ताकि पूरी तरह ब्लैक आउट हो सके। सारे कंट्रोल रूम किए जा रहे एक्टिव जिले में पहले से ही सभी विभागों के कंट्रोल रूम काम करते चले आ रहे हैं। आपात की स्थिति में निपटने के लिए इन कंट्रोल रूम की भूमिका भी अहम होगी। इसलिए इनको एक्टिव किया जा रहा है। मॉक ड्रिल के दौरान बताया जाएगा कि कैसे पेट्रोल पंपों को सुरक्षित रखा जाए। हमले के दौरान इनको निशाना बनाया जा सकता है।
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