इटावा में महुआ से निर्मित उत्पादों का किया गया मूल्यांकन
Etawah-auraiya News - महुआ से बने उत्पादों का मूल्यांकन कॉलेज के विशेषज्ञों की टीम द्वारा किया गया। छात्र पुष्पेंद्र कुमार ने महुआ आधारित प्रसंस्कृत उत्पादों का मानकीकरण किया। प्राचार्य और विशेषज्ञों ने उत्पादों की...

महुआ से बनने वाले उत्पादों का कॉलेज के विशेषज्ञों की टीम ने मूल्यांकन किया। जनता कॉलेज बकेवर में उद्यान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ एके पाण्डेय के निर्देशन में छात्र पुष्पेंद्र कुमार पीएचडी संचालित शोध कार्य कर रहा है जिसने गुरुवार को महुआ आधारित प्रसंस्कृत उत्पादों का मानकीकरण किया। शोध के प्रथम चरण में छात्र द्वारा निर्मित उत्पादों का कॉलेज के उद्यानिकी विभाग के विशेषज्ञों मूल्यांकन किया गया। प्राचार्य डॉ राजेश किशोर त्रिपाठी के साथ 10 विशेषज्ञों ने निर्मित उत्पादों की गुणवत्ता को परखकर संतोष प्रकट किया और भविष्य का उत्पाद बताया। डॉ एके पाण्डेय ने बताया कि विंध्य क्षेत्र की वनस्पतियों में महुआ एक बहुतायत में पाया जाना वाला वृक्ष है जो प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से सौ से अधिक जीवों का आश्रय है। विकट ग्रीष्म काल में कीट, पतंगों, सरीसृप, पक्षी, गिलहरी, बंदर, हिरन, खरगोश , गाय आदि और सभी आदिवासी, गांव वाले महुआ की महक का इंतजार करते हैं। महुआ के ताजे एवं सूखे फूलों से बुंदेलखंड के बहुत से पारंपरिक खाद्य पदार्थ निर्मित होते है परन्तु युवा पीढ़ी को महुआ के पौष्टिक और औषधीय लाभों से जोड़ने के लिए महुआ के नवीन उत्पादों का निर्माण समय की मांग थी।
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