तुम्हें पहचान लिया कहने पर लौट पड़े बदमाश, और फिर फाइनेंसकर्मी के सीने से सटाकर मार दी गोली
- यूपी के सहारनपुर में फाइनेंसकर्मी की हत्या कर दी है। लूट के बाद भाग रहे बदमाशों को पहचान लिया कहने पर फाइनेंसकर्मी की हत्या कर दी गई। बदमाश वापस लोटे पड़े और सीने से सटाकर गोली मार दी।

सहारनपुर में देर रात दो बाइक सवार बदमाशों ने सरसावा के चिलकाना रोड स्थित एक डेरी के पास फाइनेंसकर्मी की गोली मारकर हत्या कर दी। फाइनेंसकर्मी से 6 लाख रुपए से भरा बैग छीनकर फरार हो गए है। युवक ने एक बदमाश को पहचान ने की बात कही तो बदमाश वापस उसकी और आए और युवक को पड़कर उसके सीने से सटाकर गोली मार दी।घायल का भाई भी उसके साथ था। आनन-फानन में उसे अस्पताल ले गया और पुलिस को इसकी सूचना दी। मौके पर एसएसपी और एसपी देहात समेत पुलिस फोर्स पहुंची। पुलिस को सीसीटीवी की जांच के बाद बदमाशों के कुछ सुराग मिले हैं।
थाना कुतुबशेर क्षेत्र के शारदा नगर के रहने वाले आशीष उर्फ आशु त्यागी और उनका भाई अभिषेक त्यागी माइक्रो फाइनेंस कंपनी में काम करते हैं। दोनों भाई मिलकर कलेक्शन इकट्ठा करते। रात को अभिषेक कार से सरसावा में अपने भाई आशीष उर्फ आशु त्यागी का खाना लेकर आया और दिनभर इकट्ठा हुई कलेक्शन को भी लेने के लिए आया। भाई ने अभिषेक को नोटों से भरा बैग दे दिया। तभी वहां पहले से ही इधर-उधर घूम रहे चार नकाबपोश बदमाश आये और उन्होंने नोटों से भरा बैग छीनने का प्रयास किया। दोनों भाइयों ने इसका विरोध किया जिसमें एक बदमाश का मुंह पर लगा नकाब हट गया। फिर भी बदमाश नोटों का बैग छीनकर फरार होने लगे। तभी आशु ने अपने भाई से कहा कि उसने एक बदमाश को पहचान लिया है। यह बात सुनते ही बदमाश दोबारा आशु के पास आए और उन्होंने उसे पकड़ कर उसके सीने से सटाकर गोली चला दी। गोली लगते ही खून से लथपथ होकर गिर पड़ा। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे घायल अवस्था में मेडिकल कॉलेज भिजवाया जहां चिकित्सकों ने उसे मर्द घोषित कर दिया।
गोली की आवाज सुनकर वहां काफी संख्या में लोग इकट्ठा हो गये। मौके पर पहुंची पुलिस को मृतक के भाई अभिषेक ने बताया कि विरोध करने के बीच एक बदमाश का नकाब हट गया था। जिसे भाई ने पहचानने की बात कही। लेकिन बदमाशों ने जाते-जाते आशीष के सीने में गोली मार दी। जिससे आशीष खून से लथपथ नीचे गिर गया। वहीं सूचना पर एसएसपी रोहित सिंह सजवाण, एसपी देहात सागर जैन और थाने की फोर्स मेडिकल कॉलेज पहुंची। पुलिस ने मृतक के भाई अभिषेक के बयान लिए तथा मौके पर पहुंची फोरेंसिक जांच टीम ने घटना स्थल से नमूने लिए।
छोटे-छोटे फाइनेंस कर्मियों से दिनभर करते हैं कलेक्शन इकट्ठा
अभिषेक के अनुसार, उनके पास दो बैंकों की फ्रैंचाइजी है। वो उन बैंकों के छोटे-छोटे फाइनेंस कर्मियों से दिनभर कलेक्शन करते हैं। समय मिलने पर शाम को ही पैसा जमा करा देते हैं, अन्यथा सुबह को। सोमवार को भी ऐसा ही हुआ। लेकिन रात देर हो गई थी। तभी दो बाइक पर सवार होकर चार बदमाश आए थे और दो पैदल थे। छीना झपटी में एक का मुंह खुल गया था। जिसको उसके भाई ने पहचान लिया था। जब भाई ने कहा कि उसने तुम्हें पहचान लिया है, तो दोबारा से वापस आकर बदमाशों ने सीने पर गोली मार दी।