दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे पर फास्टैग लगाने को लेकर फायरिंग, किसान नेता के 2 भाइयों को लगी गोली
टोल प्लाजा कर्मचारियों को आता देख आरोपी फरार हो गए। कर्मचारियों ने दोनों घायलों को भूड़बराल के सीएचसी में भर्ती कराया। भाकियू इंडिया मेरठ महानगर अध्यक्ष रितिन गुर्जर ने घटना की जानकारी परतापुर पुलिस, एएसपी ब्रह्मपुरी को दी। आरोपियों के घरों पर दबिश दी गई, सभी फरार मिले।

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे स्थित काशी टोल प्लाजा पर फास्टैग की कैनोपी लगाने को लेकर सोमवार रात दो गुटों में फायरिंग हो गई। भाकियू इंडिया मेरठ मंडल अध्यक्ष के छोटे भाई नितिन और चचेरे भाई जतिन को गोली लगी है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर दौड़ी, घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। मामले में मुकदमा दर्ज हो गया है।
एक्सप्रेसवे स्थित काशी टोल प्लाजा पर सोमवार को फास्टैग की कैनोपी लगाने को लेकर भूड़बराल निवासी नितिन और जतिन का इंदिरापुरम निवासी कपिल, अवनीश, दीपक और दो अन्य युवकों से विवाद हो गया। दोनों पक्षों में मारपीट हो गई। आरोप है कि इसी दौरान कपिल ने पिस्टल निकालकर नितिन और जतिन पर फायरिंग कर दी। नितिन के पैर में तीन गोली लगी हैं, जबकि जतिन के बाजू में एक गोली लगी।
टोल प्लाजा कर्मचारियों को आता देख आरोपी फरार हो गए। कर्मचारियों ने दोनों घायलों को सीएचसी भूड़बराल में भर्ती कराया। भाकियू इंडिया मेरठ महानगर अध्यक्ष रितिन गुर्जर ने घटना की जानकारी परतापुर पुलिस, एएसपी ब्रह्मपुरी को दी। आरोपियों के घरों पर दबिश दी गई, सभी फरार मिले। रितिन ने बताया मुख्य आरोपी कपिल ने एक दिन पहले फोन कर दोनों को जान से मारने की धमकी दी थी। रितिन ने घटना को लेकर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल भी उठाए। कहा कि उन्हें फोन कर भाइयों को जान से मारने की धमकी दी गई थी। इसकी रिकार्डिंग उन्होंने पुलिस को सौंपते हुए आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की थी। रितिन ने आरोप लगाया कि उनकी शिकायत पर पुलिस ने गंभीरता नही दिखाई। इसी वजह से आरोपियों ने बेखौफ होकर घटना को अंजाम दिया।
क्या बोली पुलिस
मेरठ के एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि कैनोपी लगाने को लेकर दो पक्षों में फायरिंग हुई है। दो को गोली लगी है। वीडियो फुटेज में आरोपी दिख रहे हैं। मुकदमा दर्ज कराया गया है और आरोपियों की तलाश की जा रही है।