बोले फिरोजाबाद: मुश्किल भरा 18 गांव के लोगों का सफर, पर प्रशासन बेखबर
Firozabad News - राजा का ताल से गैस प्लांट तक जाने वाला मार्ग पिछले 20 वर्षों से क्षतिग्रस्त है। सड़क निर्माण न होने से राहगीरों और स्कूली बच्चों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन और...

राजा का ताल से गैस प्लांट के लिए जाने वाला मार्ग। करीब 20 वर्ष से क्षतिग्रस्त है। सड़क निर्माण न होने से इस मार्ग पर हिचकोलों की संख्या बढ़ती जा रही है तो सड़क पर आए दिन राहगीर चुटैल होता है। सदर एवं टूंडला तहसील के डेढ़ दर्जन गांवों को जोड़ने वाली इस सड़क दो विधानसभा क्षेत्रों का हिस्सा है। राहगीरों के साथ स्कूली बच्चे भी इस सड़क पर ठोकरें खा रहे हैं। सड़क पक्की न होने से क्षेत्र का विकास भी रुक रहा है, लेकिन न तो जिम्मेदार अधिकारियों का इस तरफ ध्यान, न ही जनप्रतिनिधियों का।
किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए पक्की सड़क की अहम जरूरत है। लोगों को आवागमन में सहूलियत मिलती है तो इस मार्ग से जुड़े हुए क्षेत्रों की तरक्की होती है, लेकिन फिरोजाबाद में हर साल सड़कों के गड्ढे भरे जाने की बात होती है, इधर राजा का ताल की एक सड़क जनता के लिए वर्षों से दर्द बनी हुई है। हर रोज सफर करने वाले लोगों की छोड़िए, इस सड़क पर मशीन के रूप में दौड़ने वाली बाइकों के भी नट-बोल्ड इन हिचकोलों में खुल जाते हैं। राजा का ताल से गैस प्लांट तक जाने वाले इस मार्ग से डेढ़ दर्जन गांव जुड़ते हैं।
हिन्दुस्तान के बोले फिरोजाबाद... के तहत जब इस मार्ग से जुड़े हुए लोगों से संवाद किया तो लोगों ने कहा कि इस मार्ग पर हिचकोले से साइकिल चलाने वालों के साथ में बाइक सवारों की पसलियां तक हिल जाती हैं। सड़क से गुजरने वाले राहगीर आए दिन साइकिल और दो पहिया वाहनों से गिरकर चुटैल होते रहते हैं तो बरसात के मौसम में हालात और ज्यादा खराब हो जाते हैं। सड़क पर जल भराव हो जाता है। सड़क पर पानी भर जाने से यह भी पता नहीं चलता कि सड़क में गड्ढे हो रहे हैं, या गड्ढे में सड़क बनी हुई है। इस स्थिति में आमजनों का सड़क से गुजरना मुश्किल हो जाता है। राहगीरों के साथ-साथ स्कूली बच्चों की मुश्किलें बढ़ जाती हैं। क्षेत्र के नागरिक लंबे समय से क्षतग्रिस्त सड़क की समस्या से जूझ रहे हैं, लेकिन जम्मिेदार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों का इस ओर कोई ध्यान नहीं है।
दो दशक से टूटी पड़ी है 30 वर्ष पूर्व बनवाई गई सड़क
ग्रामीणों की माने तो राजा का ताल से शंकरपुर गैस प्लांट तक जाने वाली इस सड़क का नर्मिाण 30 वर्ष पूर्व गेल इंडिया ने कराया था। इसी सड़क के सहारे गैस पाइप लाइन गुजर रही है, जो राजा का ताल होते हुए शहर फिरोजाबाद की ओर जाती है। उस समय गैस प्लांट तक जाने के लिए यही एक मार्ग था। कालांतर में गैस प्लांट के निकट से बच्चू बाबा आसफाबाद बाईपास मार्ग बन गया। इसके बाद राजा का ताल गैस प्लांट मार्ग की अनदेखी कर दी गई। ग्रामीणों का कहना है कि दस वर्ष तक सड़क सही सलामत रही। इसके बाद सड़क टूटती चली गई। धीरे-धीरे 20 साल और गुजर गए। लेकिन इस तरफ न तो जनप्रतिनिधियों और न ही प्रशासन को ध्यान है।
क्षेत्रीय लोगों का दर्द
इस सड़क को क्षतग्रिस्त हुए 20 साल बीत चुके हैं, लेकिन राजनेता को सड़क बनवाने की सुधि नहीं आई। क्षेत्र की जनता को चुनाव आने पर सभी नेताओं का बहष्किार कर देना चाहिए। जो जन प्रतिनिधि हमारी समस्या हल नहीं कराए उसको वोट देने का क्या फायदा। इस पर सभी लोगों को विचार करना चाहिए। क्योंकि वह जीतकर फिर जनता के बीच नहीं आते हैं।
-विजय कुमार , स्थानीय नागरिक
कई साल से सड़क टूटी हुई पड़ी है। इस सड़क पर कई स्कूल भी है। छोटे-छोटे बच्चे पैदल और साइकिलों से पढ़ने के लिए जाते हैं। बच्चे रास्ते में सड़क पर गड्डे में गिर कर चोटिल हो जाते हैं। मरहम पट्टी के बाद कई दिन तक यह स्कूल नहीं जा पाते हैं। हमारी प्रशासन से फरियाद है सड़क को जल्द से जल्द बनवाया जाए। ताकि आने-जाने में सहूलियत रहे।
-अमन सिंह, क्षेत्रीय नागरिक
राजा का ताल से गैस प्लांट तक का करीब तीन किलोमीटर लंबा मार्ग क्षतग्रिस्त हो चुका है। टूटी-फूटी सड़क से प्रतिदिन सैकड़ो राहगीर गुजरते हैं। प्रशासन से कई बार सड़क को बनवाने की मांग की जा चुकी है। जनता आखिर कब तक इंतजार करेगी। केवल सड़कों का निर्माण कागजों में दिखा कर सरकारी बजट लूट रहे हैं।
-प्रवीण कुमार ,स्थानीय नागरिक
गर्मी का मौसम तो किसी तरह गुजर जाएगा। बरसात आने पर हालत बहुत ज्यादा खराब हो जाते हैं। सड़क पर जगह जगह हो रहे गड्ढे में काफी दूरी तक पानी भर जाता है। गड्ढे का पता न चलने पर वाहन पलट जाता है। लोग सड़क पर हो रहे गड्ढे में गिरकर घायल हो जाते हैं। बरसात में मुश्किल होती है। जलभराव हो जाता है। जिससे आवागमन में दिक्कत होती है।
-अनिल कुमार, निवासी नगला गोला
सड़क नर्मिाण न होने से गांव का विकास बाधित हो रहा है। सैकड़ो लोगों को हर रोज आवागमन के दौरान परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गड्ढे भरने का दावा करने वाले जमीन पर विकास की हकीकत देखें। अधिकारी सड़क बनवाने में लापरवाही बरत रहे हैं। सड़कों का नर्मिाण कागजों में दिखा कर सरकारी बजट लूट रहे हैं। सरकार इस ओर ध्यान दे।
-दिनेश कुमार , क्षेत्रीय नागरिक
राजा का ताल से गैस प्लांट मार्ग पर गुजरने वाले ज्यादातर ग्रामीण साइकिल सवार होते हैं। किसान-मजदूर साइकिल से आते जाते हैं। सड़क में जगह-जगह हो रहे गड्ढे की वजह से हम साइकिल जल्दी-जल्दी टूट जाती है। मजदूरी में मिलने वाला पैसे का अधिक हस्सिा साइकिल की टूट-फूट की मरम्मत करने में खर्च हो जाता है। जिससे आर्थिक नुकसान भी होता रहता है।
-भोला सिंह, क्षेत्रीय नागरिक
सड़क पूरी तरह टूटी पड़ी है। पैदल गुजरना भी मुश्किल हो गया है। सड़क पर चलने वाले बच्चों से लेकर बूढ़े तक सभी लोग परेशान हो रहे हैं। कई लोगों को हर रोज अनेक तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों को हमारी मुश्किलों का कोई एहसास नहीं हो रहा। आखिर हम लोग इस टूटी फूटी सड़क पर कब तक चलते रहेंगे।
-मुकेश कुमार, स्थानीय नागरिक
हमारी आधी जिंदगी इस टूटी हुई सड़क पर चलते चलते बीत गई, लेकिन सड़क बनने का नंबर आज तक नहीं आ सका। चुनाव के टाइम पर नेता लोग वोट मांगने आते हैं। सभी नेता सड़क बनवाने का वादा कर जाते हैं। लेकिन फिर बाद में कोई नेता नहीं आता है। ऐसे में कौन सड़क बनवाएगा। हमारी समझ में नहीं आता। कब भला होगा।
-वेदवती, क्षेत्रीय महिला
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