करोड़ों की सरकारी जमीन पर बन गए अवैध मकान
Gangapar News - करोड़ो की सरकारी जमीन पर बन गए अवैध मकान मेजा। हाईकोर्ट के आदेश पर भले ही नारि गॉव स्थित एक तालाब पर निर्मित दर्जनों भवनों को भले ही स्थानीय प्रशासन ने

हाईकोर्ट के आदेश पर भले ही नारि गॉव स्थित एक तालाब पर निर्मित दर्जनों भवनों को भले ही स्थानीय प्रशासन ने जेसीबी से गिरवा दिया, लेकिन तहसील से कुछ दूर मेजा पहाड़ी पर अवैध रूप से बनाए गए सैकड़ों मकान धराशाई नहीं हो सके। सूत्रों की माने तो दो वर्ष पूर्व निर्वतमान एसडीएम विनोद कुमार पांडेय के निर्देश पर हल्का लेखपाल विजय कुमार ने मेजा पहाड़ी की सरकारी जमीन पर निर्मित मकान स्वामी प्रेमशंकर, रायकृष्ण, अमरजीत, रामकैलाश, लल्लू, बनवारीलाल, दीपू गौड़, ननकऊ, सुड्डू आदिवासी, कमलेश बहेलिया, बुद्धिराम, अशोक कुमार, रामसजीवन, कमलेश, विनोद कुमार, गंगाप्रसाद, ननकू शर्मा, कृष्ण प्रजापति, जड़ावती देवी, विजय यादव, सियाराम, सुनील कुमार, बब्बू, मदनलाल, अंकित कुमार, जंगबहादुर, गंगाराम, जनक जायसवाल, अशोक कुमार, मनोज कुमार, शिवचन्द्र, राधेश्याम, राजेश कुमार, कैलाश, भोलानाथ, महेश कुमार, सहित 51 लोगों की सूची एसडीएम व तहसीलदार मेजा का दे रखी थी।
एसडीएम के आदेश पर सभी अवैध रूप से बसे लोगों के खिलाफ धारा 3/5 के तहत लिखापढ़ी दर्ज की गई है, लेकिन बेदखली की कार्रवाई नहीं हो सकी। इस बीच मेजा पहाड़ी खाली पड़ी सरकारी जमीन पर कई ने अवैध रूप से मकान का निर्माण करा लिया। करोड़ों की जमीन स्थानीय लोगों ने मिलकर कौड़ियों के भाव मौखिक रूप से बेच दी। जिस पर स्थानीय लोगों के अलावा कई बाहरी लोग अपना भवन बना लिए। मेजा पहाड़ी पर अग्निशमन विभाग कार्यालय के पीछे नौ बीघे खेल का मैदान छूटा हुआ है। इस मैदान के आस-पास खाली पड़ी जमीन पर भी अवैध कब्जा हो चुका है। यदि प्रशासन ने ध्यान न दिया तो खेल का मैदान भी खेल-खेल में गायब हो जाएगा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।