अमेठी-बिजली कटौती को लेकर मची त्राहि- त्राहि
Gauriganj News - अमेठी में तीन दिनों से जारी विद्युत संकट ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। संविदा कर्मियों की हड़ताल और मौसम की वजह से कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति ठप है। इससे गर्मी और उमस में लोग परेशान हैं।...

अमेठी। जिले भर में पिछले तीन दिनों से जारी विद्युत संकट ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। संविदा कर्मियों की हड़ताल और मौसम की मार से शुकुल बाजार, जगदीशपुर, मुसाफिरखाना, महोना, सत्थिन, भेटुआ सहित कई इलाकों में बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप है। जिससे लाखों की आबादी गर्मी और उमस में बेहाल है। मांगों को लेकर संविदा कर्मियों की हड़ताल तीसरे दिन भी जारी रही। जिसके चलते कई फीडरों पर बिजली सप्लाई व्यवस्था पूरी तरह से ठप है। जिले के कई गांव व कस्बे बीते तीन दिनों से अंधेरे में डूबे हैं। शिकायत दर्ज कराने के बाद भी विद्युत सप्लाई बहाल नहीं हो सकी।
विभाग के नियमित कर्मचारी भी नदारद रहे। लाइन फाल्ट व अन्य कमियों को दूर नहीं किया सका। संग्रामपुर के बड़गांव पावर हाउस के सभी 11 केवीए फीडर की सप्लाई दोपहर से बाधित हो गई। बीएचईएल के रोड नंबर चार की सप्लाई बंद है। तिलोई सब स्टेशन से जुड़े 200 शैया अस्पताल की सप्लाई बंद है। इसके साथ ही पनियार पावर हाउस के करैया, अमयेमाफी व पनियार फीडर तथा मिश्रौली फीडर से जुड़े मड़ौली, तुलापुर, शहजीपुर, नरायणपुर व भौसिंहपुर की सप्लाई बंद है। वहीं भेंटुआ का टिकरी फीडर, धरई माफी व अमयेमाफी में सप्लाई पूरी तरह से बंद रही। शुकुल बाजार संवाद के अनुसार क्षेत्र की बिजली आपूर्ति तीन उपकेंद्रों-शुकुल बाजार, महोना और सत्थिन से होती है। सभी उपकेंद्र बंद होने से कस्बे और ग्रामीण इलाकों में अंधेरा छा गया है। बुधवार रात कुछ देर के लिए आपूर्ति बहाल हुई थी, लेकिन गुरुवार की सुबह बारिश और फाल्ट के कारण फिर से बिजली चली गई। अवर अभियंता दर्पण श्रीवास्तव ने बताया कि वह एक निजी कर्मचारी के साथ फाल्ट खोजने में लगे हैं, पहले मुख्य आपूर्ति चालू की जाएगी, फिर गांवों की बहाली होगी। अमेठी संवाद के अनुसार पीठीपुर और खेरौना उपकेंद्रों की बिजली आपूर्ति भी आंधी-पानी के कारण ठप हो गई है। अवर अभियंता पंकज सिंह ने बताया कि संविदा कर्मियों की हड़ताल के चलते मरम्मत कार्य बाधित है और आपूर्ति बहाल होने में समय लग सकता है। शुकुलपुर उपकेंद्र के मिश्रौली, मड़ौली, शुकुलपुर सहित पांच फीडर बंद हैं, जिससे क्षेत्र में हाहाकार मचा है। मुसाफिरखाना संवाद के अनुसार बुधवार रात आई आंधी के बाद बिजली गुल हो गई जो गुरुवार शाम तक पूरी तरह बहाल नहीं हो सकी। दोपहर में कुछ देर बिजली आई, लेकिन फिर से आपूर्ति बाधित हो गई। जगदीशपुर संवाद के अनुसार हारीमऊ, देवकली, रानीगंज क्षेत्रों में भी फीडरों की हालत खराब है। आधी-तूफान के कारण बिजली आपूर्ति लगातार बाधित है। स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों ने शिकायत की है कि गर्मी में बिना बिजली के जीवन दूभर हो गया है, जबकि किसान सिंचाई न होने से चिंतित हैं कि फसलें खराब हो सकती हैं। विद्युत विभाग की सीमित टीम हालात सुधारने में जुटी है, लेकिन हड़ताल और तकनीकी फाल्ट के चलते समस्या का समाधान फिलहाल दूर नजर आ रहा है। कोट धरना प्रदर्शन को लेकर कोई निर्णय प्रदेश नेतृत्व द्वारा ही लिया जाएगा। सरकार हमारी मांगों पर ध्यान दे। विनय शुक्ला जिलाध्यक्ष, संविदा कर्मचारी संघ साथ में बरसात से मिली गर्मी से राहत अमेठी। जिले में गुरुवार की सुबह मौसम का मिजाज बदल गया। दो बजे के करीब जिले कई हिस्सों में बरसात हुई। जिसके बाद लोगों को गर्मी से काफी राहत मिली है। बरसात के बाद किसानों ने धान की नर्सरी की तैयारी शुरू कर दी है। वहीं कई हिस्सों में बरसात के चलते पेड़ गिर जाने से बिजली सप्लाई बाधित रही। जिसे बाद में सही कराया गया। एडीएम अर्पित गुप्ता ने बताया कि गौरीगंज, अमेठी व मुसाफिरखाना तहसीलों में कोई जन हानि या पशु हानि की सूचना नहीं है।
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