Pant Nagar Ward in Gonda Faces Severe Neglect Despite VIP Status Residents Demand Urgent Solutions बोले गोंडा: पंतनगर झेल रहा है उपेक्षा का शिकार, Gonda Hindi News - Hindustan
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बोले गोंडा: पंतनगर झेल रहा है उपेक्षा का शिकार

Gonda News - गोंडा के पंत नगर वार्ड में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। यहां सड़कें टूटी हुई हैं, हैंडपंप खराब हैं और जलभराव की समस्या है। लोग कूड़ा निस्तारण और सफाई व्यवस्था में कमी की शिकायत कर रहे हैं। वार्ड के...

Newswrap हिन्दुस्तान, गोंडाWed, 9 April 2025 06:53 PM
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बोले गोंडा: पंतनगर झेल रहा है उपेक्षा का शिकार

शहर में कलेक्ट्रेट और विकास भवन से सटे पंतनगर वार्ड का नाम शहर पॉश कालोनियों में शुमार होता है। इसी वार्ड में बीएसए, आयकर समेत कई प्रमुख कार्यालय हैं। प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री गोविंद बल्लभ पंत के नाम पर बनी इस कॉलोनी को पहले फोरबिसगंज के नाम से जाना जाता था। आज भी लोगों की जुबान पर जब-तब फोरबिसगंज का नाम ही सुनने को मिलता है। आजादी के कई दशक बीतने के बाद भी मोहल्ले में आज भी मूलभूत सुविधाओं का अभाव हैं। सड़क, पेयजल, कूड़ा निस्तारण जैसी समस्याओं से यहां के लोग जूझ रहे हैं। हिन्दुस्तान ने बोले गोण्डा के तहत लोगों से बात की सबने समस्याओं की फेरहिस्त गिना दी है। साथ ही अफसरों से समस्याओं के समाधान की मांग की।

गोण्डा। शहर के सबसे वीआईपी कही जाने वाले अफसर कॉलोनी और कलेक्ट्रेट व विकास भवन से सटा पंतनगर वार्ड विकास कार्यों को लेकर उपेक्षा का शिकार है। वार्ड के मुख्य चौराहे की स्थिति बहुत ही दयनीय नजर आ रही है। शहर का यह क्षेत्र फिरंगी अंग्रेज अफसर फोरबिस के नाम से फोरबिसगंज के नाम से आज भी जाना जाता है। लोगों की माने तो अंग्रेज क्षेत्र में चौपाल लगाकर जनता की समस्या सुनते थे।

आजादी के बाद प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बने गोविंद बल्लभ भाई पंत के नाम से नगर पालिका ने उन्नीस सौ उनचास में नाम बदलकर पंत नगर कर दिया। यह क्षेत्र पहले काफी बड़ा बना हुआ था। शहर के वार्ड में शामिल होने के बाद धीरे-धीरे मुहल्ले की छंटनी होनी शुरू कर दी गई। जिसके चलते यह शहर के दक्षिण कोने में एक सीमित दायरे में सिमट गया। आजादी के साढ़े सात दशक बाद भी पंत नगर वार्ड विकास की राह देख रहा है। पंत नगर का मुख्य चौराहा की तस्वीर विकास की हकीकत को बयां कर रही है। जिसके आसपास पटरी दुकानों व ठेलों वालों ने कब्जा जमा रखा है। चौराहा एक दम से टूटा हुआ नजर आ रहा है। वार्ड के बीचों-बीच में बना चौराहा के चार मार्ग है। चौराहा से दक्षिण की ओर जाने पर कई मार्ग को जोड़ती है।

उत्तर की ओर शहर के मुख्य मार्ग लखनऊ हाईवे और पूर्व की सड़क कचहरी सहित सभी सरकारी व निजी कार्यालयों को तथा पश्चिम की सड़क आधे दर्जन गांवों को जोड़ रही है। इन सड़कों पर सालों से नजर आ रहे बड़े गहरे गड्ढे मार्ग पर अभी हाल ही पैचिंग कराया गया है। जिस पर लोग चलने से परेशान नजर आ रहे थे। हालांकि अभी भी कुछ सड़कों पर नजर आ रहे गड्ढों को भरना बाकी है। स्वच्छता रैंकिंग में पहला स्थान हासिल किए शहर की पहचान पंत नगर वार्ड से देखी जा सकती है।

स्थानीय निवासी कृष्ण चन्द्र पांडेय ने बताया कि इस वार्ड को बने हुए सत्तर साल हो गए। लेकिन वार्ड के मुख्य चौराहे की तस्वीर करीब 15 साल से बदहाल है। जिस पर चलने से कई लोगों को स्लिप डिस्क की समस्या बनकर सामने आई है। उन्होंने कहा कि पंत नगर नगर पालिका के विकास के सारे दावे की पोल खोल रहा है। चौराहे पर अनाधिकृत दुकानों व ठेलों वालों ने कब्जा कर रखा है। इसका सुंदरीकरण करने की जरूरत है। पंत नगर के हिमांशु तिवारी ने कहा कि वार्ड के मुख्य चौराहे की हालत बहुत ही खराब नजर आती है। राजू मिश्रा ने बताया कि लखनऊ हाईवे से पंत नगर को आने वाले रास्ता पर नाले का पत्थर कई महीने से टूटा हुआ है।

हैंडपंप के सूखे कंठ से कैसे बुझाएं प्यास : शहर के पंत नगर कॉलोनी में सड़क किनारे लगे हैंडपंप कई महीने से खराब पड़े हैं। लल्लू ने बताया कि रामलीला मैदान के पास रोड किनारे लगा हैंडपंप तीन से चार महीने से खराब है। वहीं, शिव मंदिर के पास लगे हैंडपंप कई साल से खराब पड़ा है। लोगों ने बताया कि हैंडपंप के सूखे कंठ से भीषण गर्मी में प्यास कैसे बुझेगी।

सड़क किनारे बदहाल कूड़ेदान से गंदगी: पंतनगर में लखनऊ हाईवे मार्ग पर सड़क किनारे टीन शेड का खुला कूड़ेदान बदहाल नजर आता है। लोगों ने बताया कि कूड़ेदान में डाला गया कूड़ा उड़कर सड़कों पर गंदगी फैलती है। लोगों का कहना है कूड़ा डालने के बनाए गए कूड़ेदान को चारों तरफ से बंद किया जाए। जिसकी हर दिन निगरानी के बाद कूड़े का उठान हो। सड़क किनारे कई जगह पर कूड़े के ढेर लगे है। जो स्वच्छता की मुहिम पर पलीता लगा रहे हैं।

बारिश के दिनों में जलभराव की समस्या से जूझते हैं लोग: शहर की वीवीआईपी कालोनी में शुमार पंत नगर कॉलोनी विगत कुछ सालों से जलभराव की समस्या से जूझ रहा है। कालोनी वासियों का कहना है कि हल्की बारिश होने से पूरी कालोनी की सड़के जलमग्न हो जाती हैं। इस जलभराव की वजह से काफी समस्या होती हैं।

कॉलोनी की सड़कें टूटीं: पंत नगर कालोनी की कई सड़कें टूटी हुई हैं। सड़क टूटने की वजह से राहगीरों को आए दिन चोट लग जाती हैं। वहीं, स्कूली बच्चों को भी समस्याओं से जूझना पड़ता है। लोगों का कहना है कि सड़क टूटी होने से स्कूल जाने वाले बच्चे गिरकर चोटिल हो जाते है। जल्द सड़क निर्माण कार्य कराया जाए।

खुली नालियों से मच्छरों का बढ़ा प्रकोप: पॉश कालोनी में बनी सभी नालियां खुली हुई हैं। इन नालियों में प्लास्टिक कचरा भरा हुआ रहता हैं। इसकी वजह से बदबू आने लगती हैं। वहीं, नालियां बजबजाती रहती हैं। इसकी वजह से मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। कॉलोनी में बजबजाती नालियों से तरह विभिन्न प्रकार की बीमारियों के होने की आशंका बनी रहती हैं।

महीनों से टूटी है पुलिया की रेलिंग, हादसे की आशंका: जिले की वीआईपी कॉलोनी होने का तमगा ओढ़े कॉलोनीवासियों को विभिन्न समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। बीएसए कार्यालय की ओर जाने वाली सड़क पर पुलिया रेलिंग महीनों से टूटी हुई है। पुलिया की रेलिंग टूटी होने से हादसे की आशंका बनी हुईहै।

सड़क किनारे खुले में पड़ा कूड़ा, राहगीर परेशान

पंत नगर कॉलोनी सिर्फ कहने को वीआईपी हैं यहां टीन शेड लगाकर कूड़ादान बना दिया गया है। जो पूरी तरह से खुला हुआ है। लोग कूड़े को बाहर फेक देते है। इसकी वजह से दुर्गंध आ रही है। इसकी वजह से राहगीरों को दुर्गंध से परेशानी हो रही हैं। वहीं, नालियों की सफाई के बाद भी कचरे को जल्दी हटाया नहीं जाता हैं।

पंत नगर कॉलोनी में कई विभागों के अधिकारी और कर्मचारियों का आवास भी है लेकिन उपेक्षाओं के चलते इस कॉलोनी की व्यवस्था अब बेपटरी हो चुकी हैं। लखनऊ रोड से नीचे आते ही जगह-जगह सड़क टूटी हुई है और नालियों का गंदा पानी सड़क पर बह रहा है। जबकि इसी रास्ते कॉलोनी के लोगों और स्कूली बच्चों का आना-जाना होता हैं। इन सबके बावजूद इन जिम्मेदारों के कानों में जू तक नहीं पहुंच पा रही हैं।

टूटी सड़क, तारों का मकड़जाल बना कालोनी की पहचान: शहर का पहला वार्ड होने का तमका मिला हुआ है लेकिन सुविधाओं के मामले में काफी पीछे है। कालोनी के लोगों का कहना है कि नालियां बजबजा रही हैं। इसकी वजह से अब मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है। इन मच्छरों और गंदगी से विभिन्न प्रकार की बीमारियों के होने की आशंका बढ़ गई है। सिर्फ कहने को वीआईपी कालोनी है। इस कालोनी में कुछ स्ट्रीट लाइट भी खराब बताई जा रही है। गली की सड़कों पर लोगों ने अनाधिकृत तौर पर स्पीड ब्रेकर बनवा लिए हैं। इन स्पीड ब्रेकरों की वजह से वाहन सवार गिरकर चोटिल हो रहे हैं। बारिश के वक्त गलियों में पानी भरने पर स्पीड ब्रेकर न दिखने पर हादसे का सबब बनेंगे।

प्रस्तुति: रंजीत तिवारी/सच्चिदानंद शुक्ल

सुझाव

1. पंतनगर मोहल्ले की सड़कों का निर्माण कार्य किया जाए।

2. बिजली के लटकते तारों को सुधारने और जर्जर खंभों को बदला जाए।

3. नालियों की सफाई और ढंकने का काम आवश्यक है।

4. पंत नगर चौराहे का सुंदरीकरण कराया जाए।

5. मोहल्ले से बाहर कूड़ाघर बने, सड़क किनारे कूड़ा होने से राहगीरों को समस्या होती है।

शिकायत

1. मोहल्ले की सड़क कई सालों से बदहाल है। जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं।

2. मोहल्ले में नालियां बजबजा रही हैं। इससे मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है।

3. सड़क किनारे बिजली का जर्जर खंभा लगा है। इससे हादसा हो सकता है।

4. मोहल्ले में खुले में कूड़ा फेंका जा रहा है। राहगीर परेशान है।

5. मंदिर के सामने लगा हैडपंप खराब, पेयजल समस्या

कॉलोनी के लोगों ने बताई दुश्वारियां:

वीआईपी कॉलोनी होने के बाद भी दुश्वारियों ने डेरा डाल रखा है। नालियां बजबजा रही हैं। सड़कें टूटी हुई है। लोगों का कहना है कि सिर्फ चुनावी वादे तक सीमित है।

-अजय शंकर श्रीवास्तव

कॉलोनी की सड़क सालों से टूटी हुई है। इसको लेकर कई बार जनप्रतिनिधियों से भी कहा जा चुका है लेकिन किसी ने ध्यान तक नहीं दिया। इससे लोगों को परेशानी होती है।

- लल्लू

सफाई कर्मचारी के नियमित न आने से मोहल्ले की सफाई व्यवस्था बाधित होती है। कुछ स्ट्रीट लाइटें खराब हैं। इससे रात के समय राहगीरों को समस्या होती है। इसे सुधारने की आवश्यकता है।

-कृष्ण चंद्र पांडेय

वीआईपी कालोनियों में शुमार पंत नगर का विकास लगता है सिर्फ कागजों में शायद हुआ हो। हकीकत में तो वर्षों से सड़कें, नालियां बदहाल है। इसे सुधारने की जरूरत है।

- हिमांशु तिवारी

कॉलोनी में बिजली के लटकते तारों से हादसा होने की संभावना बनी रहती है। कॉलोनी में दर्जनों अफसर और कमर्चारियों का आवास है लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा है।

- सुनील मिश्रा

कॉलोनी में सड़कें दुरुस्त कराई जानी चाहिए। इससे राहगीरों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, बारिश के दिनों में जलभराव हो जाता है।

-अवधेश तिवारी

शहर में सीवर लाइन बनाने की आवश्यकता है। इससे जलनिकासी की समस्या से निजात मिल जाएगी। जिले के अफसरों और जनप्रतिनिधियों को ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।

- संजय मिश्रा

मोहल्ले की नालियों को ढंकने पर विचार किया जाना चाहिए। क्योंकि इससे मच्छरों का प्रकोप कम होगा। वहीं कॉलोनी की सड़कों का निर्माण होना चाहिए। नालियों की नियमित सफाई हो।

- पराग दत्त मिश्रा

पंत नगर मोहल्ले में नियमित कूड़ा उठाने की व्यवस्था किया जाना चाहिए। इधर उधर कूड़ा फेंकने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। इससे कॉलोनी में स्वच्छता का वातावरण बनेगा।

-बृज मोहन शुक्ल

मोहल्ले में फैले तारों के मकड़जाल से निजात दिलाने की आवश्यकता है। इससे हादसा होने की आशंका बनी रहती है। केबिल लगाने के काम को तेजी से कराया जाए।

- अभिषेक पांडेय

मोहल्ले में लगे बिजली के जर्जर खंभों को तत्काल बदला जाए। कॉलोनी के चौराहे पर बीचों बीच बिजली का ट्रांसफार्मर रखा है। इसे हटाया जाए और चौराहे की सफाई हो।

- डॉ विशाल

पेयजल व्यवस्था के लिए इंडिया मार्का हैंडपंप लगाए गए हैं लेकिन कुछ हैंडपंप खराब हो चुके हैं। इसकी मरम्मत कराने की आवश्यकता है। भीषण गर्मी में लोगों को काफी परेशानी होगी।

-रुद्र शुक्ला

कॉलोनी में छुट्टा मवेशियों का झुंड सड़क पर टहलता रहता है। इससे राहगीरों में हादसे का डर बना रहता है। इन मवेशियों को पकड़वाया जाए और गोशाला भेजा जाए।

- अमित मिश्रा

कॉलोनी में लगाई गई इंटरलॉकिंग ब्रिक्स को सुधारा जाए ताकि ये ऊबड़ खाबड़ न रहे। इससे बच्चों को चोट लगने की आशंका बनी रहती है। वहीं नालियों की नियमित सफाई होनी चाहिए।

-अखिलेश चतुर्वेदी

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