पेपर लीक का मास्टर माइंड, गोरखपुर के हास्पिटल में लगाता था पैसा
Gorakhpur News - 27 मार्च को आरोपित को पकड़कर ट्रांजिट रिमांड पर ले गई रांची एसआईटी 27 मार्च को आरोपित को पकड़कर ट्रांजिट रिमांड पर ले गई रांची एसआईटी साल्वर गैंग के

गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता मार्च महीने के अंतिम सप्ताह में गोरखपुर के पादरी बाजार क्षेत्र की हनुमंत नगर कालोनी से संदीप त्रिपाठी उर्फ शशिभूषण दीक्षित को उसके दोस्त यहीं के रहने वाले विवेक रंजन के साथ एसआईटी रांची की टीम पकड़कर ट्रांजिट रिमांड पर ले गई थी। झारखंड में हुए जेएसएससी सीजीएल प्रश्नपत्र लीक मामले में संदीप मास्टर माइंड निकला। मामले की जांच कर रही सीआईडी ने संदीप के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी है। बताया जा रहा है कि साल्वर के रूप में कमाई गई मोटी रकम को संदीप ने गोरखपुर के कई हास्पिटलों में लगाया है।
दरअसल, संदीप मूल रूप से गोपालगंज जिला के गिरधर परसा का रहने वाला है। वर्तमान में वह गोरखपुर जिले के हनुमंत नगर कॉलोनी लेन नंबर पांच में रहता है। यहां करीब पांच साल पहले उसने मकान बनवाया है। बताया जा रहा है कि एक गोरखपुर में अस्पताल का संचालन भी करता है, हालांकि उसके करीबी बताते हैं कि एक नहीं कई हास्पिटल में उसने पैसा लगाया है। एसआईटी रांची ने उसके साथी विवेक रंजन को भी गोरखपुर से ही पकड़ा था, वह भी गोपालगंज जिले के परखोली गांव का रहने वाला है। विवेक रंजन पादरी बाजार हनुमंत नगर सेक्टर दो में रहता था। 27 मार्च को दोनों की तलाश में रांची एसआईटी आई थी और कैंट तथा शाहपुर पुलिस टीम के साथ दोनों को पकड़ा था। कैंट थाने में दाखिल करने के बाद ट्रांजिट रिमांड पर एसआईटी दोनों को लेकर गई थी। दोनों आरोपियों को एसआईटी ने जेल भेजवा दिया था।
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