जनशिकायतों के निस्तारण को डीएम ने तय की एसओपी, एकल खिड़की व्यवस्था
Kushinagar News - कुशीनगर में जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर ने जन सुनवाई में शिकायत पत्रों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के लिए मानक प्रक्रिया निर्धारित की है। एकल खिड़की व्यवस्था से शिकायतों का पंजीकरण होगा और उन्हें...

कुशीनगर, वरिष्ठ संवाददाता। जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर ने जन सुनवाई में प्राप्त शिकायती पत्रों के समय से व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के निए मानक प्रचलन प्रकिया (एसओपी) निर्धारित कर दी है। इसके तहत एकल खिड़की व्यवस्था की गयी है, जहां शिकायतों को दो कंप्यूटर ऑपरेटर पंजीकृत करेंगे और पीडीएफ बनाकर संबंधित अधिकारी को उसी दिन भेज देंगे। 15 दिन से अधिक लंबित मामलों अले से सूची बनाएंगे और प्रभारी अधिकारी शिकायत को प्रस्तुत करेंगे। डीएम ने बताया कि जन शिकायतों के कुशल निस्तारण हेतु एक एकल शिकायत खिडकी की व्यवस्था की जायेगी। जिसमें दो कम्प्यूटर आपरेटर की ड्यूटी प्रत्येक कार्यदिवस प्रातः 10 बजे से सायं 5 बजे तक लगायी जायेगी।
वह प्राप्त प्रार्थना पत्रों का पंजीयन करेगें एवं अधिकारीवार छंटनी कर पीडीएफ बनाकर उसी दिन संबंधित जांच अधिकारी को भेज देंगे। सभी पीडीएफ को तिथिवार फोल्डर बनाकर कम्प्यूटर में संरक्षित किया जायेगा। अनुपालन आख्या आने पर उस शिकायत के साथ संलग्न कर रखेंगे। ताकि कम्प्यूटर से ही यह देखा जा सके कि कितने ऐसे प्रकरण हैं जिसमें आख्या अप्राप्त है। पन्द्रह दिन से अधिक समय से लम्बित शिकायती प्रार्थना पत्रों का एक गोसवारा बनाएंगे और सूची सहित प्रभारी अधिकारी शिकायत के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। राजस्व विभाग से संबंधित शिकायत को तहसीलदार द्वारा तीन दिन के अन्दर राजस्व निरीक्षक को प्रत्येक दशा में उपलब्ध करा देना है। राजस्व निरीक्षक तत्काल सम्बन्धित क्षेत्र के लेखपाल को जांच के लिए वाट्सएप के माध्यम से प्राप्त देंगे। अन्य विभागों में भी तीन दिन का ही समय तय है। राजस्व विभाग के फील्ड अधिकारी, लेखपाल, राजस्व निरीक्षक या नायब तहसीलदार अनिवार्य रूप से स्थलीय भ्रमण कर प्रकरण की जांच कर नियमानुसार समस्या का निस्तारण करेंगे। शिकायत निस्तारण में अनिवार्य रूप से स्थलीय भ्रमण किया जायेगा। किसी भी दशा में पुराने स्थलीय निरीक्षण की आख्या या फोटो को प्रेषित नहीं किया जायेगा, चाहे प्रकरण समान ही क्यों न हो। शिकायकर्ता एवं विपक्षी से स्थलीय निरीक्षण के पूर्व दूरभाष पर निरीक्षण के समय उपस्थित रहने हेतु सूचित किया जायेगा। जांच आख्या में भी दूरभाष संख्या सम्पर्क करने का समय एवं पक्ष व विपक्ष का मोबाइल नम्बर अंकित किया जायेगा। स्थल भ्रमण व जांच का जीओ टैग टाइम स्टैम्पड फोटोग्राफ संलग्न किया जायेगा। जांच रिपोर्ट का होगा परीक्षण, पांच खराब निस्तारण होंगे चिह्नित डीएम ने बताया कि जिलाधिकारी कार्यालय में आख्या प्रेषित करने से पूर्व संबंधित जिलास्तरीय अधिकारी बीडीओ, तहसीलदार व नायब तहसीलदार द्वारा आख्या के निस्तारण की गुणवत्ता का पहला परीक्षण अगले तीन दिन में किया जायेगा तथा निस्तारण आख्या को तीन श्रेणी में मार्क किया जायेगा। अधिकतम 15 दिन में जांच व निस्तारण कर दिया जाएगा। पन्द्रहवें दिन तक आख्या कार्यालय जिलाधिकारी को भेज दी जायेगी। सबसे खराब पांचनिस्तारण को चिन्हित किया जायेगा। इन्हें अपर जिलाधिकारी (विरा) व सीडीओ को प्रस्तुत किया जायेगा। दोनों अधिकारी समीक्षा बैठक में उन्हें प्रस्तुत करेंगे और उस अधिकारी को भी बुलाएंगे, जिसने गुणवत्तापूर्ण निस्तारण नहीं किया गया है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।