हवा में अटकी जान: झूले में उतरा करंट, 50 फीट ऊंचाई पर लगे झटके तो मची चीखपुकार
बांदा जिले में बड़ा हादसा होते-होते टल गया। जीआईसी ग्राउंड में लगी प्रदर्शनी में बुधवार देर शाम उस समय लोगों की जान सांसत में पड़ गई, जब वहां लगे करीब 50 फीट ऊंचे झूले में करंट उतर आया।

यूपी के बांदा जिले में बड़ा हादसा होते-होते टल गया। जीआईसी ग्राउंड में लगी प्रदर्शनी में बुधवार देर शाम उस समय लोगों की जान सांसत में पड़ गई, जब वहां लगे करीब 50 फीट ऊंचे झूले में करंट उतर आया। झूला झूल रहे लोगों को हवा में झटके लगे तो चीखपुकार मच गई। आननफानन ऑपरेटर ने सप्लाई बंद की, इसके बाद लोगों को एक-एक कर उतारा गया। हादसे में ऑपरेटर झुलस गया है, उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
शहर कोतवाली क्षेत्र में राजकीय इंटर कॉलेज मैदान में प्रदर्शनी चल रही है। इसमें बिजली से संचालित झूले लगे हैं। ज्वाइंट व्हील झूला भी है। प्रदर्शनी के कर्मचारी ज्ञानू ने बताया कि झूला तो जनरेटर से चलता है, लेकिन सजावट के लिए इस झूले में रंग-बिरंगी लाइटें लगाई गई हैं। बुधवार देर शाम करीब आठ बजे तेज हवाएं चलने से लाइटों के तार झूले को छूने लगे। तार कटे होने के कारण झूले में करंट उतर आया। उस समय झूले में कई लोग बैठे थे। जैसे ही उन्हें करंट के झटके महसूस हुए, वह चीखने-चिल्लाने लगे। उनका शोर-शराबा सुनकर प्रदर्शनी में भी भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। उनकी चीखपुकार सुनकर मुरादाबाद निवासी ऑपरेटर 17 वर्षीय स्वतंत्र ने बिजली सप्लाई बंद की। इस दौरान वह खुद भी करंट की चपेट में आ गया।
ऑपरेटर को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं, झूले सवार लोग करंट के झटके से काफी देर तक सहमे रहे। वहीं हादसे के बाद गुरुवार को झूले को सजावटी झालरें हटाने के बाद संचालित किया जा रहा है। सिटी मजिस्ट्रेट संदीप केला ने बताया कि प्रदर्शनी के लिए सभी विभाग से एनओसी जारी है। झूला लगाने की एनओसी पीडब्ल्यूडी से ली जाती है। पीडब्ल्यूडी की जिस इकाई से एनओसी मिलती है, उसके कार्यालय झांसी और कानपुर में हैं। प्रदर्शनी संचालक को वहां से एनओसी लाने के निर्देश दिए गए थे। एनओसी मिली या नहीं, इसकी जानकारी कराई जाएगी।