शिकायतों के फर्जी निस्तारण में पकड़े गए एलडीए, जलकल के अधिकारी-कर्मचारी
Lucknow News - लखनऊ में एलडीए, जलकल और नगर निगम के अधिकारियों की लापरवाही उजागर हुई है। मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर जन शिकायतों का सही निस्तारण नहीं किया गया और फर्जी निस्तारण दिखाया गया। इस पर विभागीय कार्रवाई...

विभागीय कार्रवाई की तैयारी, सीएम पोर्टल पर गलत जवाब देकर किया गुमराह, लापरवाही से एलडीए की छवि और रेटिंग को लगा झटका, वीसी ने जारी की नोटिस। लखनऊ। प्रमुख संवाददाता एलडीए, जलकल, नगर निगम में जन शिकायतों को गंभीरता से न लेने और फर्जी निस्तारण दिखाकर सीएम पोर्टल को गुमराह करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही उजागर हुई है। इन पर जल्द ही विभागीय कार्रवाई होगी। एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार व अपर नगर आयुक्त ने एक इंजीनियर सहित तीन लोगों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की नोटिस जारी कर दी है। मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल (आईजीआरएस) पर दर्ज शिकायतों के गुणवत्तापरक निस्तारण को लेकर लगातार निर्देश दिए जाते रहे हैं।
प्रत्येक शिकायत का समाधान तथ्यात्मक, ठोस और संतोषजनक करने का खुद कमिश्नर, एलडीए वीसी, नगर आयुक्त ने आदेश कर रखा है। इसके बावजूद शिकायतों को जल्दबाजी में सिर्फ कागज़ी तौर पर निस्तारित कर दिया गया। फर्जी तरीके से शिकायत निस्तारित की जा रही है। पकड़े गए अधिकारी-कर्मचारी इन प्रकरणों में अवर अभियंता विभोर श्रीवास्तव, प्रवर वर्ग सहायक ईरम खान, और अवर वर्ग सहायक विवेक सिंह की भूमिका मिली है। इन तीनों को मण्डलायुक्त कार्यालय से प्राप्त आईजीआरएस मामलों के दोबारा पंजीकृत होने के बाद चिन्हित किया गया। संबंधित मामलों में तीनों ने शिकायतों का निस्तारण कर अपनी रिपोर्ट पोर्टल पर अपलोड कर दी थी। इसी तरह जलकल के जोन एक के अधिशासी अभियंता के भी निस्तारण से शिकायतकर्ता असंतुष्ट रहे और उन्हें दोबारा शिकायत दर्ज करानी पड़ी। लापरवाही की घटनाएं विभोर श्रीवास्तव को आईजीआरएस संदर्भ संख्या 50015725000032 में अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई करनी थी। उन्होंने दिनांक 10.03.2025 को पत्र भेजकर मामले का निस्तारण दर्शा दिया। लेकिन वास्तविक कार्रवाई नहीं की। शिकायतकर्ता ने दोबारा मुख्यमंत्री कार्यालय में शिकायत की। इरम खान के विरुद्ध आईजीआरएस संदर्भ संख्या 50015725000025 में दुकान संख्या ए/22/डी सेक्टर-डी, कानपुर रोड योजना के नामांतरण के संबंध में शिकायत आई थी। उन्होंने 21.02.2025 को पत्र भेजकर निस्तारण की बात कही, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इससे आवंटी को परेशानी उठानी पड़ी और मामले की पुनरावृत्ति हो गई। विवेक सिंह के विरुद्ध आईजीआरएस संदर्भ 50015725000024 में जनेश्वर इन्क्लेव कुर्सी रोड स्थित फ्लैट संख्या 1204 के निरस्तीकरण को लेकर शिकायत दर्ज की गई थी। आवेदक ने आरोप लगाया कि बिना किसी पूर्व सूचना के उसका फ्लैट निरस्त कर दिया गया। इस पर विवेक सिंह ने 12.03.2025 को निस्तारण का पत्र भेज दिया, लेकिन उसमें न तो कारण स्पष्ट किए, न ही समाधान की कोई प्रक्रिया बताई गई। विभाग की छवि पर असर एलडी वीसी प्रथमेश कुमार ने अपने आदेश में लिखा है कि इन मामलों की पुनरावृत्ति से न सिर्फ रेटिंग प्रभावित हुई है, बल्कि विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस बात पर कड़ी नाराजगी जताई है कि गंभीर शिकायतों को भी सतही तौर पर निस्तारित कर पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा है, जो जनहित के साथ खिलवाड़ है। - जलकल ने शिकायत का बिना सुनवाई कर दिया निस्तारण जलकल ने मंडलायुक्त कार्यालय के आशुलिपिक गोकरण सिंह की शिकायत बिना सुनवाई के ही निस्तारित करने रिपोर्ट भेज दी। मामला आईजीआरएस पोर्टल पर पंजीकृत शिकायत संख्या 40015724107107 से जुड़ा है। जिसमें शिकायतकर्ता ने जलकल विभाग की लापरवाही पर आपत्ति जताई थी। शिकायतकर्ता ने फीड बैक में कहा कि उसकी बात सुने बिना ही अधिकारियों ने निस्तारण की रिपोर्ट लगा दी। शिकायत का निस्तारण ही नहीं हुआ। भौतिक सत्यापन भी दिखा दिया गया। इतना ही नहीं, गवाह के तौर पर एक अन्य व्यक्ति का नाम और मोबाइल नंबर भी जोड़ दिया गया। जबकि शिकायतकर्ता से कोई संवाद ही नहीं हुआ। मंडलायुक्त कार्यालय ने जलकल विभाग के संबंधित अधिकारियों पर नाराजगी जताई है। अपर नगर आयुक्त पंकज श्रीवास्तव ने मामले में जलकल के महाप्रबंधक को नोटिस जारी किया। उन्होंने कहा आइजीआरएस की शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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