प्रदेश में मंकीपॉक्स की एंट्री, बीआरडी में भर्ती हुआ युवक
Gorakhpur News - चिंताजनक दुबई में संक्रमित हुआ था देवरिया का युवक फ्लाइट से दिल्ली होते हुए

गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता प्रदेश में मंकीपॉक्स की एंट्री हो गई है। संक्रमित युवक बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती है। उसे संक्रमण दुबई में हुआ था। वहां से बीमार होने के बाद वह फ्लाइट से दिल्ली होते हुए लखनऊ पहुंचा। लखनऊ से वह बस से देवरिया पहुंचा। इस दौरान दुबई प्रशासन ने भारतीय दूतावास को उसके मंकीपॉक्स से संक्रमित होने की सूचना दी। जिसके बाद दिल्ली से लेकर देवरिया तक हड़कंप मच गया। पहले उसे देवरिया के देवरहवा बाबा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे भर्ती करने से इनकार कर दिया। इसके बाद बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
देवरिया के बनकटा का 35 वर्षीय युवक दुबई की एक कंपनी में काम करता है। बताया जाता है कि युवक एक हफ्ते पहले बीमार हो गया था। उसको तेज बुखार के साथ शरीर में चकत्ते व फफोले पड़ रहे थे। दुबई में कंपनी के अधिकारियों ने युवक को इलाज करने की सलाह दी। दुबई के अस्पताल में उसका प्रारंभिक इलाज हुआ। इसी दौरान चिकित्सकों ने एहतियातन विभिन्न बीमारियों की जांच के लिए नमूने ले लिए और फिर कंपनी के अधिकारियों ने उसे वापस भारत भेज दिया। वह बुधवार को फ्लाइट से दिल्ली होते हुए लखनऊ पहुंचा। जहां से वह सड़क मार्ग से देवरिया के बनकटा पहुंच गया। दुबई प्रशासन ने दी संक्रमित होने की सूचना बुधवार को दुबई प्रशासन ने भारतीय दूतावास को युवक के बीमार होने की सूचना दी। उसकी जांच रिपोर्ट में मंकीपॉक्स पॉजिटिव मिला था। इसके बाद भारतीय दूतावास ने विदेश मंत्रालय को सूचित किया। वहां से एयरपोर्ट अथॉरिटी और प्रदेश सरकार को इसकी जानकारी मिली। देवरिया मेडिकल कॉलेज ने नहीं किया भर्ती बुधवार की रात में युवक को लेकर जिला प्रशासन की टीम सबसे पहले देवरिया के देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज पहुंची। बताया जाता है कि मेडिकल कॉलेज में मंकीपॉक्स के मरीज की सूचना पर हड़कंप मच गया। कॉलेज प्रशासन ने संसाधनों की कमी का हवाला देते हुए मरीज को भर्ती करने से इनकार कर दिया। इस मामले की सूचना प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को भी दी गई। प्रमुख सचिव के हस्तक्षेप के बाद बीआरडी मेडिकल कॉलेज में मरीज को भर्ती कराया गया। 100 बेड के इंसेफलाइटिस वार्ड में बना है आइसोलेशन कक्ष बीआरडी मेडिकल कॉलेज में मंकीपॉक्स के मरीज के लिए विशेष इंतजाम किया गया। कॉलेज के 100 बेड वाले इंसेफलाइटिस वार्ड में एक आइसोलेशन कक्ष बनाया गया है। वहीं पर मरीज को भर्ती कराया गया है। बताया जाता है कि मरीज की हालत स्थिर है। मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. राजकिशोर सिंह की अगुवाई में तीन डॉक्टरों की टीम मरीज की हालत पर नजर रखे हुए हैं। इसमें दो रेजिडेंट भी उनके साथ हैं। सभी पीपीई किट में मरीज का इलाज कर रहे हैं। आरएमआरसी की टीम ने लिया नमूना मंकीपॉक्स की सूचना के बाद से आईसीएमआर भी हरकत में आ गया है। नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी (एनआईवी) पुणे के वैज्ञानिकों से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने संपर्क किया है। मरीज की जिनोम सीक्वेंसिंग होनी है। आरएमआरसी ने शुक्रवार को मरीज के खून, पसीना और लार का नमूना निकाल कर पुणे भेज दिया है। मरीज की हालत स्थिर, होगी जिनोम सीक्वेंसिंग प्राचार्य डॉ. रामकुमार जायसवाल ने बताया कि मंकीपॉक्स से पीड़ित मरीज की हालत स्थिर है। उसकी जिनोम सीक्वेंसिंग करने का फैसला किया गया है। आरएमआरसी के वैज्ञानिकों की टीम ने नमूना ले लिया है। उसे आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। इलाज से उसकी हालत बेहतर हुई है। देश में अब तक मिले 30 मरीज, यूपी का पहला केस देश में मंकीपॉक्स के मामले बेहद कम हैं। डॉ. राजकिशोर सिंह ने बताया कि देश में अब तक मंकीपॉक्स के 30 मरीज मिले हैं। इसमें 15 केरल में और 15 दिल्ली में मिले थे। यूपी में पहली बार मंकी पॉक्स की एंट्री हुई है। मरीज के घाव सूख रहे हैं। बुखार नियंत्रित है।
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