गुरु गोविंद सिंह के आदर्शों को आत्मसात करने की जरुरत: केशव प्रसाद
Lucknow News - -गुरु गोविंद सिंह का जीवन दर्शन आज भी प्रासंगिक व प्रेरणादायक -गुरु गोविंद सिंह

-गुरु गोविंद सिंह का जीवन दर्शन आज भी प्रासंगिक व प्रेरणादायक -गुरु गोविंद सिंह के आदर्शों को आत्मसात करने की जरूरत
-अब प्रत्येक वर्ष 30 मार्च को दिया जायेगा गुरु गोविंद सिंह राष्ट्रीय एकता पुरस्कार
-उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने वितरित किए गुरु गोविंद सिंह राष्ट्रीय एकता पुरस्कार
-उप मुख्यमंत्री ने लखनऊ की सुश्री कीर्ति सिंह व सरदार परविन्दर सिंह तथा अम्बेडकरनगर नगर के धर्मवीर सिंह बग्गा को प्रशस्ति पत्र व एक लाख रुपये का दिया पुरूस्कार
लखनऊ, विशेष संवाददाता
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि गुरु गोविंद सिंह का जीवन दर्शन आज भी प्रासंगिक व प्रेरणादायक है। हम सबको गुरु गोविंद सिंह के आदर्शों का न केवल अनुसरण करना चाहिए, बल्कि उन्हें आत्मसात करने की जरूरत है। उन्होंने घोषणा की कि अब प्रत्येक वर्ष 30 मार्च को गुरु गोविंद सिंह राष्ट्रीय एकता पुरस्कार दिया जाएगा। हम सबको राष्ट्र व समाज की सेवा के लिए नैतिक दायित्वों का निर्वहन करना चाहिए। राष्ट्र व समाज के प्रति हमारा समर्पण भाव स्पष्ट झलकना चाहिए।
केशव प्रसाद मौर्य रविवार को अपने कैंप कार्यालय सात कालिदास मार्ग पर आयोजित गुरु गोविंद सिंह राष्ट्रीय एकता पुरस्कार वितरण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। समस्त देश व प्रदेशवासियों को चैत्र नवरात्रि व नव सम्वत्सर की बधाई व शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने जहां राष्ट्रीय एकता व अखंडता के लिए गुरु गोविंद सिंह के त्याग व बलिदान की चर्चा की, वहीं उनके जीवन दर्शन पर भी विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि सबको सजग व सावधान रहते हुए देश की एकता के साथ खिलवाड़ करने वालों को मुंहतोड़ जवाब देना है। देश की एकता व अखंडता की पहरेदारी करना हम सबकी जिम्मेदारी है।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ने गुरु गोविंद सिंह राष्ट्रीय एकता पुरस्कार के तहत लखनऊ की सुश्री कीर्ति सिंह व सरदार परविन्दर सिंह तथा अम्बेडकरनगर नगर के धर्मवीर सिंह बग्गा को प्रशस्ति पत्र व एक लाख रुपये का पुरुस्कार प्रदान किया।
राष्ट्रीय एकीकरण विभाग द्वारा बताया गया है कि राष्ट्रीय एकीकरण विभाग के अन्तर्गत राष्ट्रीय एकता, अखण्डता, मानवाधिकारों की रक्षा, सामाजिक न्याय इत्यादि के क्षेत्र में सर्वोत्कृष्ट कार्य करने वाले उत्तर प्रदेश के लोगों को गुरु गोविन्द सिंह राष्ट्रीय एकता पुरस्कार दिया जाता है। वर्ष 2023 में पुरस्कार के लिए लखनऊ के सरदार परविन्दर सिंह को चुना गया। उन्होंने गरीब एवं शोषित लोगों को निःशुल्क विधिक सहायता, अल्पसंख्यक समुदाय के मध्य सद्भाव जैसे सर्वोत्कृष्ट कार्य किए। वर्ष 2024 में पुरस्कार के लिए अंबेडकरनगर के धर्मवीर सिंह बग्गा को चुना गया। धर्मवीर द्वारा पिछले 20 वर्षों से 1000 से अधिक कन्यादान की सेवा, लावारिस कोविड की लाशों का अन्तिम संस्कार तथा आठ वर्षों से लंगर की सेवा, सम्पूर्ण जीवन राष्ट्र व सामाज की सेवा में समर्पित, कन्या भ्रूण हत्या जैसे जघन्य सामाजिक अपराध को रोकने के सर्वोत्कृष्ट कार्य किए गए। वर्ष 2025 में पुरस्कार के लिए सुश्री कीर्ति सिंह लखनऊ का चयन किया गया। इनके द्वारा निःशुल्क रक्तदान, निःशुल्क चिकित्सा शिविर, लावारिस शवों का अंतिम संस्कार, पर्यावरण संरक्षण, विधिक परामर्श शिविर इत्यादि आयोजित कर मानवाधिकारों की रक्षा, राष्ट्रीय एकता, साम्प्रादायिक सद्भाव के प्रति जागरुकता जैसे कार्य किए गए।
इस अवसर पर सिख समाज की ओर से उपमुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। अपर मुख्य सचिव राष्ट्रीय एकीकरण विभाग जितेन्द्र कुमार ने सभी अतिथियों का स्वागत किया गया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधि, अधिकारी व प्रेस प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
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