Internship Mismanagement Exposed for MBBS and AYUSH Students at Balrampur Hospital बलरामपुर अस्पताल में इंटर्नशिप में गड़बड़झाला, दो माह की रोक, Lucknow Hindi News - Hindustan
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बलरामपुर अस्पताल में इंटर्नशिप में गड़बड़झाला, दो माह की रोक

Lucknow News - बलरामपुर अस्पताल में एमबीबीएस और आयुष छात्रों की इंटर्नशिप में अनियमितता सामने आई है। अधिकारियों ने निर्धारित सीटों से अधिक छात्रों को तैनात किया है। शिकायतों के बाद, मई तक नए छात्रों की इंटर्नशिप पर...

Newswrap हिन्दुस्तान, लखनऊTue, 25 March 2025 07:18 PM
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बलरामपुर अस्पताल में इंटर्नशिप में गड़बड़झाला, दो माह की रोक

बलरामपुर अस्पताल में एमबीबीएस व आयुष छात्रों की इंटर्नशिप मामले में गड़बड़झाला उजागर हुआ है। अधिकारियों ने नियमों को ताक पर रखकर तय सीट से ज्यादा इंटर्न छात्रों को तैनात कर दिया है। सूचना अधिकार के तहत यह खुलासा हुआ है। बलरामपुर अस्पताल में एमबीबीएस व आयुष पद्धति के छात्रों की इंटर्नशिप की व्यवस्था है। एमबीबीएस अंतिम वर्ष की परीक्षा के बाद छात्रों को एक साल की इंटर्नशिप करनी होती है। आयुष छात्रों को भी एक साल की इंटर्नशिप अनिवार्य है। इसमें छह माह छात्र अपने कॉलेज में इंटर्नशिप करते हैं। बाकी छह माह एलोपैथिक अस्पताल में करते हैं। बलरामपुर अस्पताल में करीब 210 इंटर्नशिप की सीटें हैं। जिसमें 170 एमबीबीएस व 55 आयुष छात्रों के लिए सीटे हैं। एमबीबीएस छात्रों को इंटर्नशिप के बदले भत्ता प्रदान किया जाता है।

शिकायत पर हुआ खुलासा

बलरामपुर अस्पताल में अधिकारियों में आयुष की तय सीटों से ज्यादा छात्रों को इंटर्नशिप के लिए रख लिया। इस पर कई शिकायत हुईं। जिस पर अधिकारियों ने लीपापोती कर दी। सूचना अधिकार के तहत जब यह जानकारी मांगी गई तो अधिकारी हरकत में आए। उसके बाद अधिकारियों ने किरकिरी व अनियमितता से बचने के लिए महानिदेशक प्रशिक्षण को पत्र भेजकर सीट बढ़ाने की अनुमति मांगी।

मई तक नए छात्रों की इंटर्नशिप पर रोक

अभी तक तय से अधिक सीटों पर फैसला नहीं हुआ है। इंटर्नशिप के नोडल अधिकारी डॉ. एमपी सिंह का कहना है कि मुझे कुछ समय पहले ही इंटर्नशिप का चार्ज मिला है। आयुष में तय से अधिक सीटों से कुछ ज्यादा छात्रों की तैनाती हुई है। पूरे मामले को देखते हुए मई तक इंटर्नशिप के लिए नए छात्रों के आवेदन पर रोक लगा दी गई है। फिलहाल मई तक किसी भी नए आयुष छात्र की तैनाती नहीं की जाएगी। साथ ही विभागावर डॉक्टरों से इंटर्नशिप छात्रों की जरूरत का प्रस्ताव मांगा गया है।

गार्ड लगवाते हैं हाजिरी

एमबीबीएस व आयुष छात्रों की हाजिरी तक की व्यवस्था ध्वस्त है। सुरक्षा गार्ड की निगरानी में छात्र लाइन लगाकर हाजिरी लगाते हैं। कई बार तो गार्ड ही छात्रों की ड्यूटी लगाते हैं। इससे छात्रों में खासी नाराजगी है।

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