ग्लोबल मॉडल एजेंसी के रूप में विकसित किया जाए ‘इन्वेस्ट यूपी : मुख्यमंत्री
Lucknow News - मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निवेश यूपी को वैश्विक मॉडल एजेंसी के रूप में विकसित करने का निर्देश दिया। उन्होंने भारतीय दूतावासों से समन्वय कर निवेशकों तक पहुंच बढ़ाने की बात कही। सिंगल विंडो प्रणाली...

वैश्विक निवेशकों तक पहुँच के लिए विदेशों में भारतीय दूतावासों से समन्वय इन्वेस्ट यूपी शासी निकाय की बैठक हर छह माह में अनिवार्य रूप से आयोजित हो
तकनीक की सहायता से सभी विभागों को जोड़कर सिंगल विंडो को सशक्त बनाया जाए
मुख्यमंत्री का निर्देश, 'चेज़िंग सेल' का गठन कर सेक्टर आधारित निगरानी और संवाद की व्यवस्था बने
लखनऊ। विशेष संवाददाता। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इन्वेस्ट यूपी को ग्लोबल मॉडल एजेंसी के रूप में विकसित किया जाए। इसके लिए विशेषज्ञों की सेवाएं ली जाएं। उन्होंने कहा कि हमारे पास हर सेक्टर के इंडस्ट्री स्पेशलिस्ट होने चाहिए। यह अपने अनुभव और विशेषज्ञता के अनुसार वैश्विक स्तर पर उद्योगों से सुविधाजनक ढंग से संवाद और समन्वय बना सकें। ताकि प्रदेश में अधिक से अधिक निवेश आए। उन्होने कहा कि दुनिया भर के दिग्गज निवेशकों तक पहुंच के लिए भारतीय दूतावासों से समन्वय किया जाए।
मुख्यमंत्री ने यह बातें मंगलवार को इन्वेस्ट यूपी के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि हुए उत्तर प्रदेश देश के सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन के रूप में औद्योगिक जगत की पहली पसंद बन कर उभरा है। इस सकारात्मक माहौल को और बेहतर बनाने की आवश्यकता है।
सिंगल विंडो सिस्टम में सुधार की जरूरत
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑनलाइन फ्रंट एंड सिंगल विंडो बनाई गई है । निवेश की श्रेणी के आधार पर विभिन्न स्तरों पर विभिन्न विभागीय अधिकारियों द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र दिए जाते हैं। इस व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है। पूरे अर्थों में 'सिंगल विंडो' की व्यवस्था लागू होना चाहिए।
निवेश मित्र की पुनर्संरचना की जाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि निवेश मित्र की पुनर्संरचना की जाए। तकनीक की सहायता से ऐसी व्यवस्था करें, जिससे कि उद्यमियों के आवेदन अन्य विभागों को री-डायरेक्ट नहीं हो। सभी विभागों को जोड़ें। प्रत्येक आवेदन का निस्तारण तय समय सीमा के भीतर होना सुनिश्चित करायें। यदि तय समय सीमा के भीतर संबंधित विभाग द्वारा निस्तारण नहीं किया जाता है तो डीम्ड अनुमति मिलनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंगल विंडो एक्ट लागू किया जाए, जिसके अंतर्गत बड़े निवेश के लिए औद्योगिक विकास विभाग द्वारा एकल स्वीकृति मिलने की व्यवस्था हो।
निवेशकों की सुविधा के लिए उद्यमी मित्रों का अधिकाधिक उपयोग किया जाए। निवेश सारथी पोर्टल को और उपयोगी बनाया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इन्वेस्ट यूपी के अंतर्गत एक चेज़िंग सेल (अनुश्रवण प्रकोष्ठ) के गठन करे। इसमें अलग-अलग इंडस्ट्रियल सेक्टर के विशेषज्ञों को सम्मिलित करें। यह सेल संभावनाओं वाले सेक्टरों को तलाशे, संवाद और समन्वय बनाये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश-दुनिया का हर निवेशक उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए उत्सुक है। विदेशों में इंडस्ट्री अप्रोच के लिए हमें दूतावासों से संपर्क-समन्वय बनाना उपयोगी होगा। मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए कि इन्वेस्ट यूपी शासी निकाय की छमाही बैठक जरूर आयोजित की जाए।
नई नीतियां लाने के निर्देश
सीएम ने कहा कि कई नए सेक्टर के लिए भी नीतियां घोषित की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि औद्योगिक विकास विभाग द्वारा वैश्विक क्षमता केंद्र (ग्लोबल कैपेसिटी सेंटर), फुटवियर एंड लेदर पॉलिसी, सर्विस सेक्टर पॉलिसी, फिनटेक और फाइनेंसियल सर्विस पॉलिसी और बायोटेक पॉलिसी यथाशीघ्र तैयार कर प्रस्तुत की जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि उद्योगों के लिए भूमि की उपलब्धता पहली आवश्यकता है। लैंडबैंक विस्तार के प्रयासों को और तेज किये जाने की आवश्यकता है। औद्योगिक विकास के लिए भू-उपयोग परिवर्तन की प्रक्रिया का सरलीकरण किया जाए।
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