सभी केंद्र:: केजीएमयू में अतिक्रमण हटाने के दौरान पथराव, चार डॉक्टर समेत पांच घायल
Lucknow News - -मजार हटाने की सूचना पर पहुंचे समुदाय विशेष के सैकड़ों लोग-विरोध में हिन्दूवादी संगठनों के लोग भी झंडा लेकर पहुंच गए-टकराव की स्थिति बनने से पहले

केजीएमयू परिसर में शनिवार को अवैध कब्जा हटाने के दौरान हंगामा खड़ा हो गया। मजार हटाने की सूचना पर सैकड़ों लोग पहुंच गए और पथराव कर दिया। पत्थरबाजी में चार डॉक्टर और एक कर्मचारी जख्मी हो गए। बवाल की जानकारी होने पर कई थानों की फोर्स पहुंच गई। दूसरे समुदाय विशेष के लोग भी झंडा लेकर पहुंच गए। केजीएमयू ने दोपहर में सफाई जारी की कि मजार को नहीं हटाया जाएगा लेकिन सभी अवैध कब्जे तोड़े जाएंगे। इसके बाद माहौल शांत हुआ। अवैध कब्जेदारों को अपने सामान खुद हटा लेने की छूट दी गई। देर शाम तक कार्रवाई जारी रही।घटना में डॉक्टरों समेत सभी घायलों का इलाज ट्रॉमा सेंटर में किया गया। मेडिकोलीगल जांच रिपोर्ट भी तैयार की गई है।
नेत्र रोग विभाग भवन के पीछे स्थित मजार के आसपास कुछ वर्षों में अवैध तरीके से फोटो स्टेट, बाइंडिंग, चाय, होटल समेत सात बड़ी दुकानें खुल गईं थीं। एक दुकान में चार-चार फोटो स्टेट मशीन हैं। दुकानों से सटाकर 50 अधिक परिवारों ने आशियाना भी बना लिया था। केजीएमयू प्रशासन ने अवैध कब्जा खाली करने के कई प्रयास किए। दुकानदारों को कब्जा हटाने के लिए एक माह में चार बार नोटिसें दीं, इसके बावजूद परिसर से जमीन खाली नहीं की गई। शनिवार को आखिरी नोटिस की अवधि पूरी होने पर केजीएमयू प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने का फैसला किया। दोपहर करीब 12 बजे दो बुलडोजर, चौक थाने की फोर्स और प्राक्टोरियल बोर्ड के सदस्य अतिक्रमण हटाने पहुंचे।
दुकानों के सहारे लोगों ने बनाए अवैध मकान
सात दुकाने तोड़ने पहुंची टीम को तो वहां 50 से अधिक परिवार भी रहते मिले। दुकान व मकान को तोड़े जाने के विरोध में अतिक्रमणकारियों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। दुकानों के साथ मजार तोड़ने की अफवाह फैला दी गई। कुछ ही देर में बड़ी संख्या में एक समुदाय के लोग एकत्र हो गए। अतिक्रमणकारियों की तरफ से पथराव शुरू कर दिया गया। पथराव में दो सीनियर डॉक्टर, दो रेजिडेंट व एक कर्मचारी को चोटे आईं।
आसपास के थानों की पुलिस ने संभाला मोर्चा
प्रदर्शन, हंगामा और पथराव की सूचना पर चौक समेत आसपास के कई थानों की फोर्स पहुंच गई। डॉक्टरों पर पथराव की सूचना पर काफी संख्या में मेडिकल छात्र और कर्मचारी भी जमा हो गए। वहां भीड़ के जमा होने से गांधी भवन की ओर जाने वाला रास्ता बंद कर दिया गया। कर्मचारी व छात्रों ने नारेबाजी शुरू कर दी। करीब तीन घंटे नेत्र रोग विभाग का चैनल बंद रहा। इससे मरीजों को खासी परेशानी हुई। भारी संख्या में पुलिस बल और रेजिडेंट डॉक्टरों की भीड़ जुटने के बाद पत्थरबाजी करने वाले पीछे हटे। उन्होंने खुद अपना सामान हटाने के लिए कुछ घंटे की मोहलत मांगी। केजीएमयू प्रशासन ने उनको कुछ देर का समय दिया। शाम को अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला। काफी हद तक अतिक्रमण हटाया गया।
झंडे के साथ हिन्दूवादी संगठन के लोग पहुंचे
हंगामे की सूचना पर बड़ी संख्या में हिन्दूवादी संगठन के लोग भी पहुंच गए। हाथों में झंडा लेकर लोगों ने नारेबाजी शुरू कर दी। इससे परिसर का माहौल ही बदल गया। भीड़ को देखकर दूसरे पक्ष के लोग एक-एक कर निकल गए। पुलिस ने समझाकर विरोध करने आए लोगों को वापस किया।
दुकान के साथ अवैध घरों पर चला बुलडोजर
प्रवक्ता डॉ. केके सिंह ने बताया कि मजार को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाया जा रहा है। मजार पूरी तरह सुरक्षित है। माहौल बिगाड़ने के लिए अफवाह फैलाई जा रही है। मजार के आसपास अवैध रूप से घर और दुकानें बन गई हैं। प्रशासन के आदेश पर इन्हें हटाने की कार्रवाई की गई है। शाम तक अवैध मकान ढहाए गए हैं। सभी सात दुकानों को खाली करा लिया गया है। कुछ दुकानों में मशीनें लगी हैं, इन्हें हटाने का वक्त दिया गया है।
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