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बिजली: आउटसोर्स कर्मचारियों की संख्या में कमी से बढ़ेगी मुश्किल

Mathura News - मथुरा में विद्युत सुधार गोष्ठी आयोजित की गई, जिसमें निजीकरण के खिलाफ चर्चा की गई। सदस्यों ने ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्तता और इसके समाधान पर विचार किया। इंजीनियरों ने बिजली की बढ़ती कीमतों और कर्मचारियों...

Newswrap हिन्दुस्तान, मथुराFri, 18 April 2025 03:54 AM
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बिजली: आउटसोर्स कर्मचारियों की संख्या में कमी से बढ़ेगी मुश्किल

मथुरा, केन्द्रीय महासचिव, राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन उत्तर प्रदेश के आह्वान पर निजीकरण के विरुद्ध चलाये जा रहे ध्यानाकर्षण कार्यक्रम के तहत गुरुवार को क्षेत्रीय कार्यालय पर विद्युत सुधार गोष्ठी का आयोजन किया गया है, जिसमे वर्तमान में निजीकरण के विरुद्ध आगामी कार्यक्रम पर चर्चा, अवर अभियंता/प्रोन्नत अभियंताओं के समक्ष आ रहीं समस्याओं को लेकर विचार-मंथन किया गया। सभी सदस्यों द्वारा वितरण ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्तता को लेकर एकमत से वर्तमान नीति ट्रांसफार्मर फुंकेगा तो अधिकारी भी फुंकेगा का कड़ा विरोध किया। क्षेत्रीय अध्यक्ष अजीत सिंह द्वारा बताया गया कि ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्तता को कम किये जाने हेतु समुचित संसाधन उपलब्ध कराये जाने की महती आवश्यकता है, जिससे ट्रांसफार्मर का नियमित अनुरक्षण कराया जा सके। इसके अतिरिक्त आगामी गर्मियों में विद्युत लाइनो में ब्रेकडाउन अधिक होते हैं, जिसके लिए अतिरिक्त मैन पावर की आवश्यकता होती है किन्तु कारपोरेशन प्रबंधन द्वारा वर्तमान में कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारियों की संख्या में कमी की जा रही है, जिससे गर्मियों में विद्युत संकट गहरा सकता है। अनूप कुमार अवर अभियंता ने बताया कि निजीकरण के बाद बिजली के दामों में बढ़ोत्तरी हो जाएगी, जिसका आम जनमानस पर अतिरिक्त वित्तीय भार बढ़ेगा। इंजी. अशोक यादव, इंजी. यादेवन्द्र, इंजी. दीपक आदि ने निजीकरण के गुण-अवगुण पर विस्तृत चर्चा कर बताया कि कारपोरेशन प्रबन्धन द्वारा निजीकरण को अपनी गलत नीतियों के कारण आम जनता व कर्मचारियों पर अधिरोपित किया जा रहा है, जिस कारण बिजली के दामों में बढ़ोत्तरी, किसानों को मिलने वाली रियायती बिजली की दर समाप्ति, सरकारी सम्पति को औने-पौने दाम में बेचने से सरकारी सम्पत्ति की हानि होगी, जिसका पुरजोर विरोध किया गया। सभा की अध्यक्षता इंजी. पोपेंदर ने की। इस दौरान इंजी. सतेन्द्र मौर्या, इंजी. राकेश यादव, इंजी. दीपक , इंजी. रविकांत जायसवाल, इंजी. रवि मौर्या, इंजी ध्रुव साहू आदि इंजीनियर एवं अन्य सदस्य मौजूद रहे।

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