डेढ़ माह से देवा रोड के जंगल में घूम रहा तेंदुआ पकड़ा गया
Lucknow News - लखनऊ के देवा रोड स्थित जंगल में डेढ़ माह से घूम रहे तेंदुए को वन विभाग ने सुरक्षित रूप से पकड़ लिया। तेंदुआ स्वस्थ पाया गया और बहराइच के कतर्निया घाट में छोड़ दिया गया। इस दौरान तेंदुआ आबादी से दूर...

बीते डेढ़ माह से लखनऊ के देवा रोड स्थित जंगल में घूम रहा तेंदुआ गुरुवार को पकड़ लिया गया। सुबह देवा रोड के चिनहट क्षेत्र के पूर्वी इलाके में तेंदुए को वन विभाग की टीम ने सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया। तेंदुए को रेस्क्यू करने के लिए तीन पिंजरे और पांच ट्रैप कैमरा की मदद ली गई। इस ऑपरेशन को अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक डॉ. रेणु सिंह के निर्देशन पर कुकरैल रेंज की टीम ने तेंदुए को सुरक्षित पकड़कर बहराइच के कतर्निया घाट भेज दिया। देवा रोड स्थित टाटा मोटर्स के जंगल में डेढ़ माह पहले तेंदुआ आने की सूचना वन विभाग को मिली थी। मौके पर वन टीम ने जांच की तो तेंदुआ का कोई पगचिह्न नहीं मिला। कुछ दिन बीतने के बाद एक बार फिर तेंदुआ दिखा तो वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर जंगल के संभावित क्षेत्र में ट्रैप कैमरा लगाया। ट्रैप कैमरा में तेंदुआ नजर आया तो तीन अलग-अलग स्थानों पर पिंजरा लगाया गया। जहां गुरुवार की सुबह पिंजरे के आसपास घूम रहे तेंदुए को ट्रैप कैमरे में देखा गया। मौके पर पहुंची अवध वन प्रभाग लखनऊ के कुकरैल रेंज की टीम ने तड़के पांच बजे एक नर तेंदुए को सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर लिया गया।
स्वस्थ मिला तेंदुआ, बहराइच के कतर्निया घाट भेजा
डॉक्टरों की टीम ने तेंदुए की स्वास्थ्य की जांच की तो वह स्वस्थ पाया गया। इसके बाद उच्चाधिकारियों के आदेश पर बहराइच के वन्य जीव प्रभाग के अंतर्गत प्राकृतवास कतर्नियाघाट के जंगल में छोड़ दिया गया। इस ऑपरेशन में कुकरैल रेंज के टीम में उप प्रभागीय वनाधिकारी हरी लाल, क्षेत्रीय वन अधिकारी कमलेश कुमार, उप क्षेत्रीय वन अधिकारी अतिजित जोशी, वन दरोगा अनीश चन्द्र व वंशीधर श्रीवास्तव के साथ माली शामिल थे।
आबादी क्षेत्र से दूर रहा पर दहशत बरकरार रही
डेढ़ माह से जंगल में घूम रहे तेंदुए ने आबादी क्षेत्र से दूरी बनाए रखी। इस दौरान किसी जानवर का शिकार करने की कोई सूचना नहीं मिली। बावजूद स्थानीय क्षेत्रों में तेंदुए की जहशत बनी रही। गनीमत रही कि इस दौरान तेंदुआ किसी पर हमलावर नहीं हुआ।
वर्जन
टाटा मोर्टस के 100 एकड़ में फैले जंगल में डेढ़ माह पहले तेंदुआ आने की सूचना मिली थी। बीच में कई बार तेंदुआ देखे जाने की सूचना के बाद ट्रैप कैमरा और पिंजरा लगाकर सुरक्षित तरीके से तेंदुआ को पकड़ लिया गया। जांच के बाद तेंदुए को बहराइच के कतर्नियाघाट में छोड़ दिया। इस दौरान उसने किसी प्रकार की जनहानि या जानवरों पर हमला नहीं किया।
सिशांतु पांडेय, डीएफओ
अवध वन प्रभाग लखनऊ
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