बोले मथुरा: रेडक्रॉस को चाहिए बूस्टर डोज
Mathura News - मथुरा में रेडक्रॉस सोसाइटी के सदस्यों ने जरूरतमंद लोगों की मदद और प्राथमिक उपचार देने के उद्देश्य से अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि रेडक्रॉस की स्थापना हेनरी डुनेंट ने की थी और आज भी यह संस्था मानवीय...

मथुरा। हिन्दुस्तान समाचार पत्र द्वारा आयोजित संवाद में रेडक्रास सोसाइटी से जुड़े लोगों ने अपनी बात रखी। उनका कहना था कि जरूरतमंद लोगों की मदद के साथ-साथ उनको प्राथमिक उपचार देने के उद्देश्य से सर हेनरी डुनेंट ने रेडक्रास की स्थापना की थी। इसी उद्देश्य से जगह-जगह इस संगठन की शाखाएं खोली जाती रहीं। शुरुआती दौर में जनपद में रेडक्रास का अपना ही क्रेज था। स्कूलों में बच्चों को ट्रेनिंग दी जाती थी, ताकि उनको प्राथमिक चिकित्सा व मानवीय सहायता के लिए प्रशिक्षित किया जा सके। उस दौर में सेंट जोन एंबूलेंस भी मिलकर काम करती थी। रेडक्रास के राष्ट्रीय अध्यक्ष जहां राष्ट्रपति होते हैं, वहीं प्रदेश स्तर पर राज्यपाल होते हैं।
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री इसके चेयरमैन होते हैं, जबकि जिला स्तर पर जिलाधिकारी के हाथ में रेडक्रास की कमान होती है। एक दशक पहले तक जनपद में रेडक्रास के 500 से अधिक आजीवन सदस्य थे, लेकिन अब आजीवन सदस्यों की संख्या 250 बतायी जा रही है। वर्तमान में रेडक्रास सोसाइटी इसी दिशा में प्रयासरत है कि किसी भी तरह रेडक्रास से आज की पीढ़ी को जोड़ा जाए। इसके लिए प्लानिंग भी तैयार की जा रही है। वर्तमान में पाकिस्तान से जिस तरह इतना बढ़ा है उसे देखते हुए रेडक्रास की ट्रेनिंग प्रत्येक विद्यालय में बच्चों देने की जरूरत भी महसूस की जा रही है। इतना ही नहीं स्थापना के बाद से आज तक जनपद में रेडक्रास अपना कार्यालय तक नहीं बना सका है। यही वजह है कि रेडक्रास के अध्यक्ष ही अपने यहां से इसका संचालन करते रहे हैं, जबकि सीएमओ दफ्तर में रेडक्रास के एक दफ्तर की जरूरत भी वर्तमान पदाधिकारी महसूस करते रहे हैं। वर्तमान में रेडक्रास को सक्रिय करने की सबसे ज्यादा जरूरत महसूस की जा रही है। मानवीय गतिविधियों को प्रेरित करना सोसाइटी का उद्देश्य रेडक्रास की अंतर्राष्ट्रीय समिति के संस्थापक हेनरी डुनेंट थे। इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी (आईआरसीएस) की स्थापना 1920 में इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी एक्ट के तहत हुई थी और 1920 के संसद अधिनियम एक्सवी के तहत शामिल की गई थी। इस अधिनियम को 1992 में संशोधित किया गया था और नियमों का गठन 1994 में हुआ था। रेडक्रॉस सोसाइटी का मुख्य उद्देश्य मूल रूप से किसी भी समय और परिस्थितियों में सभी प्रकार की मानवीय गतिविधियों को प्रेरित करना, आरंभ करना और प्रोत्साहित करना है। रेडक्रॉस सोसाइटी द्वारा आयोजित कार्यक्रमों को मोटे तौर पर मानवीय सिद्धांतों और मूल्यों के प्रचार सहित चार भागों में वर्गीकृत किया जा सकता है, जिनमें आपदा प्रतिक्रिया, आपदा तैयारियां, स्वास्थ्य और केयर शामिल हैं। रेडक्रास सोसायटी मथुरा निरन्तर वर्षों से आपात स्थिति एवं समान्य आवश्यकता के अवसरों पर अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही है, जिसमें बल्ड डोनेशन कैंप, स्वास्थ्य शिविर आदि के माध्यम से समाज की सेवा निष्ठा पूर्वक किया जा रहा है। संस्था को और बढ़ावा दिया जा रहा है। ज्यादा से ज्यादा लोगों को इससे जोड़ने के प्रयास चल रहे हैं। -महेश खंडेलवाल, चेयरमैन यह एक ऐसी संस्था है जो पीड़ित मानवता की सेवार्थ और सहायतार्थ सदैव तत्पर रहती है। इस संस्था को और प्रभावी बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। समाजसेवा के क्षेत्र में सक्रिय लोगों को रेडक्रास से जोड़ा जा रहा है। ब्रज में रेडक्रास सोसाइटी की सबसे ज्यादा जरूरत है, जिससे बाहरी जनपदों से आने वाले श्रद्धालुओं को अच्छा संदेश जा सके। -वृषभान गोस्वामी, वाइस चेयरमैन आज रेडक्रास सोसायटी भारत के प्रत्येक राज्य व शहर में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही है, जिसमें सरकार भी अपना सहयोग प्रदान करती है। युद्धकाल हो या शांतिकाल रेडक्रास ने सदैव समाजसेवा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभायी है। रेडक्रास से स्वत: ही ज्यादा से ज्यादा लोगों को जुड़ना चाहिए, ताकि लोगों की मदद की जा सके। -रवि खंडेलवाल, आजीवन सदस्य जरूरतमंद लोगों की मदद के साथ-साथ उनको प्राथमिक उपचार देने के उद्देश्य से सर हेनरी डुनेंट ने रेडक्रास की स्थापना की थी। इसी उद्देश्य से जगह-जगह इस संगठन की शाखाएं खोली जाती रहीं। सेवा में अग्रणी इस संस्था में हम अपना योगदान देकर स्वयं को धन्य मानते हैं कि हम समाज के लिए कुछ कर पा रहे हैं। -डॉ. चिन्मय, आजीवन सदस्य रेडक्रास सोसायटी की आज बहुत आवश्यकता है। आपातकालीन स्थिति में यह संस्था चिकित्सा, भोजन,वस्त्र वितरण के अतिरिक्त अन्य सहायता के कार्य करती है। वर्तमान में रेडक्रास सोसाइटी इसी दिशा में प्रयासरत है कि किसी भी तरह रेडक्रास से आज की पीढ़ी को जोड़ा जाए। इसके लिए प्लानिंग भी तैयार की जा रही है। -अमृत खंडेलवाल, सचिव आज के समय में जबकि देश में युद्ध के हालात बन रहे हैं। रेडक्रास सोसायटी जैसी संस्था की महती आवश्यकता है, जो वर्षों से पीड़ित मानवता की सेवा समर्पण के साथ कर रही है। आम नागरिक को प्राथमिक चिकित्सा की जानकारी होना जरूरी है। रेडक्रास को बढ़ावा देने के लिए लोगों को आगे आना चाहिए। मथुरा में रेडक्रास काफी समय से काम कर रहा है। -डॉ. नीतू गोस्वामी, संचालन समिति सदस्य आज के समय में समाज को एक दूसरे के सहयोग की आवश्यकता है। ऐसे में यह संगठन समाज और देश की सेवा के लिए सदैव तत्पर है। यह एक ऐसी संस्था है जो पीड़ित मानवता की सेवार्थ और सहायतार्थ सदैव तत्पर रहती है। इस संस्था को और प्रभावी बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। समाजसेवा के क्षेत्र में सक्रिय लोगों को रेडक्रास से जोड़ा जा रहा है। -रिंकू सिंह, सदस्य रेडक्रास के राष्ट्रीय अध्यक्ष जहां राष्ट्रपति होते हैं, वहीं प्रदेश स्तर पर राज्यपाल होते हैं। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री इसके चेयरमैन होते हैं, जबकि जिला स्तर पर जिलाधिकारी के हाथ में रेडक्रास की कमान होती है। रेडक्रास दिवस की शुभकामनाओं के साथ हम इस संस्था को जन-जन तक पहुँचाने के लिए प्रयासरत हैं, ताकि लोग इसके महत्व को समझें। -सार्थक चतुर्वेदी, कोषाध्यक्ष रेडक्रॉस सोसाइटी का मुख्य उद्देश्य मूल रूप से किसी भी समय और परिस्थितियों में सभी प्रकार की मानवीय गतिविधियों को प्रेरित करना, आरंभ करना और प्रोत्साहित करना है। यह संस्था विश्व व्यापी है।वर्तमान में जिस तरह से बीमारियां बढ़ रही हैं और हादसे हो रहे हैं, उसे देखते हुए रेडक्रास की ट्रेनिंग प्रत्येक विद्यालय में बच्चों देने की जरूरत भी महसूस की जा रही है। -गीता दिवाकर, आजीवन सदस्य
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।