Tennis in Mathura Lack of Coaches and Facilities Hinders Growth बोले मथुरा:प्रशिक्षण के बगैर कैसे बनें लिएंडर पेस व महेश भूपति, Mathura Hindi News - Hindustan
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बोले मथुरा:प्रशिक्षण के बगैर कैसे बनें लिएंडर पेस व महेश भूपति

Mathura News - मथुरा में टेनिस खेल को बढ़ावा देने में कोच और सुविधाओं की कमी आड़े आ रही है। गणेशरा स्टेडियम में टेनिस के लिए कोर्ट तो है, लेकिन कोई कोच नहीं है। खिलाड़ी स्वयं उपकरण खरीदकर प्रैक्टिस कर रहे हैं।...

Newswrap हिन्दुस्तान, मथुराSat, 14 June 2025 03:55 AM
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बोले मथुरा:प्रशिक्षण के बगैर कैसे बनें लिएंडर पेस व महेश भूपति

टेनिस आज के समय में एक लोकप्रिय खेल है। टेनिस एक बढ़िया शारीरिक व्यायाम भी है, जो शरीर को सक्रिय और स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह एकाग्रता का खेल भी है। अगर बात करें मथुरा जिले की तो जिले में खेल प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। लेकिन उन्हें तराशने वाला 'द्रोणाचार्य' यानी प्रशिक्षक ही मौजूद नहीं है। मथुरा के एकमात्र गणेशरा स्टेडियम में कई खेलों में स्थायी प्रशिक्षक न होने से युवा खिलाड़ी दिशा और मार्गदर्शन के अभाव में अपनी प्रतिभा को पूरी तरह निखार नहीं पा रहे हैं। बिना प्रशिक्षक के न तो तकनीकी प्रशिक्षण मिल पा रहा है और न ही प्रतियोगिता की तैयारी हो पा रही है।

खेलप्रेमी अभिभावकों और खिलाड़ियों ने जिला खेल विभाग से कई बार कोच की नियुक्ति की मांग की है। लेकिन कई खेलों में अभी भी शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हुई है। जबकि गणेशरा स्टेडियम में एक दर्जन से अधिक खिलाड़ी टेनिस की प्रैक्टिस करते हैं। लेकिन कोच न होने के कारण एवं सुविधाओं व उपकरणों के अभाव में टेनिस के खिलाड़ी आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं। गणेशरा स्टेडियम में प्रैक्टिस करने वाले खिलाड़ियों ने बोले मथुरा संवाद के दौरान हिन्दुस्तान के समक्ष अपनी समस्याओं से अवगत कराते हुए बताया कि स्टेडियम में टेनिस के लिए कोर्ट तो है और यहां खिलाड़ी प्रेक्टिस भी करते हैं लेकिन कोच एवं उपकरणों के अभाव में खिलाड़ियों की संख्या घटती जा रही है। ऐसे में खिलाड़ी अन्य खेलों की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। बताया कि स्टेडियम में टेनिस का एक भी कोच नहीं है। वे स्वयं से नेट खरीद कर एवं रैकेट, बॉल आदि खरीद कर प्रैक्टिस करते हैं। प्रशासन एवं खेल अधिकारियों की तरफ से नियमितनहीं होते टूर्नामेंट खिलाड़ियों ने यह भी बताया कि टेनिस को बढ़ावा देने के लिए प्रशासन एवं खेल अधिकारियों की तरफ से नियमित टूर्नामेंट भी आयोजित नहीं कराए जाते हैं। शासन-प्रशासन के अलावा जनप्रतिनिधियों एवं समाजसेवियों का भी कोई सहयोग नहीं मिलता है। जिले के एकमात्र गणेशरा स्टेडियम में सुविधाओं की बेहद कमी भी है। गणेशरा स्टेडियम का हाल निराशा जनक है। कोच के अभाव के खिलाडियों को स्वंय से प्रैक्टिस करनी पड़ती है। कोच की नियुक्ति हो जाए और खिलाडियों को सही मार्गदर्शन प्राप्त हो जाए तो जिले से भी कई खिलाड़ी टेनिस में आगे निकल सकते हैं। हालांकि टेनिस में जिले से कई खिलाड़ी राज्य स्तर पर खेले भी हैं। वर्तमान में भी कई खिलाड़ी आगरा की टीम से खेलते हैं। बोले खिलाड़ी लड़कियों के लिए अलग से सुविधा होनी चाहिए। और आने जाने की सुविधा मिले। सरकार, प्रशासन एवं जनप्रति निधियों को आगे बढ़कर टेनिस खिलाड़ियों का सहयोग करना चाहिए। जिससे टेनिस जैसे खेलों की तरफ भी बच्चे आगे बढ़ें। -नेहा राजपूत अगर गणेशरा स्टेडियम में कोच की नियुक्ति हो जाए और हम खिलाड़ियों को सही मार्गदर्शन प्राप्त हो जाए तो जिले से भी कई खिलाड़ी टेनिस में आगे निकल सकते हैं। अभी बगैर किसी प्रशिक्षण के खेलना पड़ रहा है। -राखी फौजदार मथुरा के एकमात्र गणेशरा स्टेडियम में टेनिस के लिए कोर्ट तो बना दिया गया है लेकिन टेनिस के लिए कोई भी कोच नियुक्त नहीं है। इसके अलावा टेनिस के रैकेट, बॉल आदि भी खिलाड़ियों को स्वंय खरीदने पड़ते हैं। -तन्वी नाहर टेनिस एक बढ़िया शारीरिक व्यायाम भी है, जो शरीर को सक्रिय और स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह एक मानसिक रूप से चुनौतीपूर्ण खेल भी है, जिसमें ध्यान और रणनीति की आवश्यकता है। इसको बढ़ावा दिया जाना चाहिये। -कृष्णा सिसौदिया जिले के एकमात्र गणेशरा स्टेडियम में सुविधाओं की कमी भी है। गणेशरा स्टेडियम में टेनिस का कोर्ट तो है। लेकिन स्टेडियम में ना तो कोच है और ना ही पर्याप्त उपकरण। कोच के अभाव के खिलाडियों को स्वंय से प्रैक्टिस करनी पड़ती है। -राघव अग्रवाल टेनिस को बढ़ावा देने के लिए प्रशासन एवं खेल अधिकारियों की तरफ से नियमित टूर्नामेंट भी आयोजित नहीं कराए जाते हैं। शासन-प्रशासन के अलावा जनप्रतिनिधियों एवं समाजसेवियों का भी कोई सहयोग नहीं मिलता है। -गोपाल अत्री मथुरा में भी टेनिस को खूब पसंद किया जाता है, लेकिन मथुरा में टेनिस के कोच न होने के कारण यह खेल पिछड़ता जा रहा है। टेनिस के खिलाडियों की संख्या बढ़ने की बजाय घटती जा रही है। सरकार इस तरफ ध्यान दे ताकि इस खेल का भी विकास हो सके। -निकिता फौजदार अंतर विश्वविद्यालय प्रतियोगिता में सहभागिता कर चुका हूं। अगर सरकार की तरफ से भी टेनिस खिलाड़ियों के लिए योजनाएं एवं सुविधाएं उपलब्ध हो जाएं तो टेनिस के खिलाड़ी और आगे बढ सकेंगे, जिससे वह जिले का नाम रोशन करेंगे। -दिनेश कुमार

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