प्रभु से चाहोगे तो कुछ नहीं मिलेगा, प्रभु को चाहोगे तो सब मिलेगा
Meerut News - मेरठ के जागृति विहार एक्सटेंशन में धीरेंद्र शास्त्री की कथा के दौरान हनुमान जी का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। श्रद्धालुओं ने भजनों के साथ हनुमान जन्म की कथा सुनी और आशीर्वाद प्राप्त किया। कथा स्थल...

मेरठ। जागृति विहार एक्सटेंशन में चल रही धीरेंद्र शास्त्री की कथा में बुधवार को हनुमान जी का जन्मोत्सव मनाया गया। हनुमान जन्म की कथा सुन पंडाल में मौजदू श्रद्धालुओं ने बधाई गीत गाए। भजनों के गान से पंडाल गूंज उठा। मंच पर पहुंचे धीरेंद्र शास्त्री ने हनुमान जी की प्रतिमा पर माल्यापर्ण किया उसके बाद व्यास पीठ का पूजन किया। हनुमान चालीसा के बाद श्रद्धालओं को आशीर्वाद दिया। सीताराम हनुमान भजन का गुणगान करते हुए बाला जी महाराज का बखान करते हुए कहा कि जिसे बाला जी का आशीर्वाद मिल जाए, वह धन्य हो जाता है। कोई पहले बनेगा, कोई लेट बनेगा, मेरे बाला जी का भक्त एक दिन सेठ बनेगा। राम का दास कभी भी उदास नहीं रह सकता। जो भगवान राम का दास बनता है, भगवान राम का दास हर मैटर में हो जाता है पास। भगवान राम का बनकर रहोगे तो जय जयकार हो जाएंगे। हनुमंत कथा कहते हुए कहा कि प्रभु से चाहते हो या प्रभु का चाहते हो। प्रभु से चाहोगे तो कुछ नहीं मिलेगा और प्रभु को चाहोगे तो प्रभु सब कुछ उपलब्ध करा देंगे।
हनुमान जी का रूप मंगलमय है, उनका नाम मंगलमय है। जहां रहते हैं वह धाम मंगलमय हो जाता है। जो हनुमान जी का भक्त होता है उसका जीवन भी मंगलमय हो जाता है। अमंगलों का नाश करने वाले देवता का नाम हनुमान जी महाराज है। हनुमान जी जरूर मंगल हैं पर हमारी जिंदगी में कब मंगल होगा। जो प्रभु को चाहेगा तो फिर क्या चाहेगा, प्रभु से चाहोगे उतना ही मिलेगा जितना ही मांगोगे, प्रभु को चाहोगे भगवान वो देंगे जो तुम्हारी जरुरतें हैं। तुम मागोगे तो अपनी औकात से मागेंगे पर वह वह देंगे तो अपनी औकात से देगें क्योंकि तुम्हारी औकत की लिमिट है और उनकी औकात अनलिमिट है। हनुमान जी अपने हो जाएंगे तो क्या टेंशन जब हुनुमान जी तुम्हारे हो जाएंगे तो क्या टेंशन। भगवान की भक्ति करने वालों को सब सुख मिलते है। आज आदमी पूरे दिन मेहनत कर पैसा कमाता है फिर वही पैसा अपनी बीमारी में लगाता है। इसलिए जिंदगी सात्विकता की है। उपद्रव करोगे यह नष्ट हो जाएगी। इसलिए भगवान का भजन करों। भारत मातृत्व प्रधान देश है। हमारे यहां माता की पूजा की जाती है। गंगा को भी पूजते है। गीता को भी पूजते हैं, भगवान के भजन में भी सीता राम राधे श्याम कहते हैं। यहां तक कि हम अपने देश को भी भारत माता कहते हैं।
पंडाल में उमड़ा श्रद्धालुओं का हुजूम
हनुमंत कथा सुनने को लिए बुधवार को श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा। भीड़ को काबू करने के लिए व्यवस्था में लगे कर्मचारियो को काफी मशक्त करनी पड़ी।
कथा स्थल तक पहुंचने के लिए झेलनी पडी परेशानी
कथास्थल में पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। कथास्थल तक पहुंचने के लिए रास्ते रोक दिए गए। सुरक्षा में लगे कर्मचारियों ने कहा कि पंडाल फुल हो गया है और वापस लौटा दिया। पंडाल के अंदर प्रवेश करने को लेकर लोगों की कहासुनी हो गई। मीडिया कर्मियों को भी पंडाल के बाहर ही रोक दिया गया।
पंजाब मध्यप्रदेश से आए श्रद्धालुओं ने डाला डेरा
कथा सुनने के लिए पंजाब, सहारनपुर और मध्यप्रदेश से आए भक्तों ने पंडाल में डेरा डाल दिया। पंजाब से आयी जसमीत ने बताया कि वह धीरेंद्र शास्त्री को सुनने के लिए आयी है उनका नाम सुना था, आज देखने का मौका मिला। वहीं सहारनुपर से आए ब्रजकिशोर परिवार के साथ पंडाल में डेरा डाले हुए है। बागेश्वर जाने का मौका नहीं मिला तो इसलिए मेरठ में बागेश्वर धाम सरकार को सुनने के लिए परिवार के साथ आए हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।