यूपी की 13000 से अधिक महिलाओं को लेकर नई पहल, खुद का शुरू कर सकेंगी कारोबार, जानें कैसे
यूपी में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ने सूक्ष्म उद्यम सखी के रूप में स्वंय सहायता समूह की महिलाओं को प्रशिक्षित करके उनकी आमदनी में इजाफा करने की पहल की है।

यूपी में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ने सूक्ष्म उद्यम सखी के रूप में स्वंय सहायता समूह की महिलाओं को प्रशिक्षित करके उनकी आमदनी में इजाफा करने की पहल की है। इसके तहत 13,064 महिलाओं को सूक्ष्म उद्यम सखी के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा, जो 50-50 अन्य महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ेंगी। उन्हें छोटे व्यापार शुरू करने, वित्तीय सहायता देने और विपणन संबंधी जानकारी देने जैसे पहलुओं में मार्गदर्शन दिया जाएगा।
आजीविका मिशन से मिली जानकारी के मुताबिक प्रयास को सफल बनाने में डेवलपमेंट अल्टरनेटिव्स संस्था तकनीकी सहयोग दे रही है। संस्था इन महिलाओं को प्रशिक्षण, उद्यम कौशल, प्रबंधन क्षमता और बाजार से जोड़ने जैसे अहम पहलुओं पर सहयोग दे रही है। सूक्ष्म उद्यम सखी न केवल खुद कारोबार शुरू करेंगी बल्कि वे अन्य महिलाओं के जीवन में भी सकारात्मक बदलाव लाने का माध्यम बनेंगी। सभी जिलों में प्रति संकुल स्तरीय संघ में 4-4 महिलाओं को सूक्ष्म उद्यम सखी नियुक्त किया जाएगा। कुल 13,064 सूक्ष्म उद्यम सखियों द्वारा 6,50,000 से ज्यादा उद्यम स्थापित कराए जाने का मसौदा तैयार किया गया है।
राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की निदेशक दीपा रंजन ने सभी सीडीओ को इस संबंध में पत्र भेजकर गैर कृषि उद्यम स्थापित करने व सूक्ष्म उद्यम सखी के चयन व तैनाती के संबंध में विस्तृत निर्देश जारी किए हैं। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सरकार की मंशा है कि आधी आबादी को रोजगार से जोड़कर उन्हें स्वावलंबी बनाया जाए। इस दिशा में विभाग तमाम योजनाएं चला रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लखपति दीदी के सपनों को साकार कर रहा है।