मुजफ्फरनगर में महंत से वसूली में चौकी इंचार्ज लाइन हाजिर, 2 सिपाही सस्पेंड
यूपी के मुजफ्फरनगर में महंत से वसूली में चौकी इंचार्ज लाइन हाजिर कर दिया गया है। चौकी निर्माण के नाम पर वसूली करने वाले दो सिपाहियों को एसएसपी ने निलंबित कर दिया है। सीओ की जांच रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी ने कार्रवाई की है।

यूपी के मुजफ्फरनगर जिले में शाहपुर थानाक्षेत्र के हरसौली गांव में स्थित मंदिर के महंत से चौकी निर्माण के नाम पर वसूली करने वाले दो सिपाहियों को एसएसपी ने निलंबित कर दिया है, वहीं चौकी प्रभारी को लाइन हाजिर किया है। एसएसपी ने पूरे मामले की जांच सीओ बुढ़ाना से कराई थी। सीओ की जांच रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी ने कार्रवाई की है।
शाहपुर थानाक्षेत्र के गांव हरसौली गांव में मंदिर में महंत सुखपाल देखभाल करते हैं। महंत नाथ संप्रदाय से हैं। आरोप था कि चौकी निर्माण के नाम दारोगा व पुलिसकर्मी उनसे वसूली कर रहे हैं। चौकी निर्माण के नाम पर उनसे पहले 31 हजार रुपये लिए गए और फिर दारोगा ने 21 हजार रुपये लिए। इतना ही नहीं एक पुलिसकर्मी ने बैटरा के नाम पर उनसे 15 हजार रुपये ले लिए। यह रकम पुलिसकर्मी ने आनलाइन शराब ठेकेदार के खाते में ट्रांसफर कराई थी। पुलिसकर्मियों की वसूली से परेशान होकर महंत ने रविवार को गांव में पंचायत बुलाई ली। हालांकि किसी कारणवंश पंचायत टल गयी।
यह मामला पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के संज्ञान में आया तो उन्होंने पूरे मामले की जानकारी एसएसपी अभिषेक सिंह को दी। शिकायत को गंभीरता से देखते हुए एसएसपी ने सीओ बुढ़ाना गजेंद्र पाल सिंह को जांच के लिए मौके पर भेजा था। रविवार को सीओ बुढ़ाना ने मौके पर जाकर जांच की और महंत के बयान दर्ज किए।
सीओ बुढ़ाना ने शाम को अपनी रिपोर्ट एसएसपी को सौंप दी। एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि सीओ की जांच रिपोर्ट के आधार पर हेड कांस्टेबल उमेश व सिपाही रितिक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और हरसौली चौकी प्रभारी गजेंद्र सिंह को लाइन हाजिर कर दिया है। साथ ही तीनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी गई है।