लड़ाकू विमानों की नाइट लैंडिंग, देर रात गंगा एक्सप्रेसवे पर उतरे राफेल, सुखोई, जगुआर समेत कई फाइटर प्लेन
शाहजहांपुर में देर रात को भी लड़ाकू विमानों की नाइट लैंडिंग कराई गई। गंगा एक्सप्रेसवे पर जब राफेल, सुखोई, मिग, जगुआर और हरक्ल्यूलिस जैसे विमानों ने टच डाउन किया तो उनकी गड़गड़ाहट से पूरा जिला ही गूंज उठा।

यूपी के शाहजहांपुर में देर रात को भी लड़ाकू विमानों की नाइट लैंडिंग कराई गई। गंगा एक्सप्रेसवे पर जब राफेल, सुखोई, मिग, जगुआर और हरक्ल्यूलिस जैसे विमानों ने टच डाउन किया तो उनकी गड़गड़ाहट से पूरा जिला ही गूंज उठा। इससे पहले दोपहर में भी इन लड़ाकू विमानों को उतारा गया था। लड़ाकू विमानों की लैंडिंग शनिवार को भी कराई जाएगी। दरअसल जलालाबाद पीरू स्थित गंगा एक्सप्रेसवे की हवाई पट्टी पर भारतीय वायुसेना द्वारा ऐतिहासिक एयर शो का आयोजन किया गया था। दोपहर में भी विमानों की लैंडिंग कराई गई थी। वैसे तो देश के कई जिलों में लड़ाकू विमानों के लिए हवाई पट्टी बनी है, लेकिन शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेस-वे पर जो हवाई पट्टी बनाई गई है वह देश की पहली ऐसी पट्टी है जहां रात को भी लड़ाकू विमानों की नाइट लैंडिंग कराई जा सकेगी।
राफेल, सुखोई, मिराज ने दिखाई वायुसेना की ताकत
वायुसेना के अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों ने अभ्यास उड़ानें भरकर अपनी युद्ध क्षमता का प्रदर्शन किया। राफेल, सुखोई-30 एमकेआई, मिग-29, मिराज-2000, जगुआर, एएन-32, सी-130 जे सुपर हरक्यूलिस, एमआई-17 हेलिकॉप्टर समेत अन्य विमानों ने एक-एक कर उड़ान भरते हुए शक्तिशाली युद्ध एवं आपदा राहत क्षमताओं का प्रदर्शन किया। यह पहली बार था जब शाहजहांपुर की धरती पर लड़ाकू विमानों की गड़गड़ाहट गूंजी। राष्ट्र की रक्षा की भावना के अंतर्गत विभिन्न स्कूली बच्चों तथा आसपास गांवों से बड़ी संख्या में लोग कार्यक्रम को देखने पहुंचे।
साढ़े तीन किलोमीटर लंबी है हवाई पट्टी
गंगा एक्सप्रेस-वे पर बनाई गई हवाई पट्टी साढ़े तीन किलोमीटर लंबी है। इसके कंक्रीट की मोटी परत से तैयार किया गया है। आपातकाल के समय इस हवाई पट्टी का इस्तेमाल किया जा सकता है। भारत के साथ ही रूस, चीन, पोलैंड, स्वीडन आदि देशों ने भी अपनी हाईवे पर हवाई पट्टी बनाई हुई है।
594 किलोमीटर का बनाया जा रहा है गंगा एक्सप्रेस-वे
गंगा एक्सप्रेसवे, जोकि मेरठ से प्रयागराज तक 594 किलोमीटर लंबा बनाया जा रहा है। इसका निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। शाहजहांपुर में एक्सप्रेसवे पर स्थित 3.5 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी को विशेष रूप से वायुसेना के विमानों की लैंडिंग एवं टेक-ऑफ के लिए डिजाइन किया गया है। उक्त पट्टी आपातकालीन परिस्थितियों में युद्ध एवं आपदा प्रबंधन के लिए महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। गंगा एक्सप्रेसवे पर रात 9 से 10 बजे तक 1 घंटे का नाइट लैंडिंग शो भी आयोजित किया गया। नवंबर 2025 तक गंगा एक्सप्रेसवे को राष्ट्र को समर्पित किया जाए। यह न केवल प्रदेश के विकास को रफ्तार देगा, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से भी एक बड़ी उपलब्धि साबित होगा।
हवाई पट्टी पर गरजे विमान तो किसानों का गर्व से चौड़ा हुआ सीना
वैसे तो गंगा एक्सप्रेसवे की हवाई पट्टी पर एयरफोर्स के विमानों की हुई लैंडिंग व टच आदि देखकर हर कोई गौरवान्वित हुआ, लेकिन सबसे ज्यादा खुशी हवाई पट्टी के आसपास के गांव वालों के चेहरों पर देखने को मिली, जोकि एयरफोर्स के लड़ाकू विमानों के करतब देखकर फूले नहीं समाएं। जिन किसानों की जमीन पर हवाई पट्टी बनी थी, उनका गर्व से सीना फूल उठा। किसान बोले कि यह जमीन देश के काम आई है। इससे बड़ा सौभाग्य यहां के लोगों के लिए क्या हो सकता है।
दोपहर में भी उतरे विमान, देखकर रोमांच और उत्साह से भर उठे लोग
शहीदों की धरा शाहजहांपुर के जलालाबाद से निकले गंगा एक्सप्रेसवे पर शुक्रवार को देश की वायुसेना ने शक्ति प्रदर्शन कर अपने करतब दिखाते हुए माहौल देशभक्तिमय कर दिया। करीब दोपहर करीब 12 बजकर 42 मिनट पर एयरफोर्स का एएन-32 विमान आया, जिसने करीब पांच से छह मिनट तक आसमान में चक्कर लगाए। इसके बाद हवाई पट्टी पर लैंडिंग की। करीब एक बजे यह विमान यहां से टेकऑफ कर गया। हवाई पट्टी पर एयरफोर्स के अधिकारियों के हेलिकॉप्टर भी उतरे। एयरफोर्स के विमानों की लैंडिंग व करतब देखने के लिए खेतों-खलिहान व पगडंडियों पर बैठकर ग्रामीणों ने यादगार पलों को अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड किया। गंगा एक्सप्रेस वे की हवाई पट्टी पर लड़ाकू विमानों को उतरता देख वहां आए गणमान्य नागरिकों, स्कूली बच्चे रोमांच और उत्साह से भर उठे। पौने बजे से हवाई पट्टी पर शुरू एयरफोर्स का एयरशो पौने तीन बजे तक चलता रहा। तब तक वहां पर विमानों को देखने वालों की भीड़ उमड़ी रही। हवाई पट्टी पर नाइट लैडिंग शो रात 8 बजे से 10 बजे तक किया गया, जिसे देखने के लिए शाम छह बजे से ही लोग पहुंचने लगे।