School Enrollment Campaign Welcoming Students with Roli and Chandan on April 1st शिक्षण सत्र के पहले दिन बच्चों का स्कूलों में रोली चंदन और माला पहनाकर किया जाए स्वागत, Orai Hindi News - Hindustan
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शिक्षण सत्र के पहले दिन बच्चों का स्कूलों में रोली चंदन और माला पहनाकर किया जाए स्वागत

Orai News - उरई में एक अप्रैल को बच्चों का स्कूलों में रोली चंदन और माला पहनाकर स्वागत किया जाएगा। बीएसए ने स्कूल चलो अभियान के अंतर्गत गतिविधियों का संचालन करने के निर्देश दिए हैं। विद्यालयों को फूल, पत्तियों और...

Newswrap हिन्दुस्तान, उरईSun, 30 March 2025 10:35 PM
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शिक्षण सत्र के पहले दिन बच्चों का स्कूलों में रोली चंदन और माला पहनाकर किया जाए स्वागत

उरई। शिक्षण सत्र के पहले दिन एक अप्रैल को बच्चों का स्कूलों में रोली चंदन और माला पहनाकर स्वागत होगा। एक अप्रैल से दो चरणों में स्कूल चलो अभियान की सफलता को बीएसए ने निर्देश जारी किए हैं। प्रथम दिवस को विद्यालयों को फूल, पत्तियों, रंगोली से सजाया जाएगा। बीएसए चंद्रप्रकाश ने खंड शिक्षा अधिकारी और विद्यालयों को निर्देश जारी कर बताया स्कूल चलो अभियान के अन्तर्गत गतिविधियां होंगी। जिसमें स्कूल चलो अभियान के माध्यम से अध्यापकों, बच्चों, जन सामान्य में जागरूकता लाने एवं वातावरण सृजित करने के उद्देश्य से प्रचार-प्रसार किया जाए। जनपद, विकास खण्ड तथा विद्यालय स्तर पर रैली एवं प्रभात फेरी आयोजित की जाए।स्कूल चलो अभियान में जिलाधिकारी के निर्देशन में मुख्य विकास अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी और अन्य जनपदीय अधिकारी एवं ब्लाक स्तरीय अधिकारियों का भी व्यापक सहयोग प्राप्त किया जाए। सत्र के प्रथम दिवस को विद्यालयों को फूल, पत्तियों, रंगोली, झण्डियों, गुब्बारों आदि से सजाया जाए और विद्यालय आने वाले बच्चों को रोली-चंदन का टीका लगाकर, पुष्प देकर, माला पहनाकर स्वागत किया जाए। उस दिन मध्याह्न भोजन में बच्चों के लिए रूचिकर व्यंजन हलवा, खीर आदि बनाया जाए।जनपद एवं विकासखण्ड स्तर पर गोष्ठियों का आयोजन किया जाए, जिसमें आउट ऑफ स्कूल बच्चों, छात्र नामांकन तथा उपस्थिति की स्थिति के विश्लेषण को प्रस्तुत किया जाए। बीएसए ने कहा कि सामान्यतः घरेलू कार्यों में संलिप्तता के कारण बालिकाओं में ड्रापआउट की सम्भावना अधिक रहती है। अतः बालिकाओं के शत प्रतिशत नामांकन एवम् उपस्थिति पर विशेष फोकस किया जाए तथा मीना मंच के बच्चों द्वारा विद्यालय स्तर पर नाटक का मंचन एवं आधा-फुल कॉमिक्स पर आधारित कहानियों का वाचन व चर्चा करायी जाए।

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