यूपी में इन लोगों की बढ़ाई गई पेंशन, दो हजार की जगह मिलेंगे चार हजार, योगी सरकार का बड़ा फैसला
यूपी में वृद्ध कलाकारों को योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। अब इन्हें दो हजार की जगह हजार हजार रुपये प्रतिमाह दिए जाएंगे। गुरुवार को प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने ये महत्वपूर्ण निर्देश दिए।

यूपी में वृद्ध कलाकारों को योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। अब इन्हें दो हजार की जगह हजार हजार रुपये प्रतिमाह दिए जाएंगे। गुरुवार को प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने ये महत्वपूर्ण निर्देश दिए। पर्यटन भवन में विभागीय समीक्षा बैठक में चहेते कलाकारों को मनमाने ढंग से कार्यक्रम आवंटित किए जाने पर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि कलाकारों के पंजीकरण से लेकर कार्यक्रम आवंटित एवं भुगतान किये जाने तक की सम्पूर्ण प्रक्रिया पारदर्शी बनायी जाये। किसी भी कलाकार को कार्यक्रम आवंटित करते समय इस संबंध में जारी शासनादेश का 100 फीसदी पालन सुनिश्चित किया जाए। कार्यक्रमों के आवंटन में भेदभाव पाए जाने पर संबंधित अधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर जेल भेजा जाएगा। कई प्रकरणों में स्थापित प्रक्रिया का पालन न किये जाने पर गहरी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने भविष्य में ऐसा न किये जाने के लिए चेतावनी भी दी।
वृद्ध कलाकारों को तलाशने के लिए निकालें विज्ञापन
उन्होंने कहा कि पेंशन पाने के योग्य वृद्ध कलाकारों की तलाश के लिए विज्ञापन निकाल कर उन्हें पेंशन की सुविधा सुलभ करायी जाए। कहा कि प्रदेश के लोक कलाकारों का व्हाट्सअप ग्रुप भी बनाया जाये, जिससे उनसे संबंधित सूचना प्राप्त होती रहे। उन्होंने कार्यक्रम आवंटित होने पर 50 प्रतिशत की धनराशि अग्रिम देने तथा कार्यक्रम सम्पन्न होने के एक सप्ताह के अन्दर पूरा भुगतान दिये जाने के निर्देश दिए। कहा कि सभी कलाकारों को समान रूप से कार्यक्रम आवंटित किये जाएं।
वाद्य यंत्र खरीद में गड़बड़ी पर कसेगा शिकंजा
पर्यटन मंत्री ने निर्देश दिए कि बड़े एवं मंहगे कलाकारों की जगह स्थानीय कलाकारों को मौका दिया जाय। इससे पंजीकृत सभी कलाकारों को प्रदर्शन का अवसर मिलेगा। कलाकारों को कार्यक्रम आवंटन से लेकर भुगतान की कार्रवाई के अनुश्रवण के लिए पांच सदस्सीय समिमि गठित की जाय। उन्होंने वाद्य यंत्रों की खरीद प्रक्रिया में पारदर्शिता बरतने एवं शासकीय धन का दुरुपयोग रोकने के लिए गत वित्तीय वर्ष में खरीदे गये वाद्य यंत्रों की गुणवत्ता की जांच के निर्देश दिए। इस वर्ष खरीदे जाने वाले वाद्य यंत्रों के लिए रणनीति तैयार किये जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के अंतर्गत दूसरे राज्यों से यहां आने वाले कलाकारों को जो सुविधाएं दी जाती है, उसी तरह उत्तर प्रदेश के कलाकार जो दूसरे राज्यों में कार्यक्रम देने जाते हैं उनको भी मिलना चाहिए। इस अवसर पर प्रमुख सचिव संस्कृति एवं पर्यटन मुकेश कुमार मेश्राम, विशेष सचिव संस्कृति रवीन्द्र कुमार-1, अपर निदेशक संस्कृति सृष्टि धवन आदि उपस्थित थे।