सनातन की मात्र भाषा संस्कृत को बचा रहे आचार्य : महंत रविंद्र पुरी
Prayagraj News - अचला सप्तमी के अवसर पर बाघंबरी गद्दी में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। महंत रविंद्र पुरी की अध्यक्षता में आचार्यों को सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम सनातन परंपराओं को...

अचला सप्तमी के अवसर पर मंगलवार को बाघंबरी गद्दी में विशेष कार्यक्रम अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद व मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। अखाड़ों की ओर से संचालित गुरुकुलों के आचार्यों को सम्मानित किया गया। बाघंबरी गद्दी के प्रमुख बलवीर गिरि ने स्वागत किया। महंत रविंद्र पुरी ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम सनातन परम्पराओं को आगे बढ़ाने का काम करते हैं। सनातन धर्म की मुख्य भाषा संस्कृत है जो आज विलुप्त हो रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे गुरुकुल के आचार्यों का सम्मान विश्व स्तर पर होना चाहिए, जिससे हमारी परम्पराओं का प्रचार प्रसार हो सके। इस अवसर पर महंत राम रतन गिरि, महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद पुरी, महंत शंकारानंद सरस्वती, महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरि, महामंडलेश्वर स्वामी अनंतानंद, महंत ओमकार गिरि, महंत दिनेश गिरि, महंत राधे गिरि, महंत नरेश गिरि, महंत राकेश गिरि स्वामी राजगीरि मौजूद रहे।
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