बोले प्रयागराज : नल दे रहे दूषित-बदबूदार पानी, अफसरों के पास समाधान नहीं
Prayagraj News - प्रयागराज के प्रीतम नगर कॉलोनी में पिछले चार दिनों से घरों के नलों से गंदा और बदबूदार पानी आ रहा है। जलकल विभाग से शिकायत करने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो रहा है, जिससे लोग बीमार पड़ रहे हैं।...
प्रयागराज, हिन्दुस्तान टीम। गंगा-यमुना के शहर में पानी के लिए लोगों को तरसना पड़ रहा है। शहरियों को पानी देने के बदले टैक्स लेने वाले जलकल विभाग के पास स्थायी समाधान नहीं है। शहर के किसी मोहल्ले में ट्यूबवेल खराब रहता है तो किसी कॉलोनी में गंदे पानी की जलापूर्ति होती है। यह दैनिक समस्या हो गई है। विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों की कार्यप्रणाली ऐसी कि शिकायतों पर कई-कई दिनों तक समाधान नहीं होता। अब प्रीतमनगर कॉलोनी के एक हिस्से में पिछले चार दिनों से घरों के नलों से दूषित पानी आ रहा है। पानी में बदबू इतनी कि इसे घर के किसी काम में प्रयोग नहीं कर सकते।
आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान ने ‘बोले प्रयागराज शृंखला के तहत कॉलोनी के लोगों से समस्या जानी तो वह जलकल विभाग को कोसने लगे। उनका कहना है कि कुछ समय पूर्व भी इसी समस्या के कारण लोग पेट संबंधी बीमारियों से परेशान थे। शहर के पॉश कॉलोनियों में शुमार प्रीतम नगर कॉलोनी में पिछले चार दिनों से घरों के नलों से गंदा और बदबूदार पानी आ रहा है। श्रेया मांटेंसरी स्कूल के पास जलापूर्ति चालू होने पर लोग नल को करीब आधा घंटा खुला छोड़ देते हैं। इसके बाद ही पानी कुछ साफ आता है, लेकिन बदबू बनी रहती है। बदबू इतनी कि इस पानी को नहाने और कपड़े धुलने के काम में भी लाने से लोग परहेज कर रहे हैं। समस्या को लेकर लोग जलकल विभाग में गए। स्थानीय पार्षद से भी गुहार लगाई, लेकिन समस्या का समाधान नहीं है। समस्या से करीब 200 से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। सुनवाई नहीं होने से लोगों में आक्रोश है। लोगों का कहना है कि यह समस्या पहले भी होती रही है, लेकिन इसका स्थायी समाधान की बजाय मात्र खानापूरी की गई। लोगों ने बताया कि यहां पेयजल आपूर्ति के लिए बिछाई गई पाइप लाइन जगह-जगह से क्षतिग्रस्त होकर सीवर लाइनों से कनेक्ट हो गई है। जलापूर्ति बंद होने पर वैक्यूम बन जाता है और सीवर का पानी खींचकर पाइप लाइनों में आ जाता है। आपूर्ति चालू होने पर यही गंदा पानी नलों के जरिए घरों में पहुंच रहा है। दूषित पानी के उपयोग से कई लोग पेट संबंधी बीमारी से परेशान हैं। लोगों का कहना है कि अगर अभी समस्या का समाधान नहीं किया गया तो बारिश में स्थिति काफी विकट हो जाएगी। बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाएगा। आरओ का पानी खरीद रहे परिवार नलों से गंदा पानी आने के कारण लोग इसका उपयोग नहीं कर रहे हैं। मजबूरी में पीने और खाना बनाने के लिए आरओ का पानी खरीद रहे हैं। नल के पानी से कपड़े धोने पर कपड़ों से बदबू आती रहती है। नहाने के लिए भी इस पानी का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। जलापूर्ति चालू होने पर सबसे पहले लोग यह चेक करते हैं कि कहीं पानी टंकी में तो नहीं चढ़ रहा है। टंकी में गंदा पानी न चला जाए, इसके लिए टंकी की सप्लाई काट दी जा रही है। --हमारी भी सुनें--- चार दिन से नल से गंदा और बदबूदार पानी आ रहा है, जिससे हम लोग पानी का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। आरओ का पानी खरीद रहे हैं। शिकायत की गई, लेकिन समस्या का निदान नहीं हो पाया है। -ओपी सिंह कॉलोनी में जहां हम लोग रह रहे हैं वहां नल से बदबूदार पानी आ रहा है। इस समस्या से मोहल्ले के सभी लोग परेशान हैं। इसकी शिकायत विभागीय लोगों से की गई तो अधिकारी निरीक्षण कर चले गए। समस्या बनी हुई है। - अशोक कुमार सिंह नल से जो पानी आ रहा है उसमें इतनी दुर्गंध है कि उसे पीना तो दूर कपड़े भी नहीं साफ कर सकते। चार दिन से लोग परेशान हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। विभाग को सिर्फ टैक्स से मतलब रहता है। -राजेश रस्तोगी सुबह पानी आने पर हम लोग करीब एक घंटे तक नल खुला छोड़ देते हैं, उसके बाद ही पानी कुछ साफ आता है। लेकिन बदबू बनी रहती है। गंदे पानी के सेवन से लोग बीमार पड़ रहे हैं। लोगों को साफ पानी मिले यह विभाग की जिम्मेदारी है। - मुकेश रस्तोगी नलों से गंदा पानी आने से सबसे अधिक दिक्कतें महिलाओं को ही उठानी पड़ती है। सारे घरेलू काम प्रभावित हो जाते हैं। नहाने, खाना पकाने, कपड़े धोने जैसे काम के लिए पानी के इंतजाम में लगे रहते हैं। -सरोज सिंह चार दिन से चली आ रही इस समस्या से लोग तंग आ चुके हैं। शिकायत करने पर विभाग के कर्मचारी आए और देख कर चले गए। समस्या का निदान नहीं हो पाया है। अफसर बेपरवाह बने हुए हैं। -कन्हैया पाण्डेय सुबह पानी आते ही हम लोग मोटर चला कर नल खुला छोड़ देते हैं। अगर ऐसा न करें तो गंदा पानी टंकी में भर जाए और नई समस्या खड़ी हो जाए। जिम्मेदारों ने समस्या का निधान न किया तो बीमारी फैलने में देर नहीं लगेगी। - श्याम सिंह नल से गंदा पानी आना बेहद गंभीर समस्या है। ऐसे तो महामारी फैल जाएगी। अधिकारियों को इस पर संज्ञान लेकर तत्काल समस्या का निदान कराना चाहिए। बारिश के मौसम में समाधान भी नहीं हो पाएगा। - हर्षित त्रिपाठी हम लोग बराबर वाटर टैक्स देते आ रहे हैं। हमें साफ पानी मिले यह विभाग की जिम्मेदारी है। चार दिन से नलों से गंदा पानी आ रहा है और लोग बीमार पड़ रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार समस्या से अनजान बने हुए हैं। - जय प्रकाश पाण्डेय डॉक्टर कहते हैं कि बीमारी से बचना है तो साफ पानी का सेवन करें, लेकिन जलकल विभाग दूषित जल की आपूर्ति करा रहा है। चार दिन से लोग परेशान हैं। यह बेहद गंभीर समस्या है, जिसका समाधान नहीं हो पा रहा है। -श्रीप्रकाश पाण्डेय सुबह साफ पानी नहीं मिलता तो पूरा दिन खराब हो जाता है। सुबह न तो नहा पाते हैं न ही किचन का कोई काम हो पाता है। बच्चों को भी परेशानी होती है। समस्या गंभीर है जिसका समाधान होना जरूरी है। -सविता चड्ढा नल से गंदा पानी आने की समस्या पिछले तीन-चार दिनों से बनी हुई है। इसकी शिकायत विभागीय लोगों से करने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। अधिकारी ध्यान दें तो समस्या का समाधान हो जाए। - सत्येन्द्र पाण्डेय सुबह उठने पर सबसे पहले पानी की ही जरूरत पड़ती है। नल खोलते हैं तो उससे गंदा पानी आता है। बदबू से मन खराब हो जाता है। इस पानी से न तो नहा पाते हैं न ही उसे अन्य कार्य में उपयोग कर पा रहे हैं। - विमल कुमार चौधरी यहां की पाइप लाइन काफी पुरानी है, जो आए दिन क्षतिग्रस्त हो जाती है। समस्या के समाधान के लिए नई पाइप लाइन डालनी होगी। तभी स्थायी समाधान हो पाएगा। - प्रशांत पाण्डेय लोगों के घरों में नलों से गंदा पानी आ रहा है इससे लोग बीमार पड़ रहे हैं। यह समस्या बीते चार दिन से है। शिकायत के बावजूद समस्या का निदान नहीं हो सका है जिससे लोग परेशान हैं। - अर्जुन सिंह नल से गंदा पानी आ रहा है। शिकायत विभागीय अधिकारियों को दे दी गई है, उसके बावजूद समस्या का निदान नहीं हो पाया है। समझ में नहीं आ रहा इस समस्या से कब छुटकारा मिलेगा। - किशन कुमार सुबह नल से इतना बदबूदार पानी आता है कि उसका उपयोग नहीं किया जा सकता। इससे बड़ी दिक्कतें हो रही हैं। अगर जलकल विभाग के अधिकारी इस पर ध्यान दें तो तुरंत समस्या खत्म हो जाएगी। -गुंजा जायसवाल स्मार्ट सिटी में रह रहे हैं। बराबर वाटर टैक्स भी अदा करते आ रहे हैं। अपेक्षा करते हैं कि विभाग शुद्ध पानी तो देगा, लेकिन लापरवाही का आलम यह है कि शिकायत के बाद भी समाधान नहीं हो रहा है। - राजेंद्र यादव नल से जो पानी आ रहा है उसे किसी काम में उपयोग नहीं कर सकते। नल खोलते हैं तो पानी से इतनी बदबू आती है कि मन खराब हो जाता है। विभाग समस्या का निदान जल्द कराए। - नीरज यादव गंदे पानी की आपूर्ति के कारण पूरी दिनचर्या बिगड़ गई है। सुबह एक घंटा नल के सामने खड़े रहते हैं कि कब पानी साफ आए। जिम्मेदार इस पर ध्यान दें और समस्या का समाधान कराएं। - शिवम सिंह बोलीं पार्षद - गैस पाइप लाइन बिछाने के दौरान पेयजल की पाइप लाइनें क्षतिग्रस्त हुई हैं। स्थानीय लोगों ने दूषित जलापूर्ति की शिकायत की थी जिस पर जलकल विभाग के अधिकारियों को समस्या से अवगत कराया गया। विभागीय लोग निरीक्षण कर लीकेज का पता कर रहे हैं। समस्या का शीघ्र समाधान कराने का प्रयास किया जा रहा है। -सुनीता सिंह, पार्षद, प्रीतम नगर बोले जिम्मेदार कॉलोनी के एक भाग में दूषित जलापूर्ति की शिकायत मिली है। मौके पर अवर अभियंता को निरीक्षण के लिए भेजा गया था। टीम लगाकर लीकेज का पता लगाया जा रहा है। लीकेज मिलते ही दूषित जलापूर्ति की समस्या का शीघ्र समाधान करा दिया जाएगा । - प्रदीप यादव, एक्सईएन, जलकल
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