‘सैंया भये कोतवाल में दिखाया भ्रष्टाचार को आईना
Prayagraj News - नाट्य संस्था आधारशिला रंगमंडल ने 15वें राष्ट्रीय नाट्य महोत्सव का उद्घाटन किया। मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति नलिन श्रीवास्तव ने दीप प्रज्वलित किया। पहले दिन हास्य व्यंग्य नाटक 'सैंया भये कोतवाल' के माध्यम...

नाट्य संस्था आधारशिला रंगमंडल की ओर से बुधवार को 15वें व पांच दिवसीय राष्ट्रीय नाट्य महोत्सव का शुभारंभ किया गया। गोल्डन जुबली स्कूल के रविंद्रालय सभागार में मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति नलिन श्रीवास्तव, वरिष्ठ रंगकर्मी अतुल यदुवंशी व समाजसेवी डॉ. जीएल गुप्त ने दीप प्रज्वलित कर महोत्सव का उद्घाटन किया। महोत्सव के पहले दिन वरिष्ठ रंगकर्मी अजय केशरी के निर्देशकीय कौशल में हास्य व्यंग्य नाटक ‘सैंया भये कोतवाल के जरिए कलाकारों ने भ्रष्टाचार और सामाजिक व्यवस्था पर करारी चोट की। मुख्य भूमिका में कोतवाल, हवलदार व सिपाही ने अपने अभिनय से दर्शकों को गुदगुदाया। नाटक में दिखाया गया कि सूर्यपुर के राजा लापरवाह हैं और शिकार खेलने में व्यस्त रहते हैं। राज्य के कोतवाल के मरने के बाद अनपढ़ साले को कोतवाल बना दिया जाता है। हवलदार व सिपाही नए कोतवाल को देखकर खुश होते हैं और उसे फसाने की तरकीब सोचते हैं। हवलदार अपनी प्रेमिका मैनावती के साथ मिलकर कोतवाल को फंसाता है और मैनावती कोतवाल से शादी करने की शर्त रखती है कि वह राजा का छापरी पलंग उसे दे।
कोतवाल, हवलदार व सिपाही से पलंग मंगवा लेता है और अंत में राजा को कोतवाल की करतूत का पता चलता है और राजा हवलदार को कोतवाल बना देता है। मंच पर अमित यादव, गौरीश आहूजा, अनुराग केशरी, हरि नारायण पांडेय व गीता आर्य के अभिनय को दर्शकों की सराहना मिली। इस दौरान रंगमंच के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यों के लिए अतुल यदुवंशी को सम्मानित किया गया। धन्यवाद रमाकांत शर्मा ने ज्ञापित किया।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।