मछुआ समाज को अनुसूचित जाति का मिले प्रमाणपत्र : संजय निषाद
Prayagraj News - प्रयागराज में निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल ‘निषाद पार्टी की संवैधानिक अधिकार यात्रा का भव्य स्वागत हुआ। यात्रा का मुख्य उद्देश्य मछुआ समाज को अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र दिलाना है। यह यात्रा 30 नवंबर...
प्रयागराज वरिष्ठ संवाददाता निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल ‘निषाद पार्टी की संवैधानिक अधिकार यात्रा का सोमवार को प्रयागराज में भव्य स्वागत हुआ। मछुआ समाज के हक-हकूक की लड़ाई के लिए निकाली जा रही यात्रा की मुख्य मांग समाज को अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र निर्गत कराने को लेकर यात्रा निकाली जा रही है। प्रयागराज आगमन पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद ने बताया कि यात्रा 30 नवंबर को मां शाहकुंभरी देवी शक्तिपीठ सहारनपुर से शुरू हुई थी। यात्रा को चार चरणों में पूरे उत्तर प्रदेश में जाएगी। यह यात्रा का अंतिम चरण हैं। यात्रा प्रयागराज से प्रतापगढ़, मिर्जापुर, भदोही, सोनभद्र और लखनऊ में पूरी होगी।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि उत्तर प्रदेश की सभी पार्टियों के इतिहास में पहली बार किसी पार्टी और निषाद नेता ने आरक्षण के मुद्दे को लेकर कोई यात्रा निकाली है, आज यात्रा का जिस प्रकार से मछुआ समाज का जनसमर्थन मिल रहा है, उससे यह तो स्पष्ट है कि जल्द ही मछुआ समाज अपने आरक्षण के मुद्दे पर हमारे सहयोगी दल व सत्तारूढ़ पार्टी को आरक्षण के विषय पर सोचने के लिए मजबूर करेगा। उन्होंने कहा कि निषाद पार्टी और भाजपा का गठबंधन आरक्षण के मुद्दे समेत मछुआ समाज के अन्य मुद्दों को लेकर हुआ था। पार्टी को मछुआ समाज का सहयोग मिला तो 2019 और 2022 की जीत आपने देखी थी। लेकिन आरक्षण न मिलने पर 2024 में कुछ सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि देश में 200 सीट मछुआ समाज जिताने की स्थिति में है। ऐसे में इन सीटों के लिए भाजपा को सोचना होगा।
करछना विधायक पर साधा निशाना
पत्रकारों ने संवैधानिक अधिकार यात्रा में जनपद के निषाद विधायक के शामिल न होने पर सवाल किया तो अध्यक्ष ने कहा कि निषाद पार्टी ने 2022 के चुनाव में जिले की दो विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे, एक पर निषाद पार्टी का सिंबल था दूसरा भाजपा के सिंबल पर, निषाद पार्टी के सिंबल से जिनको उतारा था वो आज हंडिया में संवैधानिक अधिकार यात्रा का स्वागत और जनसभा की तैयारी में जुटे हुए हैं इसलिए वो मुख्यालय पर नहीं आ सके। बिना नाम लिए कहा कि जिनके बारे में आप पूछना चाह रहे हैं तो मैं आपसे पूछना चाहता हूं ‘अगर एक फल को यह घमंड हो जाए कि वह पेड़ की उत्पत्ति है, तो यह उसकी मूर्खता और अज्ञानता को दर्शाता है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जो व्यक्ति निषाद पार्टी और मछुआ आरक्षण को लेकर मछुआ समाज के साथ नहीं खड़ा है उससे 2027 के विधानसभा चुनाव में पार्टी दूरी बनाएगी। निषाद पार्टी 2027 के विधानसभा चुनाव में हंडिया, करछना और बारा सीट पर चुनाव लड़ेगी। पश्चिम बंगाल हिंसा पर पूछे गए सवाल पर कहा कि औरंगजेब को बढ़ावा देंगे तो आक्रोश होगा। सपा सांसद के राणा सांगा पर विवादित बयान देने पर कहा कि ये लोग मौका परस्त हैं। इस दौरान पूर्व सांसद ई. प्रवीण निषाद, बाबू राम निषाद, संजीत निषाद, रामटहल निषाद, नीतीश निषाद, बनारसी निषाद, मुरलीधर निषाद, दिलीप निषाद, आलोक निषाद, राज निषाद आदि मौजूद रहे।
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