पुरानी पेंशन का आदेश जारी करने के लिए गरजे शिक्षक
Prayagraj News - एक अप्रैल 2005 के पूर्व चयनित शिक्षकों ने पुरानी पेंशन के आदेश न मिलने पर शिक्षा निदेशालय के बाहर धरना दिया। शिक्षकों ने कहा कि केवल आधे पेंशन आदेश जारी हुए हैं, जबकि अन्य मामलों में कोई आपत्ति नहीं...

एक अप्रैल 2005 के पूर्व विज्ञापित पदों के आधार पर चयनित और पुरानी पेंशन योजना के लिए आवेदन करने वाले शिक्षकों को पुरानी पेंशन की मंजूरी का आदेश जारी नहीं होने से नाराज शिक्षकों ने शिक्षा निदेशालय में अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक के कार्यालय के बाहर बुधवार दोपहर दो बजे से धरना दिया। माध्यमिक शिक्षक संघ एकजुट के प्रदेश संरक्षक हरि प्रकाश यादव का कहना है कि शासनादेश में 31 मार्च 2025 तक शिक्षा निदेशालय से सभी पेंशन प्रकरणों के निस्तारण का निर्देश था, लेकिन केवल आधे शिक्षकों के पेंशन आदेश ही निर्गत किए गए हैं। प्रदेश उपाध्यक्ष उपेंद्र वर्मा ने कहा कि तमाम प्रकरणों में कोई आपत्ति नहीं होने के बाद भी आदेश जारी नहीं किए गए। प्रदेश अध्यक्ष सोहन लाल वर्मा ने कहा कि शिक्षकों के साथ किसी प्रकार का अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगे। अफसरों के आश्वासन पर विश्वास करके आठ अप्रैल तक इंतजार किया, लेकिन अब सभी आवेदित शिक्षकों के आदेश जारी होने तक अनवरत धरना देंगे। शाम छह बजे धरनास्थल पर अपर शिक्षा निदेशक सुरेंद्र कुमार तिवारी, उप निदेशक राजेन्द्र प्रताप और अजय कुमार सिंह के साथ उपस्थित हुए और कहा कि लगभग 5250 प्रकरणों में से पांच हजार का निस्तारण हो चुका है।
शेष तकनीकी कारणों से रह गए हैं। विधिक परीक्षण के बाद उनके आदेश जारी होंगे। अंत में शिक्षकों ने धरना स्थगित करने की घोषणा की। धरने को संबोधित करने वालों में सुरेंद्र प्रताप सिंह, तीर्थराज पटेल, सुरेश पासी, संदीप शुक्ला, सुधाकर ज्ञानार्थी, मिथलेश मौर्य, लक्ष्मी नारायण सिंह, देवराज सिंह, डीपी यादव, गार्गी श्रीवास्तव, आकांक्षा कुशवाहा, लालमणि यादव, रविन्द्र यादव, महेंद्र मौर्य और अशोक कन्नौजिया आदि शामिल रहे।
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