बोले प्रयागराज : टैंकर आने पर मिलता है पानी, तीन हजार की आबादी दो साल से झेल रही परेशानी
Prayagraj News - प्रयागराज के राजरूपपुर क्षेत्र में लोग पिछले दो वर्षों से पानी के संकट से जूझ रहे हैं। गर्मी में समस्या बढ़ जाती है और नलों से पानी नहीं आ रहा है। लोग टैंकरों का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन पानी की...
प्रयागराज, हिन्दुस्तान टीम। राजरूपपुर के नंदगांव, बिहारी पट्टी, नई आबादी, आनंदपुरम आदि इलाकों की आबादी कई दिनों से पानी के संकट से जूझ रही है। घरों के नलों की टोटियां सूखी पड़ी हैं। टैंकर के जरिए की जा रही पानी की आपूर्ति से गुजारा नहीं हो पा रहा है। भीषण गर्मी में पानी के लिए परेशान लोग लगातार शिकायत कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान ने ‘बोले प्रयागराज शृंखला के तहत लोगों से बातचीत की तो जलकल विभाग के प्रति उनका रोष फूट पड़ा। कहा कि हम लोग दो साल से पानी की समस्या से परेशान हैं।
लगातार शिकायत की जा रही है, लेकिन समस्या का स्थायी हल नहीं किया जा रहा है। गर्मी में पानी की समस्या विकट हो जाती है। न जनप्रतिनिधि सुन रहे हैं और न ही अफसर। राजरूपपुर की कई बस्तियों में लोग बीते दो वर्ष से पेयजल समस्या से जूझ रहे हैं। जैसे ही गर्मी का मौसम आता है, लोगों की चिंताएं बढ़ जाती हैं। भीषण गर्मी में लोग सुबह से बाल्टी-टब लेकर पानी के जुगाड़ में लग जाते हैं। टैंकर आते ही पानी के लिए मारामारी शुरू हो जाती है। इस क्षेत्र में बहुत से ऐसे घर हैं जहां पानी पहुंच ही नहीं रहा है। जहां पानी पहुंच रहा है वहां प्रेशर इतना कम रहता है कि लोगों को जरूरत के मुताबिक पानी नहीं मिल पाता। लोग लगातार शिकायत करते आ रहे हैं, लेकिन समाधान नहीं हो रहा है। लोगों का कहना है कि इतनी बड़ी आबादी के लिए नया नलकूप लगे अथवा पुराने नलकूप को रीबोर कराया जाए तभी समस्या का निदान हो सकेगा। इसके लिए लोगों ने नगर आयुक्त, महापौर सहित जलकल के शीर्ष अधिकारियों को समस्या से अवगत कराया, लेकिन निदान नहीं हो सका। करीब ढाई से तीन हजार की आबादी भीषण गर्मी में पानी के लिए परेशान है। नंदगांव, आनंदपुरम, नई आबादी, बिहारी पट्टी आदि इलाकों में टैंकर के जरिए पानी की आपूर्ति हो रही है। टैंकर से जो पानी आ रहा है, उसकी गुणवत्त्ता पर भी सवाल उठ रहे हैं। लोग उसका उपयोग पेयजल के रूप में करने से परहेज कर रहे हैं। पीने के लिए लोग आरओ का पानी खरीद रहे हैं। लोगों ने बताया कि आनंदपुरम में करीब तीन हजार लोग पेयजल संकट से प्रभावित हैं, जबकि लोहार गली के 150 घरों में पानी नहीं पहुंच रहा है। ढाल वाली गली में भी करीब सौ घरों में पानी के लिए हाय तौबा मची हुई है। दूषित जलापूर्ति भी बड़ी समस्या आनंदपुरम में दूषित जलापूर्ति भी लोगों के लिए बड़ी समस्या बनी हुई है। लोगों ने बताया कि सुबह मोटर चलाते हैं तो मुश्किल से पानी आता है। पानी मटमैला आता है। पानी में बदबू भी रहती है। इसलिए इस पानी का उपयोग नहीं किया जा सकता। नहाने और कपड़े धोने जैसे काम में भी इस पानी का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। लोगों का कहना है कि पाइप लाइन जगह-जगह से क्षतिग्रस्त है, जिसके जरिए सीवर का पानी मिलकर घरों में सप्लाई हो रहा है। नलकूप की मोटर की क्षमता कम होने से बढ़ी समस्या इलाके में जलापूर्ति के लिए तीन नलकूप लगे हैं। नंदगांव, आनंदपुरम, नई आबादी, बिहारी पट्टी आदि इलाकों मे नंदगांव में लगे नलकूप से जलापूर्ति होती है। नंदगांव के अलावा अंदीपुर और चकिया बाबू मियां में भी नलकूप लगा है। लोगों का कहना है कि अंदीपुर के नलकूप में शाम को बिजली आपूर्ति काट दी जाती है जिससे पानी नहीं पहुंच पाता, जबकि चकिया के नलकूप के जिम्मेदारों की मनमानी समस्या बढ़ा रही है। आपरेटर मनमाने तरीके से जब चाहता है पानी की आपूर्ति बंद कर देता है। लोगों का कहना है नंदगांव में पहले नलकूप पर 41 एचपी का मोटर लगी हुई थी जिसे बदल कर 10 एचपी की मोटर लगा दी गई है। मोटर की क्षमता कम कर देने से लो प्रेशर की समस्या हो गई है। घरों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। यहां एक नया नलकूप लगाने और नंदगांव में लगे नलकूप के रीबोर की सख्त जरूरत है। नलकूप को रीबोर कर उसमें पूर्व की भांति उच्च क्षमता की मोटर लगाई जाए। लेकिन जिम्मेदार इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। शिकायतें और सुझाव - लोगों के घरों तक पानी नहीं पहुंच रहा है, नल की टोटियां सूखी पड़ी हैं। - जहां पानी आ रहा है वहां लो प्रेशर के कारण जरूरतें पूरी नहीं हो पा रही हैं। - कुछ हिस्सों में क्षतिग्रस्त पाइप लाइनों के कारण गंदे पानी की आपूर्ति हो रही है। - सीमित संख्या में पहुंच रहे टैंकर, लोगों की जरूरत के मुताबिक पानी नहीं मिल पाता। सुझाव - एक नये मिनी नलकूप लगाए जाने की सख्त जरूरत है। - नंदगांव के नलकूप को रीबोर कराया जाए, उच्च क्षमता की मोटर लगे। - क्षतिग्रस्त पाइपों को चिह्नित कर अविलंब उनको दुरुस्त किया जाए। - वैकल्पिक व्यवस्था के तहत टैंकरों की संख्या बढ़ाई जाए। ---हमारी भी सुनें--- यहां पानी की समस्या दो साल से भी अधिक समय से है। गर्मी में समस्या विकट हो जाती है। कई दिनों से नल से पानी नहीं आ रहा है। टैंकर आता है तो कुछ पानी मिल जाता है, वरना बिना पानी के रहना पड़ता है। मजबूरी में आरओ का पानी खरीदते हैं। - अमित मिश्र सुबह से पानी के जुगाड़ में लगे रहते हैं। नल से पानी आता भी है तो प्रेशर इतना कम रहता है कि जरूरत भर का भी पानी नहीं मिल पाता। टैंकर आता है तो थोड़ी सहूलियत हो जाती है। गर्मी में लोग पानी के लिए परेशान हैं। यह गंभीर समस्या है जिसका निदान जरूरी है। - गुलाम नबी सुबह उठते ही पानी की जरूरत शुरू हो जाती है। नल से पानी नहीं आता तो जद्दोजहद शुरू हो जाती है। पीने का पानी तो खरीद लेते हैं, लेकिन घर की अन्य जरूरतों के लिए टैंकर आने का इंतजार करते रहते हैं। न जाने कब समस्या का समाधान होगा। - मो. फैसल हम लोग पानी की समस्या से दो साल से परेशान हैं। लगातार शिकायत की जा रही है, लेकिन जिम्मेदार शिकायतों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। सुबह होते ही पानी के जुगाड़ में लगना पड़ता है। पानी की समस्या का समाधान हो जाए तो बड़ी राहत मिले। -एजाज अहमद कई दिन से नल से पानी नहीं आ रहा है। टैंकर आता है तो पानी मिल पाता है। पीने के लिए आरओ का पानी खरीदना पड़ता है। हमारी तरह तमाम लोग पानी की समस्या से परेशान हैं। पानी की समस्या का स्थायी समाधान जिम्मेदार गंभीर नहीं हैं। -अबुल वैश पानी की समस्या से हर कोई परेशान है। सुबह उठते ही पानी की चिंता सताने लगती है कि कैसे जुगाड़ किया जाए। बार-बार शिकायत की जा रही है, लेकिन जिम्मेदार सुन नहीं रहे हैं। जो टैंकर आता है वह अपर्याप्त है। टैंकरों की संख्या भी बढ़ जाए तो कुछ राहत मिले। -अरविंद कुमार श्रीवास्तव यहां जो नलकूप लगा है उसमें लगी मोटर पहले उच्च क्षमता की थी जिसे बदल कर कम क्षमता की मोटर लगा दी गई है, जिससे समस्या बढ़ गई है। अफसर खामोश हैं, शिकायत पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। जनप्रतिनिधि को कम से कम सुनवाई करनी चाहिए। - उज्ज्वल शर्मा गर्मी में पानी की समस्या विकट हो गई है। कई दिन से घर में पानी नहीं आ रहा है। हम लोग समस्या का स्थायी समाधान चाहते हैं, लेकिन जिम्मेदार इस पर ध्यान नहीं दे रहे। ऐसे में क्या करें, किसके पास जाएं कि समस्या का निदान हो जाए। -शकील अहमद रोज-रोज पानी की समस्या से आजिज आ चुके हैं। बार-बार शिकायत करके भी थक गए, लेकिन अफसर इतने बेपरवाह हैं कि उन पर कोई फर्क नहीं पड़ता। अगर यहां नया नलकूप लग जाए और पुराने नलकूप को रीबोर करा दिया जाए तो पानी की समस्या काफी हद तक दूर हो जाए। - सुहैल अहमद यहां पहले पानी की कोई समस्या नहीं थी, जब से नलकूप की मोटर बदली गई है तभी से यह समस्या शुरू हो गई है। गर्मी में लोग पानी के लिए परेशान हैं लेकिन जिम्मेदार समस्या से अनजान बने हुए हैं। अगर पानी की समस्या का स्थायी समाधान हो जाए तो काफी राहत मिल जाए। - धीरेन्द्र सिंह सुबह होते ही सबसे पहले पानी की व्यवस्था में जुट जाते हैं। मोटर चला कर पानी आने का इंतजार करते हैं। पानी अगर आ गया तो वह इतना गंदा होता है कि उसका उपयोग नहीं कर सकते। आसपास के कई घरों में तो कई दिन से पानी नहीं आ रहा है। इस समस्या का समाधान बेहद जरूरी है। - अजय कुमार दो साल से पानी की समस्या से परेशान हैं। गर्मी शुरु होते ही यह समस्या रुलाने लगती है। उम्मीद थी कि महाकुम्भ मेला के दौरान काफी काम होगा तो यहां की समस्या भी दूर हो जाएगी, लेकिन यह सिर्फ सपना ही रह गया। यहां नया नलकूप लग जाए तो समस्या का समाधान हो जाए। - अभिषेक कुमार पानी की समस्या से हम लोग काफी समय से परेशान हैं, कई बार इसकी शिकायत निगम के अधिकारियों से की गई, लेकिन किसी ने भी इस समस्या के निदान के लिए कोई पहल नहीं की। अगर जिम्मेदार इस समस्या को गंभीरता से लेते तो समाधान हो जाता। -प्रदीप सिंह दो साल से पानी की समस्या से परेशान हैं, अब तो गंदे पानी की समस्या भी झेलनी पड़ रही है। नल से कभी पानी आता भी है तो इतना गंदा और बदबूदार होता है कि किसी काम में उपयोग नहीं कर सकते। लोग गंदा पानी इस्तेमाल करेंगे तो बीमार पड़ जाएंगे। जिम्मेदारों को समस्या का निदान करना चाहिए। - बीएन शुक्ल पेयजल समस्या से आजिज आ चुके हैं। गर्मी में संकट विकट हो गया है। लगातार इसकी शिकायत जिम्मेदारों से की जा रही है, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। जनप्रतिनिधि भी उदासीन बने हुए हैं। - अमित विश्वकर्मा अगर घर में पानी न आए तो सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं को ही होती है। घर का सारा काम ठप हो जाता है। खाना बनाने, कपड़े धोने, बर्तन साफ करने, झाड़ू-पोछा सब काम में परेशानी आती है। सुबह से पानी के इंतजाम में लगना पड़ता है। -नीतू तिवारी एक महीने से ज्यादा हो गए हैं, पानी की समस्या से परेशान हैं। प्रेशर कम होने के कारण टंकी भर नहीं पाती। पीने के लिए आरओ का पानी खरीदना पड़ रहा है। अगर इस समस्या का समाधान हो जाए तो हम लाोगों को काफी सहूलियत हो जाए। - अंश तिवारी लोग वाटर टैक्स देते हैं, लेकिन पानी के लिए परेशान हैं। शिकायत करते हैं तो मात्र आश्वासन ही मिलता है। धरातल पर कोई काम नहीं दिखता। यहां नलकूप के रीबोर की सख्त जरूरत है। पानी की समस्या का समाधान जरूरी है। -आशीष श्रीवास्तव बोले जिम्मेदार गर्मी में पानी की अधिक खपत और मांग के कारण प्रेशर की समस्या पैदा हो जाती है। बिजली कटौती और बिजली की आवाजाही के कारण भी जलापूर्ति प्रभावित होती है। राजरूपपुर में पेयजल संकट के बारे में जानकारी नहीं है। अगर वहां ऐसी समस्या है और नलकूप के कारण समस्या आ रही है तो पता लगाकर समस्या का शीघ्र समाधान करा दिया जाएगा। -कुमार गौरव, महाप्रबंधक, जलकल बोले पार्षद पानी की समस्या के समाधान के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। महापैार, नगर आयुक्त और जल कल के उच्चाधिकारियों को समस्या से अवगत कराया जा चुका है। यहां के लिए एक नए मिनी नलकूप की मांग की गई है। यहां नंदगांव के नलकूप को रीबोर करा कर उसमें उच्च क्षमता की मोटर लगाने पर ही समस्या का स्थाई समाधान हो सकता है। - मिथलेश सिंह, पार्षद , वार्ड संख्या 54, राजरूपपुर
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