कृषि भूमि के बीस वर्ष पुराने 46 पट्टे निरस्त, एक हफ्ते में खाली करने के आदेश
Saharanpur News - सहारनपुर के मुर्तजापुर में सिंचाई विभाग ने कृषि भूमि के 46 पट्टों को निरस्त कर दिया है। पट्टाधारकों को एक हफ्ते में भूमि खाली करने का निर्देश दिया गया है, जिससे वे हड़कंप में हैं। किसान फसलों को बचाने...

सहारनपुर। बेहट तहसील के मुर्तजापुर मजरा में सिंचाई विभाग द्वारा करीब दस से बीस साल पहले दिए कृषि भूमि के 46 पट्टों को निरस्त कर दिया है। शासन के आदेश पर सिंचाई विभाग ने नोटिस जारी करते हुए पट्टाधारकों को एक हफ्ते के भीतर भूमि खाली करने के निर्देश दिए हैं। इस कार्रवाई से पट्टाधारकों में हड़कंप मचा है। गुरुवार को बड़ी संख्या में पट्टाधारक जिला मुख्यालय पहुंचे और डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन भी जिलाधिकारी को सौंपा, जिसमें फसलें उजाड़ने से रोकने और पट्टों के नवीनीकरण की मांग की गई। इनमें ज्यादातर अनुसूचित जाति के किसान शामिल हैं। उनका कहना है कि वे दस से बीस सालों से इस जमीन पर खेती कर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं। कई परिवारों ने तो जमीन को समतल करने और उपजाऊ बनाने में काफी खर्च तक कर रखे हैं। ऐसे में अचानक पट्टे रद्द कर देना और एक हफ्ते में जमीन खाली करने का अल्टीमेटम देना उनके लिए जीवन-मरण का सवाल बन गया है। कहा कि उनकी मक्का, आलू और गेहूं आदि की फसलें न उजाड़ी जैसे और उन्हें बेदखल करने की बजाय उनके पट्टों का नवीनीकरण कराया जाए ताकि उनके परिवारों के सामने भूखों मरने की नौबत न आए।
फिलहाल पट्टाधारक अपनी फसलों को बचाने और जीवनयापन के संकट से उबरने के लिए शासन से राहत की मांग कर रहे हैं, लेकिन मामले में आगे की कार्रवाई को लेकर क्षेत्र में असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
यह कहा पट्टाधारकों ने
खड़ग सिंह, धर्मपाल, दयाराम, राखी पत्नी संजय, संदीप, अतर सिंह, पुष्पा, मेघराज, भगती पत्नी इसम सिंह, सतपाल, भगत, रामकुमार, नीतू, श्यामलाल, नाथीराम, सोनी, रमेश आदि पट्टाधारकों का कहना है कि वे करीब 10 से 20 साल से इन एक एक एकड़ के पट्टों (खेतों) पर मेहनत कर फसल उगा रहे हैं और अब अचानक पट्टे निरस्त कर देना उनके जीवन को संकट में डाल देगा। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें बिना किसी पूर्व सूचना के कार्रवाई की गई है। कहा उनकी तैयार फसलों को न उजाड़ा जाए बल्कि उनके पट्टों का नवीनीकरण कराया जाए।
विभाग को जमीन की जरूरत
सिंचाई विभाग द्वारा दिए गए नोटिस में विभाग का कहना है कि यह कार्रवाई शासन के निर्देशों के तहत की गई है। सभी कृषि पट्टे 5 वर्ष के लिए इस शर्त पर दी गई थी कि जब विभाग को आवश्यकता होगी तत्काल खाली कर दिए जाएंगे। इसके शपथ पत्र भी पट्टाधारकों द्वारा दिए गए हैं कि विभाग को आवश्यकता पर तुरंत जमीन खाली कर देंगे और कोई वाद भी योजित नहीं करेंगे। इसलिए अब विभाग को जमीन की आवश्यकता है इसलिए इन अस्थायी पट्टों को समाप्त किया गया है। लिहाजा एक हफ्ते में जमीन खाली कर, विभाग के सुपुर्द करें।
0-वर्जन...
-मुर्तजापुर में दिए गए कृषि पट्टे मार्च 2023 में ही निरस्त हो चुके हैं। तभी से पट्टाधारकों को समय समय पर कई नोटिस दिए जा चुके हैं। शासन के आदेश है लिहाजा फाइनल नोटिस दिए गए हैं।
एके मौर्य, अधिशासी अभियंता, अपर खंड पूर्वी यमुना नहर।
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