मोबाइल बाजार को पार्किंग की दरकार
Saharanpur News - सहारनपुर के सिटी प्लाजा, गणेश मार्केट और भार्गव मार्केट में मोबाइल व्यापार केंद्र हैं, लेकिन पार्किंग और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। यहां प्रतिदिन सैकड़ों ग्राहक आते हैं, लेकिन उन्हें...

सहारनपुर शहर के तीन प्रमुख बाजार सिटी प्लाजा, गणेश मार्केट और भार्गव मार्केट मोबाइल व्यापार का केंद्र हैं। पार्किंग की समुचित व्यवस्था का अभाव है। बाजार में प्रतिदिन सैकड़ों ग्राहक आते हैं, लेकिन उन्हें वाहन खड़ा करने के लिए न कोई समुचित स्थान मिलता है और न ही कोई निर्धारित व्यवस्था। दूसरे शहरों और कस्बों से आने वाले ग्राहकों को खासी परेशानी का सामना सहारनपुर शहर के तीन प्रमुख बाजार-सिटी प्लाजा, गणेश मार्केट और भार्गव मार्केट-मोबाइल व्यापार का केंद्र हैं। इन बाजारों में करीब 150 से 200 मोबाइल दुकानदार सक्रिय रूप से कार्यरत हैं, जो न केवल सहारनपुर बल्कि आसपास के जिलों और ग्रामीण इलाकों से भी ग्राहकों को आकर्षित करते हैं।
आधुनिक तकनीक से जुड़ा यह बाजार एक ओर जहां शहर की आर्थिक प्रगति में योगदान दे रहा है, वहीं दूसरी ओर यह बुनियादी सुविधाओं के अभाव और उपेक्षा का शिकार है। समस्याओं से दुकानदारों का व्यापार प्रभावित हो रहा है और ग्राहकों को भी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। बाजार के दुकानदारों ने कई बार नगर निगम और जनप्रतिनिधियों से इन समस्याओं को लेकर शिकायत की है, लेकिन स्थिति में विशेष सुधार नहीं हुआ। अब समय आ गया है कि इन समस्याओं को गंभीरता से ले और जल्द से जल्द समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएं। करोड़ों रुपये का कारोबार करने वाले मोबाइल बाजार में समस्याओं का अंबार है। सबसे बड़ी समस्या पार्किंग की है। सिटी प्लाजा, गणेश मार्केट और भार्गव मार्केट में पार्किंग की समुचित व्यवस्था का अभाव है। बाजार में प्रतिदिन सैकड़ों ग्राहक आते हैं, जिनमें से अधिकांश दोपहिया या चारपहिया वाहनों से आते है, लेकिन उन्हें वाहन खड़ा करने के लिए न कोई समुचित स्थान मिलता है और न ही कोई निर्धारित व्यवस्था है। दूसरे शहरों और कस्बों से आने वाले ग्राहकों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है। एक दुकानदार ने बताया कि बाजार में कस्बों और छोटे शहरों से खरीदार आते हैं। पार्किंग नहीं होने के कारण व्यापार प्रभावित हो रहा है। कई बार चालान कट चुका है। जिससे कई व्यापारी बाजार में आने से कतरा रहे हैं। हमारा सुझाव है कि बाजार के नजदीक बहुस्तरीय पार्किंग या खुला पार्किंग स्थल बनाया जाए। कुछ गलियों को 'नो व्हीकल जोन' बनाकर उनके बाहर पार्किंग की व्यवस्था हो। दूसरी सबसे बड़ी समस्या शौचालय की है। इन तीनों बाजारों में सैकड़ों दुकानदार प्रतिदिन 10 से 12 घंटे तक दुकान पर रहते हैं, लेकिन उनके लिए शौचालय जैसी बुनियादी सुविधा तक उपलब्ध नहीं है। महिला ग्राहकों और महिला कर्मचारियों के लिए यह स्थिति और भी गंभीर है। व्यापारियों का कहना है कि नगर निगम को चाहिए कि हर प्रमुख बाजार में सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराए। निजी संस्थाओं की भागीदारी से भी साफ-सुथरे पेड टॉयलेट बनाए जा सकते हैं। सहारनपुर के मोबाइल बाजार का योगदान स्थानीय अर्थव्यवस्था में अहम है। यह न केवल रोजगार देता है, बल्कि टेक्नोलॉजी की पहुंच को भी आम जनता तक पहुंचाता है। लेकिन जब इस बाजार की मूलभूत सुविधाएं उपेक्षित रहती हैं, तो न केवल व्यापार प्रभावित होता है, बल्कि शहर की छवि भी धूमिल होती है। पार्किंग, शौचालय, सफाई, तारों की व्यवस्था और जलनिकासी जैसी समस्याएं बुनियादी हैं, जिनका समाधान प्रशासनिक इच्छाशक्ति और व्यापारियों के सहयोग से किया जा सकता है। यदि इन समस्याओं का समाधान हो जाता है, तो सहारनपुर का मोबाइल बाजार एक आदर्श व्यावसायिक केंद्र बन सकता है। पार्किंग की समस्या सिटी प्लाजा, गणेश मार्केट और भार्गव मार्केट में पार्किंग की समुचित व्यवस्था का अभाव है। बाजार में प्रतिदिन सैकड़ों ग्राहक आते हैं, जिनमें से अधिकांश दोपहिया या चारपहिया वाहनों से आते हैं। लेकिन, उन्हें वाहन खड़ा करने के लिए न कोई समुचित स्थान मिलता है और न ही कोई निर्धारित व्यवस्था है। शौचालय की समस्या इन तीनों बाजारों में सैकड़ों दुकानदार प्रतिदिन 10 से 12 घंटे तक दुकान पर रहते हैं, लेकिन उनके लिए शौचालय जैसी बुनियादी सुविधा तक उपलब्ध नहीं है। महिला ग्राहकों और महिला कर्मचारियों के लिए यह स्थिति और भी गंभीर है। शौच के लिए व्यापारियों को काफी दूरी पर स्थित सार्वजनिक शौचालय जाना पड़ता है। तारों के जाल की समस्या बाजार के ऊपर बिजली और इंटरनेट के तारों का जाल फैला हुआ है। कई तार झूलते रहते हैं, जिससे बारिश के मौसम में करंट लगने का खतरा बना रहता है। साथ ही, ये तार न सिर्फ बदसूरत दिखते हैं बल्कि दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है। व्यापारियों का सुझाव है कि बिजली और इंटरनेट कंपनियों को मिलकर तारों को भूमिगत या व्यवस्थित तरीके से लगाना चाहिए। सफाई की समस्या बाजार के भीतर और बाहर कई जगहों पर नियमित सफाई नहीं होती, जिससे नालियां जाम हो जाती हैं, कचरा इकट्ठा रहता है और दुर्गंध फैलती है। इससे ग्राहकों को बाजार में रुकना तक मुश्किल हो जाता है। व्यापारियों का कहना है कि नगर निगम द्वारा नियमित सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। दुकानदारों को भी जागरूक किया जाए कि वे कचरा निर्धारित स्थान पर ही डालें। जाम की समस्या सिटी प्लाजा, गणेश मार्केट और भार्गव मार्केट तीनों ही सहारनपुर के सबसे व्यस्त और घनी आबादी वाले बाजार हैं। यहां आने-जाने के रास्ते संकरे हैं। सुबह 11 बजे से शाम 8 बजे तक इन बाजारों के आसपास जबरदस्त ट्रैफिक जाम लगा रहता है, जिससे न तो दुकानदार राहत में हैं और न ही ग्राहक। व्यापारियों का कहना है कि जाम से व्यापार पर बुरा असर पड़ रहा है। जाम के चलते कई व्यापारी बाजार से दूरी बना रहे हैं। व्यापारियों की राय है कि बाजार के मुख्य प्रवेश मार्गों पर ट्रैफिक पुलिस की नियमित तैनाती हो। भीड़भाड़ वाले समय में बड़े वाहनों का प्रवेश रोका जाए। ------------------------ मोबाइल बाजार की समस्याएं एवं सुझाव -पार्किंग की समस्या -शौचालय की समस्या -सफाई की समस्या -तारों के जाल की समस्या -जल-भराव की समस्या सुझाव -पार्किंग की व्यवस्था की जाए -शौचालय का निर्माण कराया जाए -सड़क निर्माण कराया जाए -नियमित सफाई कराई जाए -तारों को अंडरगाउंड अथवा व्यवस्थित किया जाए --------------------------------- 0-वर्जन सबसे बड़ी समस्या पार्किंग की है। सिटी प्लाजा, गणेश मार्केट और भार्गव मार्केट में पार्किंग की समुचित व्यवस्था का अभाव है। पार्किंग नहीं होने के कारण व्यापार प्रभावित हो रहा है। पुनीत बब्बर 0-वर्जन ग्राहक अपनी गाड़ियां लेकर बाजार के पास तक नहीं पहुंच पाते। सामान लाने-ले जाने वाले वाहनों को जाम में फंसने के कारण घंटों इंतजार करना पड़ता है। सरफराज 0-वर्जन कई बार ग्राहक सिर्फ इसलिए नहीं आते कि उन्हें बाजार में आने में बहुत समय लगता है। जाम और पार्किंग नहीं होने से व्यापार पर नकारात्मक असर पड़ता है। चेतन 0-वर्जन नगर निगम को चाहिए कि हर प्रमुख बाजार में सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराए। निजी संस्थाओं की भागीदारी से भी साफ-सुथरे पेड टॉयलेट बनाए जा सकते हैं। शौच के लिए काफी दूर जाना पड़ता है। मानस 0-वर्जन बाजार में कई स्थानों पर जल-भराव की समस्या बनी हुई है। बरसात के दिनों में परेशानी का सामना करना पड़ता है। जिससे व्यापार प्रभावित होता है। गौरव 0-वर्जन बिजली और इंटरनेट कंपनियों को मिलकर तारों को भूमिगत या व्यवस्थित तरीके से लगाना चाहिए। बाजार में नियमित निरीक्षण और मेंटेनेंस की व्यवस्था हो। महेश तनेजा 0-वर्जन नगर निगम द्वारा महीने में एक बार बाजार निरीक्षण किया जाए। नगर निगम द्वारा नियमित सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। दुकानदारों को भी जागरूक किया जाए कि वे कचरा निर्धारित स्थान पर ही डालें। सुहैल 0-वर्जन पार्किंग बाजार की सबसे बड़ी समस्या है। आस-पास के बाजार के खरीददार भी हमारे बाजार में अपने वाहन पार्क कर जाते हैं। मार्केट के पास एक मल्टीस्टोरी पार्किंग की व्यवस्था की जानी चाहिए। सोनू 0-वर्जन तीनों बाजारों में सैकड़ों दुकानदार प्रतिदिन 10 से 12 घंटे तक दुकान पर रहते हैं, लेकिन उनके लिए शौचालय जैसी बुनियादी सुविधा तक उपलब्ध नहीं है। शौचालय एक आवश्यक सुविधा है। वैभव 0-वर्जन बाजार के नजदीक बहुस्तरीय पार्किंग या खुला पार्किंग स्थल बनाया जाए। कुछ गलियों को 'नो व्हीकल जोन' बनाकर उनके बाहर पार्किंग की व्यवस्था हो। अतुल
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