नपा अधिकारियों-कर्मचारियों का डीएम ने वेतन रोका
Sambhal News - जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने नगर पालिका के 17 अधिकारियों और कर्मचारियों का वेतन रोक दिया है। यह कार्रवाई सफाई व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति, खराब राजस्व वसूली और अनुपस्थिति के कारण की गई है। डीएम...

नगर पालिका परिषद में शासकीय कार्यों में लापरवाही और कर्तव्यों के प्रति उदासीनता पर जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने सख्त रुख अपनाते हुए एक बड़ा कदम उठाया है। डीएम ने नगर पालिका के केंद्रीयकृत और अकेंद्रीयकृत सेवा के कुल 17 अधिकारियों और कर्मचारियों का अप्रैल 2025 का वेतन रोक दिया है। यह कार्यवाही नगर क्षेत्र की बिगड़ती सफाई व्यवस्था, अत्यंत खराब राजस्व वसूली और निरंतर अनुपस्थिति जैसे गंभीर आरोपों के आधार पर की गई है। जिलाधिकारी ने अपने आदेश में साफ कहा कि नगर पालिका के अधिकारियों-कर्मचारियों की लापरवाही से जनहित के कार्य बाधित हो रहे हैं। सफाई निरीक्षक सफाई कर्मियों पर नियंत्रण नहीं रख पा रहे, जिससे शहर में गंदगी का अंबार लगा है।
कर निर्धारण अधिकारी और राजस्व निरीक्षक राजस्व वसूली में रुचि नहीं ले रहे, जिससे कर संग्रह की स्थिति बेहद चिंताजनक है। इतना ही नहीं, लेखाकार इरशाद हुसैन, सफाई निरीक्षक आसिफ अली और अवर अभियंता हिमांशु कुमार लगातार दो से तीन दिन तक कार्यालय से अनुपस्थित हैं। इस लापरवाही के बावजूद अधिशासी अधिकारी मणिभूषण तिवारी द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे कर्मचारियों में अकर्मण्यता की प्रवृत्ति बढ़ रही है। डीएम ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए ईओ डा. मणिभूषण तिवारी, कर निर्धारण अधिकारी कार्तिक यादव, अवर अभियंता सिविल अमन वर्मा, अवर अभियंता जल हिमांशु कुमार, लेखाकार इरशाद हुसैन, सफाई निरीक्षक आसिफ अली सहित सभी दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों का वेतन रोकने का निर्देश दिया है। इस कार्रवाई से नगर पालिका में हड़कंप मच गया है और अब अन्य अधिकारियों पर भी जवाबदेही तय किए जाने की संभावना जताई जा रही है। डीएम का यह कदम नगर की व्यवस्था सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण संकेत माना जा रहा है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।