कन्या सुमंगलम योजना में लचर प्रगति पर डीएम सख्त, बीएसए को प्रतिकूल प्रविष्टि
Sambhal News - उत्तर प्रदेश सरकार की कन्या सुमंगलम योजना की प्रगति संभल जनपद में निराशाजनक रही है। जिला अधिकारी डा. राजेंद्र पैंसिया ने संबंधित विभागों की लापरवाही पर कड़ी चेतावनी दी है। योजना का उद्देश्य कन्या...

‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के सपनों को साकार करने वाली उत्तर प्रदेश सरकार की महत्त्वाकांक्षी योजना ‘कन्या सुमंगलम की जनपद संभल में बेहद निराशाजनक प्रगति पर जिला प्रशासन ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। जिला अधिकारी डा. राजेंद्र पैंसिया ने समीक्षा बैठक के दौरान योजनागत लक्ष्य के सापेक्ष उपलब्धि कम होने पर गहरा असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने संबंधित विभागों के कार्यों को ‘लापरवाह और संवेदनहीन करार देते हुए चेताया कि यदि सुधार नहीं हुआ तो कार्रवाई से पीछे नहीं हटेंगे। बैठक में बेसिक शिक्षा अधिकारी को सबसे कमजोर प्रदर्शन के लिए प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई, वहीं अन्य विभागों को भी कड़ी फटकार लगाते हुए कठोर चेतावनी दी है।
योजना में आवेदन के लिए विभिन्न विभागों को लक्ष्य दिए गए हैं। जिसमें स्वास्थ्य विभाग ने 2000 के सापेक्ष 633, बाल विकास विभाग ने 1500 के सापेक्ष 500, बेसिक शिक्षा विभाग ने 1500 के सापेक्ष 346, माध्यमिक शिक्षा विभाग ने 1000 के सापेक्ष 43, उच्च शिक्षा विभाग ने 500 के सापेक्ष 14 व व्यवसायिक शिक्षा में 500 के सापेक्ष हुए मात्र 14 आवेदन अभी तक कराए गए हैं। राज्य सरकार की यह योजना कन्या के जन्म से लेकर स्नातक शिक्षा तक, विभिन्न चरणों में कुल ₹25,000 की सहायता राशि देती है। इसका उद्देश्य कन्या भ्रूण हत्या रोकना, बालिकाओं को शिक्षित व सशक्त बनाना तथा उनके उज्ज्वल भविष्य की नींव रखना है। डीएम डॉ. पैंसिया ने स्पष्ट कहा कि ऐसी महत्वपूर्ण योजना में शिथिलता “जन सेवा के मूल उद्देश्य के खिलाफ” है। उन्होंने निर्देश दिए कि एक सप्ताह के भीतर योजना की प्रगति में स्पष्ट सुधार दिखे, अन्यथा जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही तय मानी जाए।
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