अब शामली महायोजना में फंसा कैराना का पेंच
Shamli News - कैराना की महायोजना को प्राथमिकता देने के कारण शामली की महायोजना 2031 को होल्ड पर रखा गया है। शासन ने कैराना महायोजना का प्रस्ताव मांगा है, जबकि एमडीए ने शामली महायोजना पर तीन साल से काम कर रखा है।...

अब कैराना को लेकर शामली महायोजना 2031 में पेंच फंस गया है। शासन ने शामली की महायोजना को होल्ड कर पहले कैराना की महायोजना भी तैयार कर इसका प्रस्ताव मांगा है। शासन ने कैराना महायोजना का भी प्रस्ताव मांगा है। एमडीए ने इस पर काम शुरू दिया है। इससे महायोजना को अभी और इंतजार करना पड़ेगा। अब कैराना की महायोजना बनने के साथ ही शामली महायोजना स्वीकृत की जायेगी। शामली महायोजना 2031 पर एमडीए करीब तीन साल से काम कर रहा है। इसमें दो बार तो संशोधन हो चुकहा है। कारण एमडीए ने पहले महायोजना का प्रारुप तैयार कर उस पर आपत्ति भी मांग ली थी, लेकिन बाद में शामली का विस्तार तेजी से हुआ है।
हाइवों के साथ ही शामली में 32 किलोमीटर का रिंग रोड भी बन गया। जबकि महायोजना में एमडीए ने रिंग रोड बाइपास का शामिल नहीं किया था। इसका अहसास एमडीए अफसरों को हुआ तो इस पर दोबारा प्रारुप में संशोधन कर इसे महायोजना में शामिल किया गया। इस पर आपत्तियां भी मांग गई है। आपत्तियों का निस्तारण एवं मंडलायुक्त की अध्यक्षता में आयोजित बोर्ड बैठक में महायोजना का प्रस्ताव पास होने पर इसे शासन को भेजा गया है। महीनों से महायोजना शासन स्तर पर लंबित है। जबकि इस बीच शासन ने एमडीए के सीमा विस्तार को स्वीकृति प्रदान कर दी है। इसके चलते एमडीए सीमा में शामली, कैराना एवं ऊन तहसील के 53 गांवों को सीमा में शामिल कर लिया गया है लेकिन सीमा विस्तार में शामिल इन गांवों को महायोजना में शामिल नहीं किया गया है। अभी इन सब पर शासन स्तर पर मंथन चल ही रहा था कि कैराना शहर के लिए भी शासन ने महायोजना तैयार करने के निर्देश दिए है। तब तक के लिए शामली महायोजना को होल्ड कर दिया है। इस पर कैराना महायोजना पर टाउन प्लानर ने काम शुरू कर दिय है। सहायक अभियंता भरपाल का कहना है कि शासन ने कैराना महायोजना का भी प्रस्ताव मांगा है। अब महायोजना के लिए करना होगा और इंतजार शासन स्तर पर लंबित शामली महायोजना को लेकर अभी लंबा इंतजार करना होगा। कारण पहले कैराना की महायोजना का प्रारुप तैयार किया जायेगा। सीमा विस्तार से कैराना और शामली की सीमाएं जुड़ने के कारण शासन ने कैराना को भी इसमें शमिल करने के निर्देश दिए है। कैराना महायोजना का प्रारुष्प तैयार होने के बाद इस भी आपत्तियां मांगी जायेगी। इन आपत्तियों का निस्तारण होने के बाद मंडलीय बोर्ड बैठक की स्वीकृति के बाद इसे शासन को भेजा जायेगा। इसमें लंबा समय लग सकता है। इसके बाद शासन कैराना महायोजना को समायोजित करते हुए शाामली महायोजना को स्वीकृति प्रदान करेगा। एमडीए सीमा विस्तार में कैराना तहसील के गांव कैराना नगर के साथ ही खंद्रावली, चाकटुम्बाखेडी, अलीपुर, ऐरटी, शेखपुरा, जगनपुर,गढ़ी शाइस्तपुर, बामनौली, रजाकनगर, कंडेला, जमालपुर, खेडी सल्हा, गाजीपुर ब बबूपुरा शामिल है।
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