बेटी है...पर नहीं करेंगे वकील, गवाही भी देंगे; मुस्कान-साहिल के गुनाहों पर फिर बोले माता-पिता
- एक बार फिर मुस्कान के माता-पिता का एक बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने साफ कर दिया है कि वे अपनी बेटी के लिए वकील तो नहीं ही करेंगे बल्कि उसके खिलाफ कोर्ट में गवाही भी देंगे। उन्होंने कहा है कि बेटी ने जो गुनाह किया है वो माफी के काबिल नहीं है। उसे फांसी मिलनी चाहिए।

Saurabh Murder Case: मेरठ के सौरभ राजपूत हत्याकांड ने देश में भर में लोगों को झकझोर कर दिया। पत्नी मुस्कान और उसके प्रेमी ने जिस तरह सीने पर चाकुओं से वार कर सौरभ को मौत के घाट उतारा, शव के टुकड़े किए और फिर ड्रम में पैक कर सीमेंट से सील कर हिमाचल घूमने चले गए, उससे लोग हैरान रह गए हैं। लोग ये सोच भी नहीं पा रहे कि कोई इतना भी क्रूर हो सकता है। इस घटना को लेकर खुद मुस्कान और साहिल के परिवारवाले भी सदमे में दिख रहे हैं। इस बीच मुस्कान के माता-पिता का एक बार फिर एक बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने साफ कर दिया है कि वे अपनी बेटी के लिए वकील तो नहीं ही करेंगे बल्कि उसके खिलाफ कोर्ट में गवाही भी देंगे। उन्होंने कहा है कि बेटी ने जो गुनाह किया है वो माफी के काबिल नहीं है। उसे फांसी मिलनी चाहिए। वहीं साहिल के पिता नीरज शुक्ला भी उससे पल्ला झाड़ते नज़र आए हैं। उधर, अपने माता-पिता के रुख से वाकिफ मुस्कान ने जेल में जेलर से मिलकर सरकारी वकील की मांग की है।
एक निजी चैनल से बातचीत में मुस्कान के पिता प्रमोद रस्तोगी ने कहा कि मैं अपनी बात पर हमेशा कायम रहूंगा। यह सच है कि मुस्कान मेरी बेटी है। वह अच्छी लड़की थी लेकिन उसकी संगत खराब हो गई। साहिल ने उसे नशे की लत लगा दी। ये सब करा दिया। प्रमोद रस्तोगी ने हा कि हम उससे (मुस्कान रस्तोगी से) परिवार में सबसे ज्यादा प्यार करते थे। हमने हमेशा उसका साथ दिया है लेकिन उसने अब जो गुनाह किया है उसके बाद उससे कोई लगाव नहीं रहा। सौरभ हमारा दामाद था और बेटे जैसा था। हमारी बेटी से गलती हुई है। उसे सजा मिलनी चाहिए। प्रमोद रस्तोगी ने कहा कि वह अपने दामाद को इंसाफ दिलाने के लिए कोर्ट में गवाही भी देंगे।
उन्होंने कहा कि यदि किसी वजह से मुस्कान छूट भी गई तो हम उसे घर में घुसने नहीं देंगे। वहीं, साहिल के पिता नीरज शुक्ला का भी ऑडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है। नीरज शुक्ला बेटे साहिल शुक्ला से पल्ला झाड़ते दिख रहे हैं। मुस्कान और साहिल से अभी तक जेल में किसी ने मुलाकात भी नहीं की है।
उधर, अपने माता-पिता के रुख से वाकिफ मुस्कान ने जेल अफसरों से मदद की गुहार लगाई है। मुस्कान ने वरिष्ठ जेल अधीक्षक को पत्र लिखकर खुद के लिए सरकारी वकील की मांग की है। जेल की सलाखों के पीछे मुस्कान का नशा उतरने लगा है। जेल की सलाखें उसे अब डराने लगी हैं। जेल सूत्रों की मानें तो मुस्कान ने वरिष्ठ जेल अधीक्षक डा. वीरेश राज शर्मा से मुलाकात कर कहा कि वह एकदम अकेली हो गई है, उसका कोई नहीं है। मम्मी और पापा बहुत नाराज हैं जो उसका मुंह भी नहीं देखना चाहते है। वह उसे जेल से नहीं निकालेंगे।
लिहाजा, उसे वकील दिलाया जाए जो उसका केस लड़ सके। वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने मुस्कान से लिखित में पत्र लिया है और मदद का भरोसा दिलाया है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉ. वीरेश राज शर्मा ने बताया कि शनिवार को मुस्कान ने मिलने की इच्छा जताई थी। उसे बुलवाकर बात की तो वह बोली, मेरे घरवाले नाराज हैं, वह मुकदमा नहीं लड़ेंगे। इसलिए मुझे सरकारी वकील दिलाएं। मुस्कान का प्रार्थना पत्र कोर्ट को भेजा है।