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जेल में हर 2 घंटे पर नशे के लिए हंगामा कर रही मुस्कान, 4 दिन हो गए; मिलने न आया कोई

  • वह नशे की मांग कर रही है। उसे संभालना मुश्किल हो रहा है। हर दो घंटे बाद जेल में नशे के लिए बखेड़ा कर रही है। उधर, ड्रग विभाग की टीम ने रविवार को खैरनगर के उषा मेडिकल स्टोर पर छापा मारा और छानबीन की। मुस्कान ने एक मार्च की दोपहर यहीं से मिजोलैम इंजेक्शन, नींद की गोलियां और एक अन्य दवा खरीदी थी।

Ajay Singh प्रमुख संवाददाता, मेरठMon, 24 March 2025 07:42 AM
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जेल में हर 2 घंटे पर नशे के लिए हंगामा कर रही मुस्कान, 4 दिन हो गए; मिलने न आया कोई

Saurabh Murder Case: पति सौरभ राजपूत को क्रूरता से मौत के घाट उतारने और शव के टुकड़े कर ड्रम में सीमेंट से पैक कर देने वाली मुस्‍कान मेरठ जेल की बैरक नंबर 12 में बेचैन है। सूत्रों की मानें तो वह नशे की मांग कर रही है। उसे संभालना मुश्किल हो रहा है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने टीम को मुस्कान की निगरानी के लिए लगाया है। हर दो घंटे बाद मुस्कान जेल में नशे के लिए बखेड़ा कर रही है। मुस्कान और साहिल से जेल में चार दिन बाद भी कोई मिलने नहीं आया है। मुस्कान समझ गई है परिवार नहीं आएगा। साहिल के पिता नीरज शुक्ला का भी ऑडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है। नीरज शुक्ला बेटे साहिल शुक्ला से पल्ला झाड़ते दिख रहे हैं।

मेरठ पुलिस ने हिमाचल पुलिस से मांगी मदद

मेरठ पुलिस ने सौरभ हत्याकांड में हिमाचल पुलिस से मदद मांगी है। मुस्कान और साहिल को हिमाचल ले जाने वाले कैब चालक अजब सिंह के बयान दर्ज किए हैं। हिमाचल पुलिस से जिन होटलों में मुस्कान साहिल रुके थे, वहां की वीडियो फुटेज मांगी है। पुलिस ने उन होटलों के नाम और पते लिए हैं, जहां दोनों रुके थे। अब पुलिस टीम को हिमाचल भेजने की तैयारी है। यह टीम अजब सिंह को साथ लेकर जाएगी। गैर राज्य में पुलिस टीम भेजने के लिए आला अफसरों से अनुमति लेने को पत्राचार हुआ है। दूसरी ओर हिमाचल पुलिस से संपर्क कर संबंधित होटलों का पता देकर फुटेज सुरक्षित कराने में मदद मांगी गई है।

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मुस्कान को दवा देने वाले मेडिकल स्टोर पर छापा

उधर, ड्रग विभाग की टीम ने रविवार को खैरनगर के उषा मेडिकल स्टोर पर छापा मारा और छानबीन की। इस मेडिकल स्टोर से मुस्कान ने एक मार्च की दोपहर मिजोलैम इंजेक्शन, नींद की गोलियां और एक अन्य दवा खरीदी थी। यह बिल ड्रग विभाग की टीम ने सुरक्षित कर लिया है। करीब एक साल का रिकार्ड भी सुरक्षित किया है। करीब तीन घंटे तक छानबीन जारी रही। बड़ा सवाल है कि आखिर ऑपरेशन थियेटर में इस्तेमाल होने वाला इंजेक्शन ऐसे ही किसी खरीदार को कैसे बेचा गया। ड्रग विभाग ने मेडिकल स्टोर पर नशे/ड्रग में इस्तेमाल होने वाली दवाओं और इंजेक्शन की बिक्री पर फिलहाल प्रतिबंध लगा दिया है और रिकार्ड तलब किया है।

मुस्कान ने डॉ. अरविंद कुमार देशवाल को दिखाकर एक पर्चा बनवाया था। इस पर्चे में हेरफेर कर मुस्कान ने इसका फोटो अपने मोबाइल में सुरक्षित किया। एक मार्च की दोपहर एक बुजुर्ग को लेकर मुस्कान खैरनगर में उषा मेडिकल स्टोर पर पहुंची थी। मोबाइल में दवा का पर्चा दिखाकर मुस्कान ने तीन दवाएं मिजोलैम इंजेक्शन-5 एमएल, डायजीन टेबलेट और तागारा टेबलेट खरीदी थी। इन्हीं दवाओं का इस्तेमाल कर सौरभ को बेहोश कर उसकी हत्या की गई। मुस्कान ने पुलिस पूछताछ में इसका खुलासा किया, जिसके बाद पुलिस ने उषा मेडिकल स्टोर पहुंचकर छानबीन की। दूसरी ओर, रविवार दोपहर करीब 1.30 बजे ड्रग विभाग की पांच सदस्यों की टीम उषा मेडिकल स्टोर खैरनगर पहुंची। यहां छानबीन शुरू की गई और मिजोलैम की बिक्री का रिकार्ड मांगा गया। नशे या ड्रग के रूप में इस्तेमाल होने वाली तमाम दवाओं को लेकर रिकार्ड की छानबीन की गई। ड्रग विभाग की टीम को मुस्कान द्वारा खरीदी दवाओं का बिल मिल गया। इसके बाद टीम ने मेडिकल स्टोर का एक साल का दवाओं का खरीद-फरोख्त का रिकार्ड सुरक्षित किया है और जांच शुरू कर दी है। ड्रग-नशे के रूप में इस्तेमाल की जाने वाली हर दवा का रिकार्ड मांगा है और खरीद-फरोख्त पर रोक लगा दी है।

अस्पताल में इस्तेमाल होने वाली दवा कैसे दे दी?

मुस्कान ने खुद को डिप्रेशन का शिकार बताकर डॉक्टर से पर्चे पर नींद की गोली लिखवाई थी। मुस्कान ने डाक्टर के पर्चे पर मिजोलैम इंजेक्शन लिखा। मिजोलैम इंजेक्शन का प्रयोग अस्पताल के आईसीयू और ऑपरेशन थियेटर में मरीजों को बेहोश करने के लिए किया जाता है। यह इंजेक्शन डॉक्टर अपने पर्चे पर नहीं लिख सकते। ऐसे में ऊषा मेडिकल स्टोर संचालक ने डाक्टर के पर्चे पर इंजेक्शन दे दिया।

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300 रुपये का बना था बिल

मुस्कान ने जो दवाइयां खरीदी थी, उसका बिल 300 रुपये का बना था। डायजीन टेबलेट 26.55 रुपये की आई थी, जबकि तागारा टैबलेट जो की नींद के लिए इस्तेमाल की जाती है 240 रुपये की थी। मिजोलैम इंजेक्शन-5 एमएल बेहोश करने का इंजेक्शन है, जिसकी कीमत 33.10 रुपये है। कुल मिलाकर 300 रुपये का बिल बना था।

क्‍या बोले अधिकारी

मेरठ की ड्रग इंस्‍पेक्‍टर प्रियंका चौधरी ने बताया कि उषा मेडिकल स्टोर पर टीम ने तीन घंटे छापेमारी की गई है। जांच के दौरान वह बिल मिल गया जिसमें मुस्कान को दवाएं दी गईं। मिजोलैम इंजेक्शन ऑपरेशन थियेटर में इस्तेमाल होता है। इसे कोई डॉक्टर अपने पर्चे पर नहीं लिखता है। ऐसे में मेडिकल स्टोर पर लापरवाही बरती गई इंजेक्शन खरीदार को दे दिया गया। जांच कराई जा रही है। नशे-ड्रग के रूप में इस्तेमाल होने वाली दवाओं के खरीद-फरोख्त पर रोक लगा दी है। ड्रग कमिश्नर को रिपोर्ट भेजी गई है।