सभी स्कूलों में गठित होंगे स्काउट गाइड दल, होंगे दक्ष
Siddhart-nagar News - सिद्धार्थनगर, हिन्दुस्तान टीम। जिले के परिषदीय एवं मान्यता प्राप्त विद्यालयों में स्काउट गाइड को

सिद्धार्थनगर, हिन्दुस्तान टीम। जिले के परिषदीय एवं मान्यता प्राप्त विद्यालयों में स्काउट गाइड को फिर से सक्रिय करने की तैयारी तेज हो गई है। परिषदीय और मान्यता प्राप्त सभी विद्यालयों में स्काउट-गाइड दलों का गठन अनिवार्य किया गया है। इसका उद्देश्य आपात परिस्थितियों में बच्चों को न केवल तैयार करना है बल्कि उनमें सेवा, अनुशासन और राष्ट्रभक्ति की भावना भी विकसित करना है। इसका गठन जनपद के 2262 परिषदीय समेत तीन हजार स्कूलों में होगा। इस पहल के तहत जनपद में 50-50 शिक्षकों को सात से दस दिन तक विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण में घायलों को प्राथमिक उपचार देने, आपातकाल में स्ट्रेचर निर्माण, घायल व्यक्तियों को सुरक्षित अस्पताल पहुंचाने जैसी जीवनरक्षक तकनीकों की जानकारी दी जाएगी।
योजना के अनुसार कक्षा एक से पांच तक के बालकों के दल कब और बालिकाओं के दल बुलबुल नाम से गठित होंगे। प्रत्येक दल में परिषदीय व मान्यता प्राप्त सभी विद्यालयों में स्काउट गाइड दलों का गठन अनिवार्य किया गया है। एक दल में 24 बच्चे शामिल होंगे एक दल में 24 बच्चे शामिल होंगे। वहीं, कक्षा छह से आठ तक के छात्र स्काउट और छात्राएं गाइड नाम से दल में शामिल की जाएंगी। इन दलों के माध्यम से बच्चों में नैतिकता, अनुशासन, राष्ट्रीय एकता, सेवा भाव और चरित्र निर्माण के गुण विकसित करने का प्रयास किया जाएगा। क्या है स्काउट-गाइड स्काउट और गाइड एक गैर-सरकारी शैक्षिक आंदोलन है जो बच्चों और युवाओं के चरित्र और नागरिकता को विकसित करने पर केंद्रित है। यह आत्म-अनुशासन, सेवा और देशभक्ति जैसे मूल्यों को बढ़ावा देता है। इसका उद्देश्य बच्चों और युवाओं को जिम्मेदार नागरिक बनाने में मदद करना, उनके चरित्र का विकास करना, शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास को बढ़ावा देना, आत्म-अनुशासन, सेवा और देशभक्ति के मूल्यों को विकसित करना है। चरित्र और नागिरकता पर केंद्रित यह बच्चों और युवाओं के लिए एक शैक्षिक आंदोलन है जो उनके चरित्र और नागरिकता को विकसित करने पर केंद्रित है। स्काउट और गाइड आंदोलन में, बच्चे और युवा विभिन्न गतिविधियों में भाग लेते हैं, जैसे कि कैंपिंग, हाइकिंग, प्राथमिक चिकित्सा, समाज सेवा और अन्य साहसिक गतिविधियों. इन गतिविधियों के माध्यम से, वे अपने कौशल, ज्ञान और आत्मविश्वास को विकसित करते हैं। सभी विद्यालयों को स्काउट-गाइड दलों के गठन के लिए नियमों के अनुसार आवश्यक निर्देश जारी कर दिए गए हैं। यह पहल न केवल विद्यार्थियों को आपदा प्रबंधन में दक्ष बनाएगी, बल्कि उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनने की दिशा में भी प्रेरित करेगी। - शैलेश कुमार, बीएसए
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।