Students started crying to stop the teachers from being relieved टीचरों के रिलीविंग को रोकने के लिए फूट-फूटकर रोने लगे बच्चे, खाना खाने से भी किया इनकार, Uttar-pradesh Hindi News - Hindustan
Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Students started crying to stop the teachers from being relieved

टीचरों के रिलीविंग को रोकने के लिए फूट-फूटकर रोने लगे बच्चे, खाना खाने से भी किया इनकार

  • देवरिया में एक स्कूल से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां शिक्षकों का रिलीविंग रोकने के लिए छात्र-छात्राएं भरी कक्षा में रोने लगे। बच्चों ने एक शिक्षक का लाया हुआ मिठाई और मिड डे मील करने से इंकार कर दिया।

Pawan Kumar Sharma हिन्दुस्तान टीम, देवरियाWed, 9 April 2025 07:17 PM
share Share
Follow Us on
टीचरों के रिलीविंग को रोकने के लिए फूट-फूटकर रोने लगे बच्चे, खाना खाने से भी किया इनकार

यूपी के देवरिया में एक स्कूल के शिक्षकों का रिलीविंग रोकने के लिए छात्र-छात्राएं भरी कक्षा में रोने लगे। बच्चों ने एक शिक्षक का लाया हुआ मिठाई और मिड डे मील करने से इंकार कर दिया। ये मामला रामपुर कारखाना विकासखंड के पोखरभिंडा लाला पूर्व माध्यमिक विद्यालय का है।

इस स्कूल में प्रभारी प्रधानाध्यापक अरविंद कुमार राय, हृदयानंद भारती और अखिलेश गुप्ता पढ़ाते हैं। पिछले दिनों हुई एआरपी परीक्षा में प्रभारी प्रधानाध्यापक अरविंद कुमार राय और सहायक अध्यापक अखिलेश गुप्ता सफल हो गए। साक्षात्कार में भी दोनों शिक्षक सफल रहे और दोनों का चयन अलग-अलग विकासखंड में हो गया है। इस बात की जानकारी मिलते ही छात्र-छात्राएं और अभिभावक परेशान हैं। ग्राम प्रधान कमलेश यादव समेत गांव के संजय श्रीवास्तव, राजेश यादव, राकेश यादव, पवन समेत अन्य ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और जिलाधिकारी को पत्रक देकर दोनों शिक्षकों का चयन न करने और विद्यालय पर ही पठन-पाठन का काम करते रहने का निर्देश देने की मांग की थी।

ये भी पढ़ें:अयोध्या में श्रद्धालुओं के लिए कब से खुलेगा राम दरबार, ट्रस्ट ने बताई तारीख
ये भी पढ़ें:कहीं तेज धूप तो कही बारिश, यूपी के इन जिलों में अलर्ट जारी

बावजूद इसके दोनों का चयन भी हो गया और विकासखंड भी अलाट कर दिया गया। बताया जा रहा है कि रामपुर कारखाना विधायक सुरेंद्र चौरसिया ने दोनों शिक्षकों को मूल विद्यालय पर ही रहने देने के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी से वार्ता किया था। बुधवार को सहायक अध्यापक अखिलेश गुप्ता मिठाई लेकर विद्यालय पहुंचे। उन्होंने प्रधानाध्यापक से उन्हें रिलीव करने और पत्र देने की बात कही। रिलीविंग लेटर की बात पता चलते ही विद्यालय आए दर्जनों छात्र-छात्राएं कक्षा में ही जोर-जोर से रोने लगे। बच्चों ने शिक्षक का लाया हुआ मिठाई और मिड डे मील करने से इनकार कर दिया। दर्जनों ग्रामीण भी विद्यालय पहुंच गए और दोनों शिक्षकों को विद्यालय पर ही पढ़ाई करते रहने की बात कहने लगे।

इस मामले में खंड शिक्षा अधिकारी उपेंद्र कुमार भारती ने बताया कि दोनों शिक्षक बाकायदा परीक्षा और साक्षात्कार देकर चयनित हुए हैं। स्वैच्छिक रूप से शिक्षक चाहें तो विद्यालय पर रुक सकते हैं। मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में है।