बोले उन्नाव : गलियों में फैला कूड़ा व कचरा, झुके बिजली के पोल बने खतरा
Unnao News - गद्दियाना वार्ड में सफाई और बुनियादी सुविधाओं की कमी से लोग परेशान हैं। यहां कूड़े के ढेर, खराब पानी की पाइपलाइन, और टूटे हुए रास्ते हैं। स्थानीय बाशिंदों ने कई बार शिकायतें की हैं, लेकिन नगर पालिका...

नगर पालिका कार्यालय से चंद कदम की दूरी पर बसा गद्दियाना असुविधाओं से भरा है। सड़कों पर कूड़े ढेर लगे हैं। इस वार्ड में गुरुद्वारा, मस्जिद और मंदिर स्थित हैं। इसके बावजूद धार्मिक स्थलों के आसपास गंदगी का अंबार है। कई बार मोहल्ले के बाशिंदों ने एकजुट होकर इस समस्या पर समाधान भी मांगा है। लेकिन, पालिका के जिम्मेदारों की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान से लोगों ने अपनी पीड़ा साझा की। सभी ने एकसुर में कहा कि जलनिकासी, पेयजल और गड्ढायुक्त सड़कें जैसी दर्जनों समस्याओं से लोग परेशान हैं। टैक्स चुकाने के बावजूद मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही हैं।
गलियों में फैला कूड़ा और कचरा, झुके बिजली के पोल खतरा बन चुके हैं। पालिका कार्यालय के पीछे का हिस्सा गद्दियाना वार्ड छह मोहल्लों से मिलकर बना है। यहां मुख्यत: हिंदू-मुस्लिम और कुछ सिख समाज की मिश्रित आबादी निवास करती है। इस इलाके में हिंदुओं की अपेक्षा मुस्लिमों की संख्या अधिक है। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान से चर्चा के दौरान नियाज ने बताया कि इन छह मोहल्लों में दस हजार की आबादी मूलभूत सुविधाओं के लिए लंबे समय से संघर्ष कर रही है। पूरे वार्ड में कूड़ा एकत्र करने के लिए स्थान न होने के कारण हाकिम टोला के बैंक मैदान के आसपास घरों का कचरा फेंका जाता है। यह इलाका धवन रोड और दादामियां चौराहे से सटा हुआ है। गुड्डू बताते हैं कि धवन रोड से निकली सड़क दादामियां चौराहे तक पहुंचती है। कूड़ा फेंकने के कारण बैंक मैदान डंपिंग यार्ड बन चुका है। कूड़ा जमा होने से मुख्य सड़क से गुजरने वाले लोगों का सांस लेना मुश्किल है। दादामियां चौराहे की परिधि के दो सौ मीटर के दायरे में बड़ी संख्या में दुकानें लगी हैं। दुर्गंध के कारण खरीदारों को तकलीफ होती है। हादसों को दावत दे रहे लटकते तार सुमित गुप्ता ने बताया कि बिजली व्यवस्था बेहद खराब है। बगैर सुरक्षा के रखे ट्रांसफार्मर हादसों को दावत दे रहे हैं। जर्जर हो चुके बिजली के पोल कभी भी गिरकर हादसे का सबब बन सकते हैं। वहीं, लटकते तार कभी-कभार मालवाहक वाहनों में टच हो जाते हैं। पांच वर्ष पहले लटकते तारों की वजह से बड़ा हादसा हो चुका है। इसके बाद भी विभाग ने इस पर गंभीरता नहीं दिखाई। पाइपलाइन क्षतिग्रस्त होने से घरों में आ रहा दूषित पानी फरीद ने बताया कि यहां पीने के पानी के लिए बिछी पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हैं। इससे गलियों में पानी भरने की दिक्कत बनी रहती है। नतीजा यह है कि घरों में प्रदूषित पानी आने की समस्या से लोग लंबे समय से जूझ रहे हैं। पानी की मारामारी पूरे वार्ड में है। पालिका की ओर से पीने के पानी के लिए आज तक कोई व्यापक इंतजाम नहीं किया गया। अमृत योजना की पाइपलाइन महज छलावा बनकर रह गई है। सफाई कर्मियों की मनमानी से लोग परेशान रेहान के मुताबिक, यहां के लोग सफाई कर्मियों की मनमानी से परेशान हैं। यहां प्रतिदिन कर्मियों के न आने से मोहल्ले की ठीक से सफाई नहीं हो पाती है। नालियां गंदगी से पटी पड़ी हैं। नालियों का गंदा पानी उफनाकर सड़कों पर भर रहा है। इसी गंदे पानी से होकर लोग गुजरते हैं। सड़क से नीचे हो चुके घरों में जलभराव की भी समस्या देखने को मिली है। वहीं, बारिश के मौसम में पूरा वार्ड जलभराव की समस्या से जूझता है। टूटी सड़कें लोगों को दे रहीं जख्म दादामियां चौराहा निवासी दुन्ने ने बताया कि अमृत योजना शुरू होने के समय उम्मीद थी कि यहां लोगों को पीने के पानी की समस्या से निजात मिलेगी। कई वर्षों तक पाइपलाइन डालने का काम चला। एक वर्ष से अधिक समय बीतने के बाद भी पाइपलाइन से पानी नहीं आया। शफीक के मुताबिक, पाइपलाइन डालने के दौरान खोदी गई सड़कों की मरम्मत नहीं कराई गई। इससे पूरे वार्ड की लगभग सड़कें ध्वस्त हो चुकी हैं। प्रतिबंधित होने के बाद भी संचालित हो रहे चट्टे शब्बीर ने बताया कि मोहल्लों में प्रतिबंधित होने के बाद भी आधा दर्जन से अधिक छोटे-बड़े दूध के चट्टे संचालित हैं। यहां मवेशियों के गोबर को नालियों में बहा दिया जाता है। इससे नालियां जल्दी भर जाती हैं और जलभराव की समस्या हो जाती है। लोगों ने कई बार चट्टों को बंद कराने की मांग उठाई, लेकिन पालिका की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। सुझाव 1. टूटी नालियों को मरम्मत कराई जाए। साथ ही नालियों की नियमित सफाई सुनिश्चित कराई जाए। 2. अमृत योजना के तहत खोदी गई सड़कों की मरम्मत हो। गड्ढों में तब्दील हो चुकी सड़कों का निर्माण किया जाए। 3. मवेशियों के चट्टों पर कार्रवाई की जाए। इनका संचालन वार्ड से दूर हो। 4. क्षतिग्रस्त पानी की पाइपलाइन को ठीक कराया जाए ताकि दूषित और बदबूदार पानी से निजात मिल सके। 5. बैंक मैदान की सफाई कराई जाए। कूड़ा फेंकने की व्यवस्था पालिका कराए। शिकायतें 1. गंदगी यहां की सबसे बड़ी समस्या है। कूड़ा गाड़ी न आने से लोग परेशान हैं। मजबूरी में इधर-उधर कूड़ा फेंकते हैं। 2. नालियों की सफाई न होने से सड़क पर गंदा पानी भरा रहता है। इससे संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा बना रहता है। 3. अमृत योजना की पाइपलाइन डालने के दौरान सड़कें क्षतिग्रस्त कर दी गईं। गड्ढों में गिरकर लोग चोटिल हो रहे हैं। 4. पानी की पाइपलाइन डैमेज होने के कारण पानी गंदा और बदबूदार आता है। 5. कूड़ा गाड़ी न आने से बैंक मैदान में कूड़ा फेंका जाता है। गंदगी के कारण सांस लेना मुश्किल है। बोले बाशिंदे वर्षों से नालियों की सफाई नहीं कराई गई है। उफनाकर पानी सड़क पर भर रहा है। लोगों को परेशानी हो रही है। - रविकांत कूड़ा गाड़ी के न आने से लोग बैंक मैदान में कचरा फेंकने को मजबूर हैं। वार्ड में कूड़ा गाड़ी नियमित भेजी जाए। -रईस पानी की व्यवस्था ठीक नहीं है। वाटर पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने से दूषित पानी पीकर लोग बीमार पड़ रहे हैं। - सुजीत सफाई कर्मी प्रतिदिन नहीं आते हैं। आते भी हैं तो मनमानी करके चले जाते हैं। इनकी ड्यूटी की निगरानी की जाए। वसीमुद्दीन आधा दर्जन से अधिक भैंस के चट्टे संचालित हैं। इनकी गंदगी नालियों में बहाई जा रही है। इन पर कार्रवाई की जाए। मो. एजाज बोले जिम्मेदार समस्याएं निपटाने के लिए बना रहे रूपरेखा गद्दियाना वार्ड में साफ-सफाई की व्यवस्था के लिए सफाई निरीक्षक को निगरानी के निर्देश दिए जाएंगे। सफाई कर्मियों की लापरवाही किसी भी सूरत मेंं बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वार्ड में समस्याओं के निराकरण के लिए रूपरेखा तैयार कराई जा रही है। दूध चट्टों के संचालन रोकने के साथ ही संचालकों पर कार्रवाई की जाएगी। - एस.के. गौतम, ईओ नगर पालिका उन्नाव
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