बोले उन्नाव : बिजली न पानी, गंदगी-जलभराव से परेशानी
Unnao News - राजपुर- वाजिदपुर में पानी की समस्या गंभीर है। लोग गर्मियों में इंडियामार्का हैंडपंप का सहारा लेते हैं, जबकि नगर पालिका द्वारा दी गई सुविधाएं अपर्याप्त हैं। पिछले पांच साल में केवल 15 लाख रुपये का...
राजपुर- वाजिदपुर में समस्याओं का मजमा है। इस नए दौर में भी लोग पानी के लिए इंडियामार्का का सहारा लेते हैं। गर्मियों में कंधों पर गैलन रखकर पानी लाते हैं। ऐसा तब है, जब स्वकर के तहत टैक्स अदायगी गृहस्वामी करते हैं। झूलते तार, बजबजाती नालियां, अवैध डंपिंग प्वाइंट और कर्मचारियों की मनमानी से भी आजिज आ चुके हैं। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान से मोहल्ले वासियों ने अपनी पीड़ा साझा की। सभी ने एकसुर में कहा कि यहां विकास अब तक नहीं पहुंचा है। पिछली सरकार के पांच वर्ष में इस वार्ड को सिर्फ 15 लाख रुपये मिले थे। 2023 में नई सरकार बनी तो कुछ बहुत विकास का पहिया घूमा। सड़कें बननी शुरू हुईं पर अमृत का दर्द खत्म नहीं हुआ।
हर घर जल योजना के क्रियान्वयन के लिए शहर को 266 करोड़ रुपये मिले हैं। इसके बावजूद यहां अव्यवस्थाओं का अंबार है। वार्ड-4 के राजेपुर-वाजिदपुर क्षेत्र के निवासी पीने के पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। वैसे तो यहां रोड, नाली, जलभराव और हवा में झूलते विद्युत तारों की भी समस्या आम है, लेकिन लोग पानी के त्राहिमाम के आगे इन पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। उनका कहना है कि पहले पीने को पानी मिलने लगे, बाकी तो वे झेल ही रहे हैं। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान की टीम ने राजेपुर, वाजिदपुर, मनोहर नगर और शांति नगर में लोगों की समस्याएं जानीं तो वहां की प्रमुख दिक्कत पेयजल निकलकर आई। इस पर पूर्व सभासद और आमजन से बात की गई। इस दौरान सुपरवाइजर दिखा तो कुछ लोगों ने सफाई व्यवस्था बेहद खराब होने की बात कहते हुए उन्हें भी आड़े हाथ ले लिया। हालांकि, नियमित सफाई के दावे पर लोग शांत हुए।
इसके बाद शांति नगर में टीम ने जायजा लिया तो यहां इंडिया मार्का हैंडपंप शोपीस बने हैं। जहां देखिए, वहां लोगों के घरो के बाहर या तो समर्सिबल है या फिर मोहल्लेवासी दूसरे के घर से पानी की आपूर्ति करते दिखाई देते हैं। आवास विकास स्थित ए-ब्लॉक के हाल अगर छोड़ दें तो सी ब्लॉक में अवैध डंपिंग ने शहरियों का जीना दुश्वार कर दिया है। मोहल्ले के रहने वाले शैलेश बताते हैं कि डस्टबिन तो नगर पालिका ने रखवाई पर कूड़ा भरने पर उठान भूल जाते हैं। ऐसे में बदबू से बीमारियां फैलती तो लोग जिम्मेदारों को कोसते हैं। ताज़्जुब की बात है कि डस्टबिन हटाने और कूड़े के ढेर को किसी नियत स्थान पर रखने की शिकायत भी की गई पर बात नहीं बनी। एक माह पहले शिकायत का निस्तारण अब तक नहीं हुआ है।
पानी के लिए खोदते गए सड़कें, संवारना भूले
राजेपुर-वाजिदपुर में आवास विकास कॉलोनी को छोड़ अन्य कहीं वाटर सप्लाई की व्यवस्था नहीं है। यानी इन मोहल्लों में नगर पालिका के ओवरहेड टैंक या टंकियों से कोई सप्लाई नहीं होती है। लोग इंडियामार्का और समर्सिबल के सहारे रहते हैं। इस वार्ड में सप्लाई से छूटे इलाकों में अमृत योजना के तहत पाइपलाइन डालने का काम शुरू हुआ तो वह परेशानी का सबब बन गया। एक तो लोगों को शुद्ध जल आठ साल बाद भी नसीब नहीं हुआ बल्कि सड़कें अलग खोद दी गईं। पूर्व सभासद संजय त्रिवेदी कहते हैं कि पिछले कार्यकाल में विकास बजट के अभाव में नहीं हो पाया। इतने बड़े वार्ड को कुछ खास नहीं मिला था। हालांकि, इस बार पूरे प्रयास से जुटा हूं। अध्यक्ष ने राजेपुर से जुड़ी प्रमुख छह सड़कें निर्माण के लिए ली हैं। ये सभी सड़कें कई दशक से बदहाल थीं, जो बजट के अभाव में नहीं बन पा रही थी। जल्द ही लोगों को खराब सड़कें दुरुस्त मिलेंगी।
नई बस्तियों के हाल खराब, झूल रहे तार
राजेपुर स्थित हनुमान मंदिर रोड पर बीच सड़क पर भारी जलभराव की समस्या से लोग जूझ रहे हैं। हालांकि, यहां जलभराव खत्म करने और निकासी व्यवस्था के लिए पालिका ने कार्ययोजना बनाई है। इससे जुड़ी कई सड़कें भी निर्माण में ली गई हैं। हालांकि, यहां के विद्युत पोल की जगह कई जगह बल्लियां लगी हैं। जहां पोल लगाए गए थे, वहां झूलते तार भी परेशानी का सबब बनते हैं। इस कारण बारिश के दौरान हमेशा हादसा होने का खतरा बना रहता है। इस ओर जिम्मेदारों को जल्द से जल्द ध्यान देना चाहिए।
अंडरपास जल्द बनाने की उठी मांग
इस वार्ड की आधी आबादी को रेलवे लाइन पार करने के बाद ही शहर जाने को मिलता है। ऐसे में यहां अंडरपास की सबसे अधिक आवश्यकता है, यहां के लोग रोजाना जान जोखिम में डालकर गंतव्य को जाते हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत स्कूल जाने वाले बच्चों को आए दिन होती है। रेलवे लाइन को पार करते हुए हादसे भी हुए पर अब तक अंडरपास का निर्माण शुरू नहीं हो पाया। इस तरफ जिम्मेदार अफसर और जनप्रतिनिधि भी ध्यान नहीं दे रहे हैं।
हैंडपंप की मरम्मत पर नहीं दे रहे ध्यान
अभी भी जलनिगम की मनमानी कम नहीं है। जहां देखिए अमृत की हकीकत आपको दिख जाएगी। मोहल्ले के अभितांशु दावा करते हैं कि वार्ड के 90 इंडिया मार्का हैंडपंप में 45 खराब पड़े हैं। इनकी मरम्मत के लिए कोई ठोस प्रयास भी नहीं होते हैं। गर्मियों के दौरान सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई लोग तो कंधे पर गैलन रखकर काफी दूर से पानी लाते हैं। फिर भी पालिका की ओर से समस्याओं को दूर नहीं किया जा रहा है।
सुझाव
1. सभी नाले-नालियों सफाई समय से हो और निकासी व्यवस्था के लिए नालियां तोड़ी जाएं।
2. कई जगह जलनिगम ने सड़कें खोदकर छोड़ दी हैं। इनकी जल्द से जल्द मरम्मत कराई जाए।
3. खराब इंडियामार्का के लिए पालिका सर्वे कर इन्हें दुरुस्त कराए।
4. सदर विधायक के सहयोग से बिजली पोल लगाए जाएं। अन्य सरकारी योजनाएं पर भी अमल
किया जाए।
5. सफाई के लिए कर्मियों की संख्या बढ़ाई जाए। अंडरपास भी बनाया जाए।
6. खाली प्लॉट में गंदे पानी की निकासी रोककर नाले से टूटी नालियों को जोड़ना चाहिए।
शिकायतें
1. राजेपुर-वाजिदपुर से जुड़े कई छात्र शहर पढ़ने आते हैं। अंडरपास न होने की वजह से रेलवे लाइन पार करने की मजबूरी है।
2. अमृत योजना के तहत पाइपलाइन डालने के लिए खोदी गईं सड़कें दुश्वार बन गई हैं।
3. कूड़ा डंपिंग के लिए वार्डों में स्थाई जगह नहीं है। इस कारण सड़क किनारे कूड़ा पड़ता है।
4. स्ट्रीट लाइट जलती नहीं है। कई बार शिकायत के बावजूद बल्ब लगाए गए पर वह भी फ्यूज हो गए।
5. नई बस्तियां बढ़ती जा रही हैं, लेकिन यहां पानी निकासी की व्यवस्था नहीं की जा रही है।
6. गर्मियों में पानी का संकट रहता है। पालिका की ओर से हैंडपंप भी सही नहीं कराए जा रहे हैं।
बोले बाशिंदे
मनोहर नगर क्षेत्र की सड़कें और नालियां टूटी हैं। कई बार शिकायत के बावजूद इस तरफ जनप्रतिनिधि ध्यान नहीं दे रहे हैं। -कमला पाल
सफाई के लिए नियत चार्ट बनाना चाहिए। कर्मियों की रोज हाजिरी अनिवार्य की जाए, तभी वार्ड में साफ-सफाई रह सकती है। -बीना
हैंडपंप चार साल से खराब पड़े हैं। जल निगम और पालिका इसे सही करने के लिए विशेष प्रयास नहीं कर रही है। पानी के लिए दिक्कत होती है। - जमुना
क्षेत्र में नालियां न होने से भीषण जलभराव रहता है। हर समय साफ-सफाई की भी समस्या रहती है। बारिश के दौरान दूसरी गली पहुंचना मुश्किल है। -मालती
मोहल्ले में पालिका की ओर से वाटर सप्लाई के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। सफाई के लिए भी स्वीपर कभी- कभी आते हैं। - मंजू
बोले जिम्मेदार
सबमर्सिबल का बोर जल्द करवाएंगे
कई सड़कें दुरुस्त कराई जा चुकी हैं। छह नई सड़क प्रस्तावित हैं। हाल ही में सभासद और वार्ड स्टॉफ द्वारा घर घर सौ डस्टबिन भी बंटवाई हैं। कर्मियों का रोस्टर देखेंगे। संख्या बढ़ाने पर भी विचार करेंगे। इंडियामार्का जहां खराब है, वहां सबमर्सिबल बोर कराएंगे। - श्वेता भानू मिश्रा, पालिका अध्यक्ष
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